हैदराबाद : तेलंगाना सरकार ने फैसला किया है कि इस साल बोनालु उत्सव से संबंधित अनुष्ठान और रीति-रिवाज पुजारियों द्वारा मंदिर के अंदर ही किए जाएंगे.
गृह राज्य मंत्री महमूद अली ने बताया कि हर साल राज्य सरकार इस त्योहार को भव्य तरीके से मनाती है और राज्य के गठन के बाद इस त्योहार को राजकीय त्योहार घोषित किया गया है. पिछले साल, राज्य सरकार ने त्योहार के संचालन के लिए 15 करोड़ रुपये जारी किए थे.
हालांकि, कोविड-19 के प्रसार के कारण, भारत सरकार और राज्य सरकार ने जुलूसों और सभाओं की अनुमति नहीं देने के लिए सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं.
श्रम और रोजगार मंत्री ने बताया कि बोनालु त्योहार हर साल हैदराबाद और रंगा रेड्डी दोनों जिलों में 3,020 मंदिरों में मनाया जाता है, लेकिन कोविड-19 के प्रसार के चलते इस साल सरकार ने बहुत कुछ बदलाव किए हैं.
श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे अपने घरों में देवी को बोनम चढ़ाएं और मंदिरों में इकट्ठा न हों. 'घताला उगरिम्पु' (Ghatala Uregimpu) के लिए अनुमति नहीं दी गई है. आयुक्त, बंदोबस्ती यह सुनिश्चित करेंगे कि पत्तु वश्थारम्स पहले से ही मंदिरों में भेजा जाए.
बता दें कि बोनालु का लाइव टेलीकास्ट भी होगा, ताकि भक्त इस उत्सव को वर्चुअल देख सकें.
गृह मंत्री ने सभी समिति के सदस्यों और अन्य अधिकारियों से सरकार के साथ सहयोग करने का अनुरोध किया है.