देहरादून : श्रीनगर के बारामूला में पाकिस्तान से हुई गोलीबारी में कुमाऊं रेजिमेंट के दो जवान शहीद हो गए. दोनों जवान पिथौरागढ़ जनपद के विकासखंड गंगोलीहाट और मुनस्यारी के है. इस घटना की सूचना के बाद शहीदों के परिवारों में कोहराम मचा हुआ है. वहीं, जिले में एक साथ दो जवानों के शहीद होने से पूरे जिले में शोक की लहर है. बताया जा रहा है कि रविवार को दोनों जवानों का पार्थिव शरीर पहले सेना के बरेली हेडक्वार्टर हेलीकॉप्टर की मदद से पहुंचाया जाएगा. उसके बाद पिथौरागढ़ मुख्यालय लाया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, शहीद हुए जवान नायक शंकर सिंह महरा (30) गंगोलीहाट तहसील के नाली गांव का रहने वाला है. जबकि, दूसरे शहीद गोकरण सिंह चुफाल (40) मुनस्यारी तहसील के नापड गांव का रहने वाला है. दोनों जवान 21 कुमाऊं में तैनात थे. बताया जा रहा है शुक्रवार को श्रीनगर के बारामूला में पाकिस्तान की और से भारी गोलाबारी हुई थी. इस दौरान उत्तराखंड के कुमाऊं रेजिमेंट के दो जवानों गोली लगने से शहीद हो गए. घटना दोपहर लगभग 3: 30 बजे की है.
गंगोलीहाट के शहीद जवान नायक शंकर सिंह महरा के घर में शनिवार सुबह नायक शंकर के शहीद होने की सूचना के बाद शहीद की बेटा हर्षित (5), पत्नी इंदू, मां जानकी देवी और पिता मोहन सिंह का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं, शंकर का बड़ा भाई नवीन सिंह भी श्रीनगर में भारतीय सेना में तैनात है. शंकर सिंह एक महिनें पूर्व ही घर से छुटी पूरी कर श्रीनगर लौटा था. जवान के शहीद होने की सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक मीना गंगोला और संयुक्त मजिस्ट्रेट डॉ. सौरभ गहरवार शहीद के घर को रवाना हो गए हैं.
वहीं, मुनस्यारी के नापड़ गांव का शहीद जवान गोकरण सिंह चुफाल के घर में बेटा मनीष (15), बेटी चांदनी (13) पत्नी गीता देवी वर्तमान में बरेली में रहते हैं. सूचना मिलने के बाद परिवार सदमे में है.
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पिथौरागढ़ जनपद निवासी 21 कुमाऊं रेजिमेंट के हवलदार गोकर्ण सिंह और नायक शंकर सिंह की शहादत को नमन किया है. उन्होंने कहा कि एक ओर हमें अपने जवानों की शहादत पर गर्व है वहीं उन्हें खोने का दुख भी है. ईश्वर उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शहीदों के परिजनों को हर संभव मदद की जायेगी.