ETV Bharat / bharat

बिहार : 29 दिन भी नहीं चला 264 करोड़ का पुल, तेजस्वी ने कसा तंज

बिहार के गोपालगंज जिले में एक पुल बह गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 29 दिन पहले इसका उद्घाटन किया था. इस पुल के ध्वस्त हो जाने से सारण और चंपारण तिरहुत के बीच संपर्क टूट गया है. पुल गिरने की घटना पर बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि इसमें भारी भ्रष्टाचार हुआ है. पढ़ें पूरी खबर.

करोड़ का पुल
करोड़ का पुल
author img

By

Published : Jul 16, 2020, 12:00 PM IST

Updated : Jul 16, 2020, 2:18 PM IST

पटना : बिहार के गोपालगंज में 264 करोड़ रुपये की लागत से बना सत्तरघाट महासेतु बुधवार को पानी के दबाव की वजह से ध्वस्त हो गया. इस मामले में नीतीश सरकार पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने वीडियो पोस्ट कर तंज कसा है. सरकार ने भी इस मामले में सफाई दी है.

दरअसल, गोपालगंज जिले में गंडक नदी के तेज बहाव का दबाव एक महीने पूर्व बना रामजानकी पथ नहीं झेल सका और टूट गया. जिससे इस सड़क पर आवगमन बाधित हो गया. बैकुंठपुर प्रखंड के खोम्हारीपुर में पुलिया के पास सड़क टूटने से उत्तर बिहार के कई जिलों का संपर्क टूट गया. बुधवार की सुबह से ही आवागमन ठप हो गया.

सड़क टूटने के बाद विश्व का सबसे बड़े बुद्ध स्तूप केसरिया, सीवान, सारण, पश्चिम चंपारण तथा पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी का संपर्क टूट गया है. जबकि सारण तटबंध पर भी पानी का दबाव बढ़ गया है. कहा जा रहा है कि तटबंध पर खतरा बढ़ा तो सारण जिले में बाढ़ का पानी पहुंच जाएगा.

करोड़ों की लागत से बना सत्तरघाट महासेतु ध्वस्त.

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसके लिए सीधे तौर पथ निर्माण मंत्री को जिम्मेदार ठहराया. और उनके इस्तीफे की मांग की. तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री को तुरंत ऐसे भ्रष्ट मंत्री का इस्तीफा लेना चाहिए.

तेजस्वी यादव ने कसा तंज.

तेजस्वी ने नीतीश पर कसा तंज

ईटीवी भारत से बात करने से पहले तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा, '8 वर्ष में 263.47 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित गोपालगंज के सत्तर घाट पुल का 16 जून को नीतीश जी ने उद्घाटन किया था. आज 29 दिन बाद यह पुल ध्वस्त हो गया. खबरदार! अगर किसी ने इसे नीतीश जी का भ्रष्टाचार कहा तो? 263 करोड़ तो सुशासनी मुंह दिखाई है. इतने की तो इनके चूहे शराब पी जाते हैं.'

सरकार की सफाई

प्रदेश के पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव तेजस्वी यादव के हमले के बाद सत्तर घाट पुल को लेकर सफाई देने के लिए तैयार हुए. कटाव को लेकर नंदकिशोर यादव ने कहा कि यह 70 घाट पुल से काफी दूर का मामला है और बाढ़ ग्रस्त इलाकों में इस तरह की बात होती रहती है.

गोपालगंज में पुल टूटने पर पथ निर्माण विभाग की सफाई.

नंदकिशोर यादव ने कहा कि 70 घाट पुल से इस कटाव का कोई लेना-देना नहीं है. पुल पूरी तरह सुरक्षित है और पानी कम होते ही, उसकी मरम्मत करा दी जाएगी. वहीं तेजस्वी यादव के इस्तीफा मांगने पर नंदकिशोर यादव ने कहा कि जिन के राज में भ्रष्टाचार ही हुआ हो. वे क्या बोलेंगे और उनका राज है क्या.

रामजानकी पथ टूटा
इस बीच बुधवार की शाम अधिकारियों की एक टीम हालात का जायजा लेने घटनास्थल पर पहुंची. राज्य पुल निगम के टीम लीडर अभियंता अभय कुमार प्रभात की टीम पहुंचकर क्षति का आकलन किया और स्थानीय अधिकारियों को कई निर्देश दिए.

वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से पुल और 9.1 किलोमीटर फैजुल्लाहपुर से चंपारण के लाला छापर के बीच संपर्क पथ का निर्माण जून में ही पूरा किया गया था. 16 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन किया था. एक माह में पुलिया के पास सड़क टूटने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है.

