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उद्धव बोले - शिवसेना सत्ता में होगी या नहीं, जल्द पता चलेगा

महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर भाजपा-शिवसेना में खींचतान जारी है. संजय राउत के 170 विधायकों के समर्थन के बयान के बाद शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने भी जल्द सरकार बनाने को लेकर बयान दिया है. जानें क्या कुछ कहा ठाकरे ने

फाइल फोटो
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Published : Nov 3, 2019, 5:43 PM IST

Updated : Nov 3, 2019, 7:48 PM IST

मुंबई : महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर गठबंधन सहयोगी भारतीय जनता पार्टी के साथ खींचतान जारी है. इस बीच शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि लोगों को जल्दी ही इस बात की जानकारी हो जाएगी कि उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में होगी.

उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र में असमय हुई बारिश के कारण किसानों की फसल को नुकसान के लिए राज्य सरकार की ओर से दस हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा अपर्याप्त है.

महाराष्ट्र विधानसभा के लिए 21 अक्टूबर को हुए मतदान के परिणाम के बाद भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री का पद साझा करने को लेकर जबरस्त खींचतान चल रही है और अब तक सरकार गठन को लेकर औपचारिक बातचीत शुरू नहीं हो सकी है.

ठाकरे ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, 'आपको आने वाले दिनों में जानकारी हो जाएगी कि शिव सेना (प्रदेश में) सत्ता में होगी.'

इसके बाद पूछे गए किसी भी राजनीतिक सवाल का जवाब देने से उद्धव ने मना कर दिया.

पिछले महीने असमय हुई बारिश के बाद वह फसल के नुकसान का जायजा लेने के लिए औरंगाबाद गए थे.

ठाकरे ने कहा कि उन्होंने कन्नड एवं वैजापुर जिलों के किसानों के साथ बातचीत की.

उन्होंने राज्य नेतृत्व पर हमला बोलते हुए कहा, 'क्षति की समीक्षा हेलीकाप्टर से नहीं की जा सकती है.'

ठाकरे ने कहा, 'बेमौसम हुई बारिश के कारण किसानों के फसल नुकसान के लिए दस हजार करोड़ का मुआवजा अपर्याप्त है.'

पढ़ें-महाराष्ट्र में शिवसेना के पास 170 विधायकों का समर्थन : संजय राउत

उन्होंने कहा कि किसानों को प्रति हेक्टेयर 25 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसानों के अधिकार उन्हें मिलने ही चाहिए.

ठाकरे ने केंद्र सरकार से यह मांग की कि वह लोगों को यह बताए कि क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक सहयोग (आरसीईपी) से देश को किस प्रकार फायदा होगा.

आरसीईपी में आसियान के दस देशों के अलावा भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे छह अन्य देश शामिल हैं जो मुक्त व्यापार के लिए बातचीत कर रहे हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को कहा कि आरसीईपी समझौते पर हस्ताक्षर करने के परिणामस्वरूप किसानों, दुकानदारों और छोटे उद्यमों के लिए 'अनकही कठिनाई' होगी.

मुंबई : महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर गठबंधन सहयोगी भारतीय जनता पार्टी के साथ खींचतान जारी है. इस बीच शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि लोगों को जल्दी ही इस बात की जानकारी हो जाएगी कि उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में होगी.

उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र में असमय हुई बारिश के कारण किसानों की फसल को नुकसान के लिए राज्य सरकार की ओर से दस हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा अपर्याप्त है.

महाराष्ट्र विधानसभा के लिए 21 अक्टूबर को हुए मतदान के परिणाम के बाद भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री का पद साझा करने को लेकर जबरस्त खींचतान चल रही है और अब तक सरकार गठन को लेकर औपचारिक बातचीत शुरू नहीं हो सकी है.

ठाकरे ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, 'आपको आने वाले दिनों में जानकारी हो जाएगी कि शिव सेना (प्रदेश में) सत्ता में होगी.'

इसके बाद पूछे गए किसी भी राजनीतिक सवाल का जवाब देने से उद्धव ने मना कर दिया.

