नई दिल्ली : होली का त्यौहार हो और गुझिया न हो तो त्यौहार अधूरा सा लगता है. होली के त्यौहार की खुशी में तिहाड़ जेल में कैदियों ने गुझिया बनाई, जो लोगों को खूब पसंद आ रही है.
बाहर की मिठाई में होती है मिलावट
लोग त्यौहारों पर बाहर से मिठाई या होली पर जो गुझिया खरीदते हैं, उसमें मिलावट की ज्यादा संभावना बनी रहती है. ऐसे में तिहाड़ जेल के अंदर बनी चीजें काफी फायदेमंद साबित हो रही हैं.
हर प्रोडक्ट की शुद्धता और क्वालिटी की अलग पहचान
तिहाड़ के आईजी का कहना है कि जेल में तैयार हर प्रोडक्ट की शुद्धता और क्वालिटी की अलग पहचान है. जेल में गुझिया बनाने के लिए शुद्ध सामग्री का इस्तेमाल होता है.
गुजिया एकदम परफेक्ट और बेमिसाल
जेल अधिकारियों के अनुसार तिहाड़ जेल में कैदी जो गुझिया बना रहे हैं, वह एकदम परफेक्ट और बेमिसाल है. यहां तक कि दूर-दूर से लोग यहां से गुझिया लेने आ रहे हैं. यहां गुझिया में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री बहुत ही शुद्ध होती है.
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100 रूपये में 400 ग्राम गुजिया
जेल में बनने वाली गुझिया के पैकेट की कीमत बाजार से ज्यादा नहीं बल्कि कम होती है. तिहाड़ जेल में 400 ग्राम गुझिया के पैकट की कीमत सिर्फ 100 रुपये है.