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देशभर में विजय दिवस के मौके पर जश्न, पीएम मोदी ने PAK पर भारत की जीत पर सैनिकों को सराहा - उत्तराखंड में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत

16 दिसंबर, 1971 के दिन पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने जीत हांसिल की थी. इस दिन को पूरे देश में विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके पाकिस्तन के खिलाफ भारत की जीत के लिए  सैनिकों की सराहना की. पढ़ें पूरी खबर...

Vijay Diwas celebrated across country
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Published : Dec 16, 2019, 11:58 PM IST

नई दिल्ली : देशभर में 1971 की जंग में पाकिस्तान पर भारत की जीत और बांग्लादेश की स्थापना के मौके पर सोमवार को देशभर में 'विजय दिवस' मनाया गया. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सैनिकों द्वारा रचे गए इतिहास को स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा.

आज ही के दिन 1971 में 90 हजार से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय जवानों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था, जिससे पूर्वी और पश्चिमी मोर्चों पर लड़े गए इस युद्ध को अंजाम तक पहुंचाया गया इस युद्ध के बाद बांग्लादेश बना था.

युद्ध में भारत की जीत के लिए सशस्त्र बलों की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, 'विजय दिवस पर भारतीय सैनिकों के साहस, शौर्य और पराक्रम को नमन करता हूं 1971 में आज के दिन हमारी सेना ने जो इतिहास रचा, वह सदा स्वर्णाक्षरों में अंकित रहेगा.'

Vijay Diwas celebrated across country
पीएम द्वारा किया गया ट्वीट

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैन्य बलों की वीरता और साहस को सलाम करते हुए कहा कि उनके बलिदान और सेवा को कभी भुलाया नहीं जा सकता.

सिंह ने ट्वीट किया, 'आज विजय दिवस के मौके पर भारतीय सशस्त्र बलों की अदम्य वीरता और साहस को राष्ट्र सलाम करता है देश की हर स्थिति में रक्षा करने वाले हमारे सशस्त्र बलों पर हमें गर्व है हम उनके बलिदान और सेवा को कभी नहीं भूलेंगे.'

Vijay Diwas celebrated across country
रक्षा मंत्री द्वारा किया गया ट्वीट

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सशस्त्र बलों के पराक्रम की प्रशंसा करते हुए ट्वीट किया, '1971 के इस ऐतिहासिक दिन पर पाकिस्तान ने बिना शर्त भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण किया था विजय दिवस के मौके पर मैं पूरे देश के साथ मिलकर 1971 की लड़ाई के बहादुर शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं और अपने सशस्त्र बलों के पराक्रम को सलाम करता हूं'.

जम्मू कश्मीर में सेना ने भारत-पाकिस्तान युद्ध की 48वीं जयंती मनाई

एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि श्रीनगर स्थित चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल के जे एस ढिल्लन के नेतृत्व में अधिकारियों और जवानों ने युद्ध स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी

उन्होंने कहा, 'भारत-पाकिस्तान के बीच 1971 में हुई जंग में मिली जीत की 48वीं जयंती को बेहद उत्साह के साथ मनाया गया इस मौके पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया'.

उधमपुर स्थित उत्तरी कमान और जम्मू क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में इस मौके पर कार्यक्रम आयोजित किए गए.

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विजय दिवस के अवसर पर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारत न पहले कमजोर था और न ही आज कमजोर है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अवसर पर हम सबको यह याद रखना चाहिए कि सभी नागरिकों का, चाहे वह किसी भी मजहब, जाति अथवा पंथ को मानने वाले हों, यह कर्तत्व है कि वह राष्ट्र की एकता और अखंडता को मजबूत बनाएं तथा अपने शहीदों का गुणगान करें उन्होंने नागरिकों का आह्वान किया कि हम सब भारत के विकास, खुशहाली और अमन-चैन के लिए मिलकर प्रयास करें'.