पिछले महीने असमय हुई बारिश के बाद वह फसल के नुकसान का जायजा लेने के लिए औरंगाबाद गए थे.

ठाकरे ने कहा कि उन्होंने कन्नड एवं वैजापुर जिलों के किसानों के साथ बातचीत की.

उन्होंने राज्य नेतृत्व पर हमला बोलते हुए कहा, 'क्षति की समीक्षा हेलीकाप्टर से नहीं की जा सकती है.'

ठाकरे ने कहा, 'बेमौसम हुई बारिश के कारण किसानों के फसल नुकसान के लिए दस हजार करोड़ का मुआवजा अपर्याप्त है.'

पढ़ें-महाराष्ट्र में शिवसेना के पास 170 विधायकों का समर्थन : संजय राउत

उन्होंने कहा कि किसानों को प्रति हेक्टेयर 25 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसानों के अधिकार उन्हें मिलने ही चाहिए.

ठाकरे ने केंद्र सरकार से यह मांग की कि वह लोगों को यह बताए कि क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक सहयोग (आरसीईपी) से देश को किस प्रकार फायदा होगा.

आरसीईपी में आसियान के दस देशों के अलावा भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे छह अन्य देश शामिल हैं जो मुक्त व्यापार के लिए बातचीत कर रहे हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को कहा कि आरसीईपी समझौते पर हस्ताक्षर करने के परिणामस्वरूप किसानों, दुकानदारों और छोटे उद्यमों के लिए 'अनकही कठिनाई' होगी.

ZCZC
PRI GEN NAT
.AURANGABAD BOM6
MH-UDDHAV-GOVT (RPT)
People to know soon if Sena will be in power: Uddhav
         (Eds: Adding a word in 2nd para)
         Aurangabad, Nov 3 (PTI) Amid the bitter tussle with
senior ally BJP over formation of government in Maharashtra,
Shiv Sena president Uddhav Thackeray on Sunday said people
will come to know in the coming days if his party will be in
power.
         He also said that the Rs 10,000 crore RPT crore
package announced by the Maharashtra government for crop
damages suffered by farmers due to unseasonal rains was not
enough.
         The BJP and Shiv Sena, which contested the October 21
state elections together, have been locked in a battle
over sharing of the chief minister's post and are yet to start
formal talks over government formation.
         "You will come to know in the coming days if the Shiv
Sena will be in power," Thackeray said to a query by reporters
at a press conference in the state's Aurangabad district.
         He refused to further answer any political questions.
         He visited Aurangabad to take stock of crop losses due
to the untimely rains last month.
         Thackeray said he interacted with farmers in Kannad
and Vaijapur areas of district.
         "Review of damages cannot be done from helicopter," he
said, in an apparent jibe at the state leadership.
         "The Rs 10,000 crore for crop losses due to unseasonal
rains is very less," Thackeray said.
         He said the affected farmers should get Rs 25,000 per
hectare as compensation.
          "More assistance should follow. Farmers should get
what is their right," he said.
         Thackeray also demanded that the Centre explain to
people how the Regional Comprehensive Economic Partnership
(RCEP) agreement will benefit the country.
         "What are the terms and conditions we are agreeing
before signing the agreement tomorrow and how it will benefit
the country. I think the issue hasn't been discussed in
Parliament," he said.
         The RCEP, comprising 10-member ASEAN bloc and six
other countries -- India, China, Japan, South Korea, Australia
and New Zealand, is engaged in negotiations for a free trade
pact.
         Congress president Sonia Gandhi on Saturday launched a
blistering attack on the government on the state of economy,
saying signing the RCEP agreement will result in "untold
hardship" for farmers, shopkeepers and small enterprises.
         However, Commerce and Industry Minister Piyush Goyal
countered Gandhi's remarks on the proposed mega free trade
agreement, saying it was during the UPA regime when India
joined negotiations for this pact. PTI MR
GK

GK
GK
11031541
NNNN
Last Updated : Nov 3, 2019, 7:48 PM IST
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