कोयंबटूर : शहर के वन क्षेत्र में गुरुवार को दो मादा हाथियों को मृत पाया गया. वहीं, थेक्कमपट्टी के पास एक कृषि क्षेत्र में गोली लगने से एक 20 वर्षीय हाथी की मौत हो गई. यह क्षेत्र मेट्टुपालयम वन रेंज के कंडियूर वन बीट के दायरे में आता है. हाथी के बाएं कान पर चोट के निशान थे. पोस्टमार्ट के दौरान मृत हाथी के सिर से एक देसी गोली निकाली गई थी.
कोयंबटूर वन विभाग के सिरुमुगई वन परिक्षेत्र में लिंगापुरम में एक अन्य मृत हाथी पाया गया. जिसकी मौत के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है.
कोयंबटूर वन विभाग में इस साल अब तक 14 हाथियों की मौत हो चुकी है. जिसकी वजह से जंगली हाथियों की संख्या कम होती नजर आ रही है.
जिला वन अधिकारी (डीएफओ) डी वेंकटेश ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्होंने इस संबंध में दो किसानों को उठाया था. उन्होंने बताया कि हाथी के बाएं कान के पास चोट देखी गई. जिसके बाद पोस्टमार्टम में उसके सिर से गोली निकाली गई.
सिरुमुगई में मृत पाए गए दूसरे हाथी के बारे में डीएफओ ने कहा कि मौत का कारण पोस्टमार्टम के बाद ही सामने आएगा.
इस सप्ताह के शुरू में सिरुमुगई में एक बीमार नर हाथी आरक्षित वन में ठीक हो गया था. हाथी का इलाज वन अधिकारियों द्वारा किया जा रहा था. सूत्रों के मुताबिक, हाथी की हालत बेहद गंभीर थी.
पढ़ें- तमिलनाडु की राजधानी में मृत पाया गया टस्कर हाथी
तीसरी दुर्घटना के संबंध में स्थानीय लोगों ने नीलगिरी जिले के मसिनागुरी क्षेत्र में मुदुमलाई बाघ अभयारण्य के पास एक रिसॉर्ट में एक नर हाथी को मृत पाया गया था. प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चला कि हाथी मोटे तार की चपेट में आया था. अधिकारियों ने कहा कि वह पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का पता चल पाएगा.