पटना : आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं. एक बार फिर से वह ट्रोल हो रहे हैं. दरअसल, तेजप्रताप यादव द्वारा राष्ट्रपति को लिखी गयी चिट्ठी वायरल हो रही है.
तेज प्रताप के पत्र में 6 गलतियां
दरअसल, तेज प्रताप यादव ने 25 जनवरी को जो चिट्ठी राष्ट्रपति को लिखी है, उसमें 6 गलतियां पाई गई हैं. इस चिट्ठी में साफ देखा जा रहा है कि गरीबों की जगह (गरीवों), वंचित की जगह (बंचति), मसीहा की जगह (मसिहा), आदरणीय की जगह (आपरणीय), लालू की जगह (लालु), मूल्यों की जगह (मुल्यों) लिखा गया है.
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समानता की लड़ाई को जीतकर “लड़ाका लालू” कहलाने वाले उस विचारधारा की आज़ादी के लिए पत्र लिखकर #आज़ादीपत्र मुहीम का शुरुआत किया।
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मुहिम का हिस्सा बनने के लिए सभी आमंत्रित
चारा घोटाला में सजायफ्ता पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव का दिल्ली एम्स में इलाज चल रहा है. उनकी रिहाई के लिए तेज प्रताप यादव ने राष्ट्रपति को आजादी पत्र लिखा था. इसके बाद ट्वीट करके तेज प्रताप यादव ने लिखा, ''समानता की लड़ाई को जीतकर 'लड़ाका लालू' कहलाने वाले उस विचारधारा की आज़ादी के लिए पत्र लिखकर #आज़ादीपत्र मुहिम का शुरुआत किया. आप सभी को मुहिम का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करता हूं'
पढ़ें: राजद सुप्रीमो की बेटी ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र, मांगी रिहाई
यहां पर यह बताना भी जरूरी है कि तेज प्रताप यादव फिलहाल हसनपुर से राजद के विधायक हैं. वह पूर्व में स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं. बता दें, इससे पहले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर अपने पिता को रिहा करने की मांग की थी. उन्होंने आम लोगों व राजद कार्यकर्ताओं से इस मुहिम से जुड़ने की अपील की है. लालू को एयर एंबुलेंस से रांची के रिम्स अस्पताल से दिल्ली के एम्स लाया गया था.