इटावा: सैफई के मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस में प्रवेश पाने वाले छात्रों की रैगिंग का वीडियो ईटीवी भारत ने अपने कैमरे में कैद किया था. जिलाधिकारी जेबी सिंह ने मामले में जांच की. जांच में सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी का रैंगिंग प्रकरण सही पाया गया है.
- जिलाधिकारी ने इस रैंगिंग प्रकरण की दो स्तर से जांच करवाई थी.
- एसडीएम और सीओ सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के शाक्य हॉस्टल में जांच करने पहुंचे.
- इस दौरान दोनों ने रैंगिंग से परेशान यूनिवर्सिटी के जूनियर छात्रों से सामूहिक रूप से बातचीत की.
- प्रशासनिक टीम ने बुधवार और गुरुवार को पूरे दिन जूनियर छात्रों से बातचीत की.
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मेडिकल यूनिवर्सिटी के जूनियर छात्रों से की गई बातचीत के बाद इटावा जिला प्रशासन ने यह मान लिया कि ईटीवी द्वारा प्रसारित किए गए रैंगिंग का वीडियो सच है. डीएम जेबी सिंह ने ईटीवी से बातचीत करते हुए बताया कि सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में जूनियर छात्रों के साथ रैंगिंग के इस प्रकरण में भी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने घोर लापरवाही बरती है. इस घटना को दबाने का प्रयास किया गया है. जांच करने पहुंचे एसडीएम सदर और सीओ सैफई ने रैंगिंग के शिकार सभी छात्रों को जनपद के सभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के मोबाइल नम्बर दिये.