नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में आज को देशभर की 116 सीटों पर मतदान होगा. इसमें गुजरात और केरल की सभी सीटें शामिल हैं. सीटों के लिहाज से ये सात चरणों में से सबसे बड़ा चरण है.
इस चरण में प्रमुख उम्मीदवारों में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कई केंद्रीय मंत्री शामिल हैं. तीसरे चरण के मतदान में करीब 18.56 करोड़ मतदाता अपना वोट डाल सकते हैं. चुनाव आयोग ने इसके लिए 2.10 लाख मतदान केंद्र बनाये हैं और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं.
सभी 116 सीटें 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हैं. 2014 के चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने 66 सीटें जीती थीं. वहीं कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने 27 पर जीत हासिल की. बाकी सीटें अन्य विपक्षी दलों और निर्दलियों के खातों में गयीं थीं.
इस चरण में गुजरात की सभी 26 और केरल की सभी 20 सीटों के साथ असम की चार, बिहार की पांच, छत्तीसगढ़ की सात, कर्नाटक तथा महाराष्ट्र में 14-14, ओडिशा की छह, उत्तर प्रदेश की 10, पश्चिम बंगाल की पांच, गोवा की दो और दादर नगर हवेली, दमन दीव तथा त्रिपुरा की एक-एक सीट शामिल हैं.
गुजरात के गांधीनगर से भाजपा अध्यक्ष शाह मैदान में हैं जहां से पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी चुनाव लड़कर लोकसभा पहुंचते रहे.
केरल में वायनाड से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लड़ रहे हैं और इस सीट पर भी सबकी निगाहें हैं.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर केरल के तिरुवनंतपुरम से फिर से किस्मत आजमा रहे हैं और उनके सामने भाजपा ने पूर्व राज्यपाल के राजशेखरन को खड़ा किया है.
कर्नाटक में यह एचडी कुमारस्वामी नीत कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार के लिए परीक्षा है.
उत्तर प्रदेश में सपा नेता मुलायम सिंह यादव के परिवार के चार सदस्यों का भविष्य ईवीएम में कैद होगा. मुलायम, उनके दो भतीजे धर्मेंद्र यादव और अक्षय यादव फिर से लोकसभा पहुंचने के लिए प्रयासरत हैं.
इनके अलावा सपा के आजम खान और फिल्म अभिनेत्री तथा भाजपा प्रत्याशी जया प्रदा भी प्रमुख चेहरों में हैं.
उत्तर गोवा से केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपाद येसो नाइक फिर से मैदान में हैं. कांग्रेस के गिरीश चोडांकर मैदान में हैं.
बिहार में पांच लोकसभा सीटों के लिए मतदान होगा जिनमें से चार पर मौजूदा सांसद पप्पू यादव (मधेपुरा), उनकी पत्नी रंजीत रंजन (सुपौल), सरफराज आलम (अररिया) और महबूब अली कैसर (खगड़िया) हैं.
ओडिशा की छह सीटों पर मुख्य मुकाबला राज्य में सत्तारूढ़ बीजद और भाजपा के बीच माना जा रहा है. 2014 के चुनाव में ये सभी सीटें बीजद के खाते में गयी थीं.
पश्चिम बंगाल की बालूरघाट, मालदा उत्तर, मालदा दक्षिण, जंगीपुर और मुर्शिदाबाद में तृणमूल कांग्रेस के मुकाबले भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवार ताल ठोंक रहे हैं.
असम की चार सीटों पर लोकसभा चुनाव में मंगलवार को 54 उम्मीदवारों का भविष्य तय होगा.मुख्य निर्वाचन अधिकारी मुकेश साहू ने बताया कि तीसरे चरण के लिए 9577 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
चार लोकसभा क्षेत्रों - धुबरी, कोकराझार (एसटी), बारपेटा और गुवाहाटी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि चुनाव सुचारू रूप से कराए जा सकें. साहू ने कहा कि फिलहाल केंद्रीय और राज्य सुरक्षा बलों की 200 कंपनियों को तैनात किया गया है.
पुलिस ने बताया कि धुबरी क्षेत्र में भारत-बांग्लादेश सीमा, पड़ोसी राज्यों के साथ लगती सीमा, रेलवे स्टेशनों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर गश्ती जारी है जबकि जिला स्तर पर सोशल मीडिया और साइबर अपराधों पर कड़ी नजर रखी जा रही है.
साहू ने कहा कि तीसरे चरण में कुल 38,308 चुनाव कर्मियों की तैनाती की गई है.
अंतिम चरण में 524 दूरस्थ मतदान केंद्र हैं जिनमें सबसे ज्यादा 314 धुबरी में, 140 बरपेटा में और 70 गुवाहाटी में हैं. कोकराझार में कोई दूरवर्ती मतदान केंद्र नहीं है.