पढ़ें-जम्मू-कश्मीर : LOC पर भारत-पाक की सेनाओं के बीच गोलीबारी, दो जवान शहीद

जयपुर स्थित सैन्य अड्डा में सप्त शक्ति कमान की ओर से सोमवार को सैन्य परम्परा के अनुसार विजय दिवस मनाया गया

रक्षा प्रवक्ता कर्नल संबित घोष ने बताया कि सप्त शक्ति कमान के लेफ्टिनेंट जनरल आलोक क्लेर ने जयपुर मिलिट्री स्टेशन के प्रेरणा स्थल पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने युद्ध में देश को जीत दिलाने वाले जवानों की शहादत को नमन करते हुए कहा कि आज के दिन लोगों को संकल्प लेना चाहिए कि वे देश के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, अवश्य करें.

गहलोत ने फेसबुक पर लिखा, 'विजय दिवस पूरे मुल्क के लिए आन-बान-शान का प्रतीक है इस युद्घ में सेना के जवानों की शहादत को हम गर्व से याद करते हैं उनकी कुर्बानी को कोई नहीं भूल सकता देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस युद्ध के जरिए उपमहाद्वीप का इतिहास ही नहीं, भूगोल भी बदलकर रख दिया स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने एक सशक्त महिला प्रधानमंत्री के रूप में देश को नेतृत्व प्रदान किया जिससे पूरी दुनिया में भारत का मान बढ़ा.'

उत्तराखंड में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सोमवार को कहा कि 1971 के भारत—पाकिस्तान युद्ध में भी प्रदेश के 248 रणबांकुरों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी.

आज विजय दिवस के अवसर पर यहां गांधी पार्क में शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारत की तीनों सेनाओं के आपसी सामंजस्य ने 95 हजार पाकिस्तानी सैनिकों को 13 दिन के युद्ध के बाद घुटने टेकने को विवश कर दिया था.

नई दिल्ली : देशभर में 1971 की जंग में पाकिस्तान पर भारत की जीत और बांग्लादेश की स्थापना के मौके पर सोमवार को देशभर में 'विजय दिवस' मनाया गया. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सैनिकों द्वारा रचे गए इतिहास को स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा.

आज ही के दिन 1971 में 90 हजार से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय जवानों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था, जिससे पूर्वी और पश्चिमी मोर्चों पर लड़े गए इस युद्ध को अंजाम तक पहुंचाया गया इस युद्ध के बाद बांग्लादेश बना था.

युद्ध में भारत की जीत के लिए सशस्त्र बलों की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, 'विजय दिवस पर भारतीय सैनिकों के साहस, शौर्य और पराक्रम को नमन करता हूं 1971 में आज के दिन हमारी सेना ने जो इतिहास रचा, वह सदा स्वर्णाक्षरों में अंकित रहेगा.'

Vijay Diwas celebrated across country
पीएम द्वारा किया गया ट्वीट

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैन्य बलों की वीरता और साहस को सलाम करते हुए कहा कि उनके बलिदान और सेवा को कभी भुलाया नहीं जा सकता.

सिंह ने ट्वीट किया, 'आज विजय दिवस के मौके पर भारतीय सशस्त्र बलों की अदम्य वीरता और साहस को राष्ट्र सलाम करता है देश की हर स्थिति में रक्षा करने वाले हमारे सशस्त्र बलों पर हमें गर्व है हम उनके बलिदान और सेवा को कभी नहीं भूलेंगे.'

Vijay Diwas celebrated across country
रक्षा मंत्री द्वारा किया गया ट्वीट

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सशस्त्र बलों के पराक्रम की प्रशंसा करते हुए ट्वीट किया, '1971 के इस ऐतिहासिक दिन पर पाकिस्तान ने बिना शर्त भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण किया था विजय दिवस के मौके पर मैं पूरे देश के साथ मिलकर 1971 की लड़ाई के बहादुर शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं और अपने सशस्त्र बलों के पराक्रम को सलाम करता हूं'.

जम्मू कश्मीर में सेना ने भारत-पाकिस्तान युद्ध की 48वीं जयंती मनाई

एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि श्रीनगर स्थित चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल के जे एस ढिल्लन के नेतृत्व में अधिकारियों और जवानों ने युद्ध स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी

उन्होंने कहा, 'भारत-पाकिस्तान के बीच 1971 में हुई जंग में मिली जीत की 48वीं जयंती को बेहद उत्साह के साथ मनाया गया इस मौके पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया'.

