मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि अनलॉक प्रक्रिया के तहत मंदिरों और अन्य पूजा स्थलों को फिर से खोलने की मांग की जा रही है लेकिन, उनकी सरकार इस मुद्दे पर सतर्कता बरत रही है.
ठाकरे की यह टिप्पणी मुख्य विपक्षी भाजपा और अन्य पार्टियों की उन मांगों के बीच आई है, जिनमें कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन में ढील के तहत धार्मिक स्थलों को फिर से खोला जाए.
पिछले हफ्ते भाजपा ने आम लोगों के लिए पूजा स्थल नहीं खोले जाने को लेकर सरकार के खिलाफ अपने प्रदर्शन के दौरान घंटा नाद कार्यक्रम का आयोजन किया था.
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन और प्रकाश आंबेडकर नीत वंचित बहुजन आघाडी भी धर्मस्थलों को फिर से खोलने की मांग कर रहे हैं.
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मुख्यमंत्री ने कहा, 'अनलॉक प्रक्रिया के तहत हमने कई कदम उठाए हैं. मंदिरों और अन्य पूजा स्थलों को खोलने की मांग की जा रही है. लेकिन हमें सावधानी बरतनी होगी.'
वह पश्चिमी महाराष्ट्र में कोविड 19 की स्थिति की समीक्षा के लिए आयोजित एक बैठक को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि सतारा, सांगली और कोल्हापुर जिलों में कोविड-19 मामलों में तेजी आना चिंता का कारण है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों का ध्यान अब मुंबई- ठाणे क्षेत्र से हटकर पश्चिमी महाराष्ट्र के इन स्थानों पर है.
ठाकरे ने कहा कि वर्तमान समय चुनौतीपूर्ण है और बारिश के बाद प्रशासन को आने वाले दिनों में नवरात्र, दशहरा और दिवाली जैसे त्योहारों में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी.