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कोरोना वायरस : म्यांमार की सीमा से लगे राज्यों के साथ गृह सचिव की बैठक

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Published : Mar 18, 2020, 7:45 AM IST

नोवेल कोरोना वायरस ने देश के कई हिस्सों में अपनी जड़ें फैला दी हैं. ऐसे में केंद्रीय गृह सचिव ने म्यांमार की सीमा से लगे राज्यों के साथ वायरस के खतरे से निपटने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान अधिकारियों को जांच संबंधी कुछ दिशानिर्देश भी दिए गए. पढ़ें विस्तारपूर्वक...

Coronavirus
म्यांमार की सीमा से लगे राज्यों के साथ गृह सचिव की बैठक

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और म्यांमार की सीमा से लगे राज्यों के साथ नोवेल कोरोना वायरस के खतरे की तैयारी की समीक्षा के लिए बैठक की अध्यक्षता की.

गौरतलब है इस दौरान राज्यों ने सूचित किया कि गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सीमा पार इलाकों में डॉक्टरों द्वारा जांच की जा रही है. इसके साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में ग्राम सभाओं के माध्यम से वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सावधानियां बरती जा रही है .

गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, बिहार और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राज्य में साझा किए जा रहे यात्रियों के आंकड़ों को लेकर चिंतित हैं क्योंकि जिला मजिस्ट्रेटों को कोरोनो वायरस लक्षणों से पीड़ित लोगों का पता लगाने के लिए वास्तविक और सटीक आंकड़े नहीं मिल पा रहे हैं, क्योंकि उनके द्वारा साझा किए जा रहे आंकड़े दो या तीन दिन पुराने हैं.

पढ़ें : ट्रेन में बैठा था ओडिशा का पहला कोरोना मरीज, मचा हड़कंप

हालांकि, गृह सचिव ने राज्य के मुख्य सचिवों को आश्वासन दिया कि इस मुद्दे पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों और आव्रजन ब्यूरो के साथ चर्चा की जाएगी ताकि वास्तविक और सटीक आंकड़े भेजे जा सकें.

गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी अधिकारियों से अनुरोध किया कि परीक्षण किट और अन्य चिकित्सा आपूर्ति में कोई कमी न की जाए ताकि स्क्रीनिंग की प्रक्रिया में कोई दिक्कत न आए.

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और म्यांमार की सीमा से लगे राज्यों के साथ नोवेल कोरोना वायरस के खतरे की तैयारी की समीक्षा के लिए बैठक की अध्यक्षता की.

गौरतलब है इस दौरान राज्यों ने सूचित किया कि गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सीमा पार इलाकों में डॉक्टरों द्वारा जांच की जा रही है. इसके साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में ग्राम सभाओं के माध्यम से वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सावधानियां बरती जा रही है .

गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, बिहार और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राज्य में साझा किए जा रहे यात्रियों के आंकड़ों को लेकर चिंतित हैं क्योंकि जिला मजिस्ट्रेटों को कोरोनो वायरस लक्षणों से पीड़ित लोगों का पता लगाने के लिए वास्तविक और सटीक आंकड़े नहीं मिल पा रहे हैं, क्योंकि उनके द्वारा साझा किए जा रहे आंकड़े दो या तीन दिन पुराने हैं.

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हालांकि, गृह सचिव ने राज्य के मुख्य सचिवों को आश्वासन दिया कि इस मुद्दे पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों और आव्रजन ब्यूरो के साथ चर्चा की जाएगी ताकि वास्तविक और सटीक आंकड़े भेजे जा सकें.

गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी अधिकारियों से अनुरोध किया कि परीक्षण किट और अन्य चिकित्सा आपूर्ति में कोई कमी न की जाए ताकि स्क्रीनिंग की प्रक्रिया में कोई दिक्कत न आए.

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