हैदराबाद : तेलंगाना पुलिस ने तीन जवानों को निलंबित कर दिया है. मामला एक पशु चिकित्सक (Veterinary Doctor) को जलाकर मारे जाने का है. महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप भी किया गया था.
इस मामले में शम्शाबाद ग्रामीण पुलिस थाने के तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. राज्य के गृह मंत्रालय ने शनिवार, 30 नवंबर को ये कार्रवाई की. निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज करने में कथित तौर से लापरवाही बरतने का आरोप लगा है.
साइबराबाद पुलिस कमिश्नर, वीसी सज्जानर ने बताया, 'सब इंस्पेक्टर एम रवि कुमार, हेड कॉन्सटेबर पी वेणुगोपाल रेड्डी और ए सत्यनारायणा गौड़ को मामले की विस्तृत जांच और अगले आदेश तक निलंबित किया गया है.' उन्होंने कहा कि ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोपों पर शनिवार को विस्तृत इन्क्वायरी की गई.
कमिश्नर वीसी सज्जानर ने कहा, 'बुधवार रात और गुरुवार को शम्शाबाद पुलिस थाने में एक लापता महिला की एफआईआर लिखे जाने के संबंध में लापरवाही बरतने के मामले में एक विस्तृत इन्क्वायरी की गई है.
उन्होंने बताया कि साइबराबाद पुलिस के सभी अधिकारियों को एक बार निर्देश दिए गए हैं, कि संज्ञेय अपराधों में केस फौरन दर्ज किया जाना चाहिए, भले ही मामला उनके थाना क्षेत्र का न हो.
महिला आयोग की सिफारिश
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य श्याममला कुंदर इस घटना की जांच के लिये हैदराबाद में हैं. उन्होंने जांच के बाद उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की, जो मृतका के परिवार की शिकायत पर समय पर कथित तौर पर हरकत में नहीं आये थे.
उन्होंने उस पुलिसकर्मी की गलती पाई, जिसने मृतका की बहन से कहा था कि मामला उनके अधिकारक्षेत्र में नहीं आता है. मृतका की बहन ने शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस से संपर्क किया था.
आयोग से मृतका के परिवार के सदस्यों ने कहा कि हैदराबाद पुलिस ने बेशकीमती वक्त बर्बाद किया, जिसका उपयोग चिकित्सक की जान बचाने में किया जा सकता था.
इस बीच, आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने नयी दिल्ली में कहा कि आयोग की एक टीम मृतका के परिवार के पास गई, जिसने टीम को बताया कि पुलिस ने मामले में नकारात्मक भूमिका निभाई. परिवार के सदस्यों ने यह भी कहा कि यहां तक कि पुलिस ने आरोप लगाया कि वह (पशु चिकित्सक) किसी के साथ भाग गई है.