श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के प्रावधान समेत आर्टिकल 35-A हटाए जाने के बाद से शांति व्यवस्था बनी हुई है. वहीं, एहतियातन लगाई गई धारा-144 में ढील दी गई है. हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं. ये जानकारी राज्यपाल के सलाहकार के विजय कुमार ने दी है.
लेकिन शनिवार को 12 दिनों से बंद पड़े 1.5 लाख से ज्यादा लैंडलाइन फोन बहाल कर दिये गये थे, जिन्हें फिर से बंद कर दिया गया है.
जम्मू-कश्मीर राज्यपाल के सलाहकार के. विजय कुमार ने समय-समय पर पाबंदियों में दी जा रही ढील की ओर संकेत किया. उन्होंने कहा, सड़क पर आने वाला शख्स, जो घर में रह रहा है, उसको सरकार की मंशा पता न हो, तो उसकी मानसिकता भ्रमित है. उन्होंने कहा कि जो हो रहा है उसे प्रेक्षित करने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं.
के विजय कुमार ने कहा, 'क्योंकि हमें कानून व्यवस्था बनाए रखनी है, इसलिए हमें संचार सेवाओं को बंद करना पड़ा है. लेकिन जल्द ही इन्हें फिर से चालू कर दिया जाएगा.'
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विजय कुमार ने कहा कि हम सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे और इसके लिए हम लीगल ओपनियन ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमने आर्टिकल 370 पर संसद के फैसले के बाद बेहतर प्लानिंग बनाई. तमाम ऐसे एलीमेन्ट जो माहौल खराब कर सकते हैं, उनको हमने डिटेन किया, ये सबसे बड़ी चुनौती थी.
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर विशेषाधिकार समाप्त करने और इसे दो केंद्र शासित राज्यों में विभाजित किए जाने से कश्मीर में उपजी स्थिति के मददेनजर प्रशासन ने वादी में निषेधाज्ञा लागू कर रखी है. सभी प्रकार की टेलीफोन और इंटरनेट सेवाएं भी चार अगस्त की रात को बंद कर दी गई थी. एहतियात के तौर पर सभी शिक्षण संस्थान भी बंद रखे गए हैं. कई इलाकों में आने जानेके रास्ते भी पूरी तरह सील किए गए.