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कश्मीर मसले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का टिप्पणी से इंकार

यूएनएससी अध्यक्ष का पाकिस्तान के पत्र पर टिप्पणी से इंकार कर दिया है. एक मीडिया ब्रीफिंग में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की अध्यक्ष जोअन्ना रोनेका ने 'नो' कहकर चली गईं. पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को कश्मीर मसले पर पत्र लिखा था. पढ़ें क्या है पूरा मामला...

फोटो सौ.आईएएनएस
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Published : Aug 10, 2019, 7:50 AM IST

Updated : Aug 10, 2019, 11:49 AM IST

संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की अध्यक्ष जोअन्ना रोनेका ने कश्मीर के हालत पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. सात पश्चिमी देशों द्वारा आयोजित मीडिया ब्रीफिंग में 'नो' कहकर वहां से चली गईं.

इसके पूर्व महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को कश्मीर मसले पर पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पत्र लिखा था.

गौरतलब हो कुरैशी द्वारा लिखा गया पत्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों को वितरित किया गया था और संयुक्त राष्ट्र को जारी किया गया था.

रोनेका मीडिया ब्रीफिंग में मौजूद थीं, जहां बेल्जियम के उप स्थायी प्रतिनिधि कारेन वान व्लिरबर्ग ने जॉर्जिया के समर्थन में एक बयान पढ़ा. वहां सीमा पर हालात तनावपूर्ण बनाने के लिए रूस की आलोचना की. इस दौरान किसी ने मीडिया के सवालों के जवाब नहीं दिए और वहां से चलीं गईं.

दरअसल पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने रोनेका से बुधवार को मुलाकात की थी. लोधी कश्मीर पर पैरवी करने के अपने अभियान पर हैं.

कुरैशी ने अपने पत्र में चिंता जाहिर की थी कि 'इस बात को लेकर व्यापक चिंताएं हैं कि भारत पहले कदम के तौर पर अपने संविधान से अनुच्छेद 35-ए समाप्त करने, और उसके बाद अनुच्छेद 370 समाप्त करने की जमीन तैयार कर रहा है.'

पढ़ें- संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव, शिमला समझौते के माध्यम से सुलझे कश्मीर मुद्दा, वांग ने कुरैशी से कहा

बता दें, कुरैशी ने गुटेरेस से कश्मीर के लिए एक विशेष प्रतिनिधि नियुक्त करने और इलाके में एक तथ्यान्वेशी दल भेजने का भी आग्रह किया था.

कुरैशी के अनुरोध के बारे में पूछे जाने पर गुटेरेस के प्रवक्ता स्टेफन दुजारिक ने गुरुवार को अपने दैनिक ब्रीफिंग में कहा, 'हम इसका अध्ययन कर रहे हैं.महासचिव स्थिति पर बराबर नजर रखे हुए हैं. सचिवालय भी स्थिति पर बराबर नजर रख रहा है, लेकिन एक विशेष दूत के मुद्दे पर कोई घोषणा करने या संकेत देने के लिए मेरे पास कुछ नहीं है.'

यह पूछे जाने पर कि क्या गुटेरेस ने कश्मीर के घटनाक्रम को सुरक्षा परिषद में लाने या इस बारे में कुछ बोलने की योजना बनाई है? उन्होंने कहा, 'हमारे पास ऐसी कोई योजना नहीं है. मुझे ब्रीफ करने की किसी योजना की जानकारी नहीं है.'

उल्लेखनीय है की गुटेरेस और महासभा की अध्यक्ष मारिया फर्नाडा एस्पिनोसा मुख्यालय में नहीं हैं. लिहाजा लोधी ने राजनीतिक मामलों की अधीनस्थ महासचिव रोजमेरी डिकार्लो से गुरुवार को मुलाकात की.

उन्होंने गुटेरेस की चीफ ऑफ स्टेट मारिया लुईसा रिबेरो वियोती से बुधवार को मुलाकात की थी.

संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की अध्यक्ष जोअन्ना रोनेका ने कश्मीर के हालत पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. सात पश्चिमी देशों द्वारा आयोजित मीडिया ब्रीफिंग में 'नो' कहकर वहां से चली गईं.

इसके पूर्व महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को कश्मीर मसले पर पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पत्र लिखा था.

गौरतलब हो कुरैशी द्वारा लिखा गया पत्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों को वितरित किया गया था और संयुक्त राष्ट्र को जारी किया गया था.

रोनेका मीडिया ब्रीफिंग में मौजूद थीं, जहां बेल्जियम के उप स्थायी प्रतिनिधि कारेन वान व्लिरबर्ग ने जॉर्जिया के समर्थन में एक बयान पढ़ा. वहां सीमा पर हालात तनावपूर्ण बनाने के लिए रूस की आलोचना की. इस दौरान किसी ने मीडिया के सवालों के जवाब नहीं दिए और वहां से चलीं गईं.

दरअसल पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने रोनेका से बुधवार को मुलाकात की थी. लोधी कश्मीर पर पैरवी करने के अपने अभियान पर हैं.

कुरैशी ने अपने पत्र में चिंता जाहिर की थी कि 'इस बात को लेकर व्यापक चिंताएं हैं कि भारत पहले कदम के तौर पर अपने संविधान से अनुच्छेद 35-ए समाप्त करने, और उसके बाद अनुच्छेद 370 समाप्त करने की जमीन तैयार कर रहा है.'

पढ़ें- संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव, शिमला समझौते के माध्यम से सुलझे कश्मीर मुद्दा, वांग ने कुरैशी से कहा

बता दें, कुरैशी ने गुटेरेस से कश्मीर के लिए एक विशेष प्रतिनिधि नियुक्त करने और इलाके में एक तथ्यान्वेशी दल भेजने का भी आग्रह किया था.

कुरैशी के अनुरोध के बारे में पूछे जाने पर गुटेरेस के प्रवक्ता स्टेफन दुजारिक ने गुरुवार को अपने दैनिक ब्रीफिंग में कहा, 'हम इसका अध्ययन कर रहे हैं.महासचिव स्थिति पर बराबर नजर रखे हुए हैं. सचिवालय भी स्थिति पर बराबर नजर रख रहा है, लेकिन एक विशेष दूत के मुद्दे पर कोई घोषणा करने या संकेत देने के लिए मेरे पास कुछ नहीं है.'

यह पूछे जाने पर कि क्या गुटेरेस ने कश्मीर के घटनाक्रम को सुरक्षा परिषद में लाने या इस बारे में कुछ बोलने की योजना बनाई है? उन्होंने कहा, 'हमारे पास ऐसी कोई योजना नहीं है. मुझे ब्रीफ करने की किसी योजना की जानकारी नहीं है.'

उल्लेखनीय है की गुटेरेस और महासभा की अध्यक्ष मारिया फर्नाडा एस्पिनोसा मुख्यालय में नहीं हैं. लिहाजा लोधी ने राजनीतिक मामलों की अधीनस्थ महासचिव रोजमेरी डिकार्लो से गुरुवार को मुलाकात की.

उन्होंने गुटेरेस की चीफ ऑफ स्टेट मारिया लुईसा रिबेरो वियोती से बुधवार को मुलाकात की थी.

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Last Updated : Aug 10, 2019, 11:49 AM IST
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