चारों लोकसभा क्षेत्रों में 147 मतदान केंद्रों पर केवल महिलाएं तैनात होंगी जिनमें सबसे ज्यादा गुवाहाटी में 79 मतदान केंद्र ऐसे हैं जहां केवल महिलाएं तैनात रहेंगी.चारों सीटों पर कुल 125 मॉडल स्टेशन हैं.
छत्तीसगढ़ में भी सात लोकसभा क्षेत्रों में मंगलवार को मतदान कराए जाएंगे. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुब्रत साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ में मंगलवार 23 अप्रैल को सात लोकसभा क्षेत्रों सरगुजा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, कोरबा, बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर में मतदान होगा. इन सभी लोकसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा.
साहू ने आज यहां बताया कि तीसरे चरण के मतदान वाले इन सातों लोकसभा क्षेत्रों के अंतर्गत 58 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. इन सभी लोकसभा क्षेत्रों में निर्वाचन की सभी आवश्यक तैयारियाँ पूर्ण कर ली गई हैं. सात लोकसभा क्षेत्रों के लिए कुल 123 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें रायपुर में 25, बिलासपुर में 25, दुर्ग में 21, कोरबा में 13, रायगढ़ में 14, जांजगीर में 15 और सरगुजा में 10 उम्मीदवार शामिल हैं.
साहू ने बताया कि तीसरे चरण के मतदान में इस लोकसभा क्षेत्रों में कुल एक करोड़ 27 लाख 13 हजार 816 मतदाता हैं. इनमें 64 लाख 16 हजार 252 पुरूष, 62 लाख 96 हजार 992 महिला तथा 572 तृतीय लिंग के मतदाता शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि मतदान के लिए 15 हजार 408 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं.
राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि राज्य में शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा बल के लगभग 60 हजार जवानों को तैनात किया गया है.
चुनाव आयोग ने छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों के लिए तीन चरणों में मतदान की घोषणा की है. पहले चरण में 11 अप्रैल को बस्तर लोकसभा सीट के लिए मतदान संपन्न हुआ है. वहीं दूसरे चरण में 18 अप्रैल को कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद लोकसभा सीट के लिए मतदान कराया गया.
तीसरे चरण के लिए 123 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं लेकिन मुकाबला राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के बीच होने की संभावना है.
कांग्रेस ने रायपुर लोकसभा सीट से नगर निगम के महापौर प्रमोद दुबे को, बिलासपुर लोकसभा सीट से प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री अटल श्रीवास्तव को, अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित रायगढ़ लोकसभा सीट से विधायक लालजीत सिंह राठिया को उम्मीदवार बनाया है.
कोरबा लोकसभा सीट से विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत को, अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित जांजगीर चांपा से पूर्व सांसद परसराम भारद्वाज के पुत्र रवि भारद्वाज को, दुर्ग लोकसभा सीट से पूर्व विधायक प्रतिमा चंद्राकर को तथा अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सरगुजा लोकसभा सीट से विधायक खेलसाय सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है.
इन सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशियों का मुकाबला भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील सोनी, अरूण साव, गोमती साय, ज्योतिनंद दुबे, पूर्व सांसद गुहाराम अजगले, पूर्व विधायक विजय बघेल और रमन सरकार में मंत्री रहीं रेणुका सिंह से है.
राज्य की कोरबा और दुर्ग सीट पर विधानसभा अध्यक्ष महंत और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की साख दांव पर है. कोरबा लोकसभा सीट से जहां महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत चुनाव लड़ रही हैं वहीं दुर्ग सीट मुख्यमंत्री बघेल का गृह जिला है. भाजपा ने यहां से मुख्यमंत्री के रिश्तेदार और पुराने प्रतिद्वंदी विजय बघेल को चुनाव मैदान में उतारा है. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने एकमात्र दुर्ग सीट से ही जीत हासिल की थी.
आम चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने राज्य का दौरा किया और सभाएं की है.
इस दौरान जहां भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रवाद, एयर स्ट्राइक और मोदी सरकार के पांच वर्ष के कामकाज को लेकर जनता से वोट मांगा, वहीं कांग्रेस ने राफेल विमान सौदा और न्याय योजना को मतदाताओं के सामने रखा.
छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद से भारतीय जनता पार्टी का गढ़ रहा है. वर्ष 2004, 2009 और वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 11 में से 10 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में 90 में 68 सीटों में जीत हासिल करने के बाद से कांग्रेस उत्साहित है.
तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर मतदान होगा. इसमें कई क्षत्रपों की प्रतिष्ठा दांव पर है. मतदाता सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव समेत कई दिग्गजों का सियासी भाग्य तय करेंगे.
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू ने बताया कि तीसरे चरण में प्रदेश की कुल 10 लोकसभा सीटों मुरादाबाद, रामपुर, सम्भल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली और पीलीभीत के लिये मंगलवार को मतदान होगा.
गौरतलब है कि वर्ष 2014 में इनमें से सात सीटों पर भाजपा ने कब्जा किया था. वहीं मैनपुरी, बदायूं और फिरोजाबाद सीटें सपा के खाते में गयी थीं.
