पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सासाराम में जनसभा के दौरान जाति विशेष पर टिप्पणी की थी. जिसके बाद से ही इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. एनडीए के नेता इसे राजपूतों का अपमान बता रहे हैं. जिसके बाद से ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सफाई देते दिख रहे हैं.
बेमतलब का तूल दे रहा एनडीए
तेजस्वी यादव ने सफाई में कहा कि हमारे कहने का मतलब कुछ और निकाला जा रहा है. हमने सरकारी कर्मियों को साहब बोला था, लेकिन एनडीए के नकारात्मक सोच वाले नेता इसे बेमतलब का तूल दे रहे हैं.
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'बिना चढ़ावे के अधिकारी कोई काम नहीं करता'
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि लोगों को भरमाया जा रहा है. हमने कहा था कि लालू प्रसाद के शासनकाल में सरकारी सर्विस में जो कर्मचारी होते थे उनके जमाने में अधिकारी घूस नहीं लेते थे. जब से एनडीए की सरकार बनी और नीतीश कुमार बिहार के मुखिया बने तब से अधिकारियों का बोलबाला होता रहा. अधिकारी बिना चढ़ावे का कोई काम नहीं करते
सुशील मोदी ने किया ट्वीट
बता दें कि तेजस्वी यादव ने जनसभा के दौरान सासाराम में जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि लालू प्रसाद यादव के शासनकाल में बाबू साहेब के सामने गरीब जनता सीना तान कर बैठती थी. इस पर जदयू और बीजेपी के नेता हमलावर होते हुए दिख रहे हैं. सुशील मोदी ने ट्वीट करके इसे राजपूतों का अपमान बताया. साथ ही उन्होंने तेजस्वी पर आरोप लगाया कि वे हार से हताशा होकर जाति कार्ड खेल रहे हैं.