उधमपुर स्थित उत्तरी कमान और जम्मू क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में इस मौके पर कार्यक्रम आयोजित किए गए.

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विजय दिवस के अवसर पर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारत न पहले कमजोर था और न ही आज कमजोर है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अवसर पर हम सबको यह याद रखना चाहिए कि सभी नागरिकों का, चाहे वह किसी भी मजहब, जाति अथवा पंथ को मानने वाले हों, यह कर्तत्व है कि वह राष्ट्र की एकता और अखंडता को मजबूत बनाएं तथा अपने शहीदों का गुणगान करें उन्होंने नागरिकों का आह्वान किया कि हम सब भारत के विकास, खुशहाली और अमन-चैन के लिए मिलकर प्रयास करें'.

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जयपुर स्थित सैन्य अड्डा में सप्त शक्ति कमान की ओर से सोमवार को सैन्य परम्परा के अनुसार विजय दिवस मनाया गया

रक्षा प्रवक्ता कर्नल संबित घोष ने बताया कि सप्त शक्ति कमान के लेफ्टिनेंट जनरल आलोक क्लेर ने जयपुर मिलिट्री स्टेशन के प्रेरणा स्थल पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने युद्ध में देश को जीत दिलाने वाले जवानों की शहादत को नमन करते हुए कहा कि आज के दिन लोगों को संकल्प लेना चाहिए कि वे देश के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, अवश्य करें.

गहलोत ने फेसबुक पर लिखा, 'विजय दिवस पूरे मुल्क के लिए आन-बान-शान का प्रतीक है इस युद्घ में सेना के जवानों की शहादत को हम गर्व से याद करते हैं उनकी कुर्बानी को कोई नहीं भूल सकता देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस युद्ध के जरिए उपमहाद्वीप का इतिहास ही नहीं, भूगोल भी बदलकर रख दिया स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने एक सशक्त महिला प्रधानमंत्री के रूप में देश को नेतृत्व प्रदान किया जिससे पूरी दुनिया में भारत का मान बढ़ा.'

उत्तराखंड में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सोमवार को कहा कि 1971 के भारत—पाकिस्तान युद्ध में भी प्रदेश के 248 रणबांकुरों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी.

आज विजय दिवस के अवसर पर यहां गांधी पार्क में शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारत की तीनों सेनाओं के आपसी सामंजस्य ने 95 हजार पाकिस्तानी सैनिकों को 13 दिन के युद्ध के बाद घुटने टेकने को विवश कर दिया था.