तीसरे चरण में 96,20,644 पुरुषों और 81,89,378 महिलाओं समेत कुल 1,78,10,946 मतदाता 120 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. इस चरण के लिये कुल 12128 मतदान केन्द्र तथा 20120 मतदेय स्थल बनाये गये हैं. इनमें से 4515 मतदेय स्थल संवेदनशील हैं.
मतदान की सम्पूर्ण व्यवस्था पर नजर रखने के लिये 1610 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 186 जोनल मजिस्ट्रेट और 358 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात किये गये हैं. इसके अलावा 10 सामान्य प्रेक्षक, पांच पुलिस प्रेक्षक, 10 व्यय प्रेक्षक और 47 सहायक व्यय प्रेक्षक तैनात किये गये हैं.
स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शान्तिपूर्ण चुनाव सम्पन्न कराने के लिए पर्याप्त संख्या में अर्द्धसैनिक बल एवं पीएसी की तैनाती की गयी है. तीसरे चरण में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव (मैनपुरी) के साथ—साथ आजम खां (रामपुर), उनकी प्रतिद्वंद्वी जया प्रदा, शिवपाल सिंह यादव (फिरोजाबाद), वरुण गांधी (पीलीभीत) और संतोष गंगवार (बरेली) जैसे दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है.
मैनपुरी में अपना 'आखिरी' चुनाव लड़ रहे सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी मुलायम का मुख्य मुकाबला भाजपा उम्मीदवार प्रेम सिंह शाक्य से है. कांग्रेस ने यहां अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है.
हालांकि इस चरण की सबसे दिलचस्प जंग फिरोजाबाद में होगी, जहां सपा से अलग होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाने वाले शिवपाल सिंह यादव और उनके भतीजे सपा प्रत्याशी अक्षय यादव के बीच मुख्य मुकाबला है. अक्षय इस सीट से मौजूदा सांसद हैं, जबकि शिवपाल पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
उधर, रामपुर में भी दिलचस्प मुकाबला हो रहा है. अपने विवादास्पद बयानों के लिये अक्सर चर्चा में रहने वाले सपा प्रत्याशी आजम खां का मुख्य मुकाबला भाजपा उम्मीदवार जया प्रदा से है. कांग्रेस ने यहां से पूर्व विधायक संजय कपूर को उतारा है.
बरेली में भाजपा प्रत्याशी आठवीं बार सांसद बनने की उम्मीद कर रहे हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन और गठबंधन के प्रत्याशी प्रदेश के पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार से है.
2014 में सुलतानपुर से सांसद चुने गये वरुण गांधी इस बार पीलीभीत से भाजपा के प्रत्याशी हैं. उनका मुख्य मुकाबला गठबंधन प्रत्याशी पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा से है. कांग्रेस ने यह सीट गठबंधन के तहत अपना दल को दी है, जिसने सुरेन्द्र गुप्ता को मैदान में उतारा है.
बदायूं में मौजूदा सपा सांसद धर्मेन्द्र यादव की साख दांव पर है. उनका मुकाबला राज्य के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी भाजपा प्रत्याशी संघमित्रा मौर्य से है. कांग्रेस की ओर से पांच बार के सांसद पूर्व केन्द्रीय मंत्री सलीम शेरवानी चुनौती पेश कर रहे हैं.
सम्भल में गठबंधन प्रत्याशी पूर्व सांसद शफीकुर्रहमान बर्क़, भाजपा प्रत्याशी परमेश्वर लाल सैनी और कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व विधायक मेजर जगतपाल सिंह के बीच मुख्य मुकाबला है.
एटा में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेटे मौजूदा सांसद एवं भाजपा प्रत्याशी राजवीर सिंह के लिये गठबंधन प्रत्याशी दो बार के सांसद देवेन्द्र सिंह यादव और कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व मंत्री सूरज सिंह शाक्य चुनौती पेश कर रहे हैं.
मुरादाबाद में भाजपा के मौजूदा सांसद सर्वेश सिंह एक बार फिर मैदान में हैं. उनका मुख्य मुकाबला सपा उम्मीदवार एसटी हसन और कांग्रेस प्रत्याशी इमरान प्रतापगढ़ी से है.
आंवला सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद धर्मेन्द्र कश्यप पुन: चुनाव लड़ रहे हैं. गठबंधन ने यहां से पूर्व विधायक रुचिवीरा को मैदान में उतारा है जबकि कांग्रेस ने तीन बार सांसद रह चुके कुंवर सर्वराज को प्रत्याशी बनाया है.
तीसरे चरण में 10 सीटों पर मुख्य मुकाबला सपा-बसपा-रालोद गठबंधन और भाजपा के बीच ही होता दिख रहा है. मगर, कुछ सीटों पर कांग्रेस और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी—लोहिया मुकाबले को त्रिकोणीय बनाती दिख रही हैं.
(भाषा इनपुट)