हैदराबाद : देश की हर छोटी बड़ी घटना पर हमारी नजर बनी हुई है. अब आप बस एक क्लिक में देश की बड़ी घटनाओं को आसानी से पढ़ सकते हैं.
1. सीमा विवाद के बीच रूस और चीन के साथ बैठक में शामिल होगा भारत : विदेश मंत्रालय
भारत और चीन के बीच चले रहे तनाव को लेकर विदेश मंत्रालय ने प्रेस वार्ता की. विदेश मंत्रालय ने कहा कि सीमा विवाद को सुलझाने और तनाव कम करने के लिए दोनों पक्ष आपस में बात कर रहे हैं.
2. चीन को चौतरफा घेरने की तैयारी, बीएसएनएल के बाद रेलवे ने भी रद्द किए अनुबंध
भारत और चीन के बीच लद्दाख में तनाव जारी है. गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद भारत ने चीन को जवाब देने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है. सैन्य स्तर से लेकर व्यापारिक क्षेत्र में चीन को झटका दिया जा रहा है. भारत सरकार ने सरकारी टेलिकॉम कंपनियों से किसी भी चीनी कंपनी के उपकरणों का उपयोग न करने को कहा है. बीएसएनएल और एमटीएनएल के टेंडर रद हो गए हैं. इसके बाद भारतीय रेलवे ने चीन कंपनियों के साथ सभी अनुबंध रद्द कर दिए हैं.
3. गलवान घाटी पर चीन का दावा अस्थिर और निराधार : भारत
भारत ने पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी पर चीन के दावे को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है और बीजिंग के इस अस्थिर दावे को दोनों देशों के बीच सीमा विवाद पर अब तक बनी सहमति के विपरीत बताया है.
5. भारत में कोरोना : संक्रमण के रिकॉर्ड 12,881 नए केस, रिकवरी दर लगभग 53%
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को पूर्वाह्न जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना संक्रमण के 3,66,946 पॉजिटिव मामले रिपोर्ट किए जा चुके हैं. इस क्रम में 17 जून तक देशभर में कुल 62,49, 668 लोगों के कोरोना नमूनों की जांच की जा चुकी है, इनमें 24 घंटे के अंदर की गईं 1,65,412 जांच भी शामिल हैं.
6. जानिए, भारत कब-कब बना यूएनएससी का अस्थाई सदस्य
भारत, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के चुनाव में मिले जबर्दस्त समर्थन की मदद से दो साल के लिए इसका अस्थायी सदस्य चुना गया है. चुनाव में सुरक्षा परिषद की पांच अस्थायी सीटों के लिए हुए चुनाव में एशिया-प्रशांत देशों की श्रेणी से उम्मीदवार भारत को 192 मतों में से 184 मत मिले. वैसे यह पहला मौका नहीं है, जब भारत को सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर चुना गया है. इससे पहले भी भारत सात बार यूएनएससी का आस्थाई सदस्य रह चुका है.
7. किस जिले में प्रवासी कामगार लौटे, सरकार को जानकारी है: वित्त मंत्री
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि सरकार को पता है कि किस जिले में प्रवासी कामगार लौटे हैं.
8. एलएसी पर हथियारों के इस्तेमाल से इसलिए बचते हैं भारत-चीन के सैनिक
भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) को लेकर काफी तल्खी है और चीन हमेशा से एलएसी को मानने से इनकार करता रहा है.रक्षा विशेषज्ञ (रिटायर्ड) ब्रिगेडियर के.जी. बहल से जानिए, आखिर क्यों भारत-चीन सीमा पर सैनिक हथियारों के इस्तेमाल से बचते हैं.
9. सैनिकों की शहादत के बाद पीएम का सामने न आना पीड़ादायक : शिवसेना
लद्दाख में बीते सोमवार को भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए. इस मामले में कार्रवाई को लेकर शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' ने भारत सरकार के खिलाफ हमला बोला है और उसका कहना है कि जवानों की शहादत के बावजूद वस्तुस्थिति बताने के लिए देश के प्रधानमंत्री का जनता के सामने न आना पीड़ादायक है.
10. राहुल के 'निहत्थे सैनिक' बयान पर बोली भाजपा- देश के खिलाफ बयानबाजी न करें
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लद्दाख में शहीद हुए जवानों को लेकर एक ट्वीट किया है. भारत के सैनिकों को लेकर उन्होंने लिखा है कि आखिर हमारे जवान बिना हथियारों के क्यों थे ?