पथ के निर्माण में 263.48 करोड़ रुपये की राशि हुई खर्च
अधिकारियों ने बताया कि यह सड़क मुख्य रूप से पूर्वी चंपारण के केसरिया तथा बैकुंठपुर को जोड़ता है. पुल, पुलिया और संपर्क पथ के निर्माण में 263.48 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई थी. अधिकारियों ने दावा करते हुए कहा कि पानी का तेज बहाव कम होने के बाद चार से पांच दिन में सड़क को आवामगन के लायक बना दिया जाएगा.

पटना : बिहार के गोपालगंज में 264 करोड़ रुपये की लागत से बना सत्तरघाट महासेतु बुधवार को पानी के दबाव की वजह से ध्वस्त हो गया. इस मामले में नीतीश सरकार पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने वीडियो पोस्ट कर तंज कसा है. सरकार ने भी इस मामले में सफाई दी है.

दरअसल, गोपालगंज जिले में गंडक नदी के तेज बहाव का दबाव एक महीने पूर्व बना रामजानकी पथ नहीं झेल सका और टूट गया. जिससे इस सड़क पर आवगमन बाधित हो गया. बैकुंठपुर प्रखंड के खोम्हारीपुर में पुलिया के पास सड़क टूटने से उत्तर बिहार के कई जिलों का संपर्क टूट गया. बुधवार की सुबह से ही आवागमन ठप हो गया.

सड़क टूटने के बाद विश्व का सबसे बड़े बुद्ध स्तूप केसरिया, सीवान, सारण, पश्चिम चंपारण तथा पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी का संपर्क टूट गया है. जबकि सारण तटबंध पर भी पानी का दबाव बढ़ गया है. कहा जा रहा है कि तटबंध पर खतरा बढ़ा तो सारण जिले में बाढ़ का पानी पहुंच जाएगा.

करोड़ों की लागत से बना सत्तरघाट महासेतु ध्वस्त.

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसके लिए सीधे तौर पथ निर्माण मंत्री को जिम्मेदार ठहराया. और उनके इस्तीफे की मांग की. तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री को तुरंत ऐसे भ्रष्ट मंत्री का इस्तीफा लेना चाहिए.

तेजस्वी यादव ने कसा तंज.

तेजस्वी ने नीतीश पर कसा तंज

ईटीवी भारत से बात करने से पहले तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा, '8 वर्ष में 263.47 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित गोपालगंज के सत्तर घाट पुल का 16 जून को नीतीश जी ने उद्घाटन किया था. आज 29 दिन बाद यह पुल ध्वस्त हो गया. खबरदार! अगर किसी ने इसे नीतीश जी का भ्रष्टाचार कहा तो? 263 करोड़ तो सुशासनी मुंह दिखाई है. इतने की तो इनके चूहे शराब पी जाते हैं.'

सरकार की सफाई

प्रदेश के पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव तेजस्वी यादव के हमले के बाद सत्तर घाट पुल को लेकर सफाई देने के लिए तैयार हुए. कटाव को लेकर नंदकिशोर यादव ने कहा कि यह 70 घाट पुल से काफी दूर का मामला है और बाढ़ ग्रस्त इलाकों में इस तरह की बात होती रहती है.

गोपालगंज में पुल टूटने पर पथ निर्माण विभाग की सफाई.

नंदकिशोर यादव ने कहा कि 70 घाट पुल से इस कटाव का कोई लेना-देना नहीं है. पुल पूरी तरह सुरक्षित है और पानी कम होते ही, उसकी मरम्मत करा दी जाएगी. वहीं तेजस्वी यादव के इस्तीफा मांगने पर नंदकिशोर यादव ने कहा कि जिन के राज में भ्रष्टाचार ही हुआ हो. वे क्या बोलेंगे और उनका राज है क्या.

रामजानकी पथ टूटा
इस बीच बुधवार की शाम अधिकारियों की एक टीम हालात का जायजा लेने घटनास्थल पर पहुंची. राज्य पुल निगम के टीम लीडर अभियंता अभय कुमार प्रभात की टीम पहुंचकर क्षति का आकलन किया और स्थानीय अधिकारियों को कई निर्देश दिए.

वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से पुल और 9.1 किलोमीटर फैजुल्लाहपुर से चंपारण के लाला छापर के बीच संपर्क पथ का निर्माण जून में ही पूरा किया गया था. 16 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन किया था. एक माह में पुलिया के पास सड़क टूटने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है.

पथ के निर्माण में 263.48 करोड़ रुपये की राशि हुई खर्च
अधिकारियों ने बताया कि यह सड़क मुख्य रूप से पूर्वी चंपारण के केसरिया तथा बैकुंठपुर को जोड़ता है. पुल, पुलिया और संपर्क पथ के निर्माण में 263.48 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई थी. अधिकारियों ने दावा करते हुए कहा कि पानी का तेज बहाव कम होने के बाद चार से पांच दिन में सड़क को आवामगन के लायक बना दिया जाएगा.

Last Updated : Jul 16, 2020, 2:18 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.