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Vijay Diwas celebrated across country, PM hails soldiers for India's victory in war with Pakistan
(Eds: Incorporating related stories)
          New Delhi, Dec 16 (PTI) Vijay Diwas, which marks the Indian military's victory over Pakistan in the 1971 Indo-Pak war and the creation of Bangladesh, was celebrated across the country on Monday, with Prime Minister Narendra Modi saying that the history created by the soldiers will be written in golden letters.
          On this day in 1971, over 90,000 Pakistani soldiers had surrendered before Indian troops, bringing to an end the bitterly fought war on the eastern and western fronts. It also led to the creation of Bangladesh.
          Hailing the armed forces for the India's victory in the war, the prime minister tweeted, "On Vijay Diwas, I pay tributes to the courage, valour and bravery of Indian soldiers. The history that our troops created on this day will be embossed in golden letters."
          Defence Minister Rajnath Singh saluted the valour and courage of Indian armed forces and said their sacrifice and service will never be forgotten.
          "On the occasion of Vijay Diwas today the nation salutes the indomitable courage and valour of India's armed forces. We are proud of our Armed Forces who have defended our country in every situation. We will never forget their sacrifice and service," Singh said on Twitter.
          In Goa, Chief Minister Pramod Sawant, while lauding the sacrifices made by Indian soldiers during the war, said, "On this historic day in 1971, Pakistan surrendered to Indian Army unconditionally. On #VijayDiwas, I join the nation in paying tributes to the brave martyrs of 1971 war and salute the valour of our Armed Forces."
          In Jammu and kashmir, the Army celebrated the 48th anniversary of the India-Pakistan war.
          Corps Commander Lt General K J S Dhillon led officers and other ranks of the Srinagar-based Chinar Corps in paying tribute to the martyrs by laying a wreath at the war memorial, a defence spokesman said.
          "The 48th anniversary of the Indian victory in the 1971 Indo-Pakistan war was celebrated with great zeal and enthusiasm. Several functions were held to mark the occasion," he said.
          The spokesman said a felicitation function was held to acknowledge and honour the sacrifices of the veterans and martyrs of the 1971 war.
          The day was also celebrated at Udhampur-based northern command and various areas of the Jammu region.
          Lieutenant General Ranbir Singh, General Officer Commanding-in-Chief (GOC-in-C), Northern Command, laid the wreath on behalf of all ranks of Northern Command at Dhruva Shahid Smarak.
          White Knight Corps Commander, Lt Gen Harsha Gupta, laid wreath at Ashwamedh Shaurya Sthal War Memorial at Nagrota to honour the valiant martyrs of the Indian Army.
          Speaking on the occasion, the GOC exhorted the troops to be "ever ready" to face any challenges with grit, determination and valour and emerge victorious.
          The day was also celebrated at Balidan Stambh by the Tiger Division.
          Major General Sharad Kapur, General Officer Commanding, Tiger Division, laid floral wreaths at 'Balidan Stambh' and 'Tiger War Memorial' on the occasion.
          In Madhya Pradesh, Chief Minister Kamal Nath said the 1971 India-Pakistan war symbolises the bravery of the country's soldiers and also the strong leadership of then prime minister Indira Gandhi.
          Recalling the valour of the Indian armed forces on the occasion, Nath paid rich tributes to the martyrs of the war.
          "Always remember our martyrs and I call upon the citizens to strive for development, prosperity and maintaining peace in India," the Congress leader said.
          The Army's Western Command commemorated Vijay Diwas in Chandigarh.
          Homage was paid to the martyrs and wreaths were laid by Lt Gen R P Singh, General Officer Commanding-in-Chief, Western Command at Panchkula, a defence release said here.
          In Rajasthan, Chief Minister Ashok Gehlot paid tributes to the martyrs of the war and hailed the valour of the country's armed forces and remembered the leadership of then prime minister Indira Gandhi.
          "I salute the valour of our Armed Forces on Vijay Diwas and pay tributes to the brave martyrs of the 1971 Indo-Pak War. This victory remains India's greatest. We can never forget exemplary leadership of then PM Indira ji as well as the courage and supreme sacrifice of our soldiers," Gehlot said.
          He said Vijay Diwas is a symbol of pride for the whole country and nobody can forget sacrifice of the soldiers.
          South Western Army Commander Lt Gen Alok Singh Kler paid tributes to the martyrs of the war at the Jaipur military station.
          Uttarakhand Chief Minister Trivendra Singh Rawat lauded the soldiers from the state, saying they had taken part in all wars fought since Independence and 248 of them lost their lives in the 1971 Indo-Pakistan war.
          After paying floral tributes at the 'Shaheed Smarak' in Gandhi Park here, Rawat said in 1971, the three armed forces of India -- Army, Navy, Air Force-- worked in harmony to ensure that the military confrontation ended in just 13 days with the surrender of 95,000 Pakistani soldiers.
         In the war, 248 soldiers from Uttarakhand were killed and 78 were injured, he said, adding that 74 soldiers from the state were given the bravery award.
          The Army in Uttar Pradesh's Mathura commemorated the Battle of Basantar on Monday with the General Officer Commanding of I Corps paying homage to the soldiers who fought and died during the Indo-Pak war.
          Basantar Day is celebrated to commemorate the soldiers who fought in the Battle of Basantar during the 1971 war, Lt Colonel Ashish Bajpai, Headquarter, I Corps said.
          The battle took place in Shakargarh area of Pakistan. PTI TEAM AQS
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