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आईआईआईटी हैदराबाद में स्थापित होगा टेक्नोलॉजी इनोवेशव हब - dst at iiit hyderabad

अंतरराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी हैदराबाद में डेटा-चालित प्रौद्योगिकियों के लिए टेक्नोलॉजी इनोवेशव हब (TIH) की स्थापना की जाएगी. इंटरडिसिप्लिनरी साइबर-फिजिकल सिस्टम ने हब के लिए आईआईटी हैदराबाद का चयन किया.

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Published : Aug 21, 2020, 1:29 PM IST

हैदराबाद : केंद्र सरकार का विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी हैदराबाद में डेटा-चालित प्रौद्योगिकियों के लिए टेक्नोलॉजी इनोवेशव हब (TIH) की स्थापना करेगा. टेक्नोलॉजी इनोवेशव हब को 110 करोड़ रुपये की फंडिंग के साथ आईआईआईटी हैदराबाद में स्थापित किया जाएगा.

इंटरडिसिप्लिनरी साइबर-फिजिकल सिस्टम ने हब के लिए आईआईटी हैदराबाद का चयन किया. आईआईटी और आईआईएससी के अलावा यह एकमात्र ऐसा संस्थान है जो, 17 चयनित टीआईएच की सूची में जगह बना सका है.

टीआईएच डेटा चालित प्रौद्योगिकी को प्रमोट करेगा

आईआईआईटी हैदराबाद ने कहा है कि टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब-डेटा घोषित एप्लाइड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इनिशिएटिव का एक हिस्सा होगा. जिसकी घोषणा आईआईआईटी हैदराबाद द्वारा जनवरी में तेलंगाना सरकार और चिपमेकर इंटेल के साथ संयुक्त रूप से की गई थी.

शैक्षणिक, अनुसंधान और विकास संस्थानों के लिए योजना

संस्थान ने आगे कहा कि टीआईएच- डाटा जो कि एक सेक्शन -8 कंपनी है. यह गतिशीलता, हेल्थकेयर सिस्टम, इमारतों और भारत-विशिष्ट समस्याओं पर सभी डेटा-संचालित प्रौद्योगिकियों के लिए एक एकल बिंदु स्रोत होगी. यह पहल टीआईएच के डोमेन क्षेत्रों में अकादमिक, अनुसंधान और विकास संस्थानों और उद्योग के साथ-साथ अन्य फंडिंग एजेंसियों को भी सहायता प्रदान करेगी.

टीएचआई अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं में भी भाग लेगा, छात्र स्टार्टअप का समर्थन करेगा, और अंतर्राष्ट्रीय सहयोगी परियोजनाओं को शुरू करने के साथ-साथ उद्यमियों का भी समर्थन करेगा.

कोविड-19 के लिए विशेष पहल

आईआईआईटी हैदराबाद ने कोविड-19 के दौरान विशेष पहल भी शुरू कर दी है. डीएसटी के रक्षक पहल के हिस्से के रूप में भी हब स्थापित किया जा रहा है. इसके अनुसार डेटा सेट को क्यूरेट और कंपाइल करने के लिए एक प्रोटेक्ट के तहत, इसका उपयोग निदान और उपचार प्रोटोकॉल के लिए भी किया जा सकता है.

आईआईआईटी-हैदराबाद के प्रोफेसर पीजे नारायणन ने कहा कि संस्थान हब के तहत डेटासेट बनाने और क्यूरेट करने पर ध्यान केंद्रित करेगा. उन्होंने आगे कहा कि इसके निष्पक्ष, पारदर्शी और खुले उपयोग के साथ डेटा मशीन लर्निंग आधारित समाधानों के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं.

यह भी पढ़ें- एनटीए ने AIAPGET 2020 का एडमिट कार्ड जारी किया

संस्था के निदेशक ने यह भी बताया कि चूंकि आईआईआईटी हैदराबाद में देश का सबसे बड़ा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च ग्रुप है इसलिए संस्थान डेटा-संचालित तकनीकों में महत्वपूर्ण योगदान के साथ-साथ अनुसंधान को सुलभ बनाने के लिए तत्पर है.

हैदराबाद : केंद्र सरकार का विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी हैदराबाद में डेटा-चालित प्रौद्योगिकियों के लिए टेक्नोलॉजी इनोवेशव हब (TIH) की स्थापना करेगा. टेक्नोलॉजी इनोवेशव हब को 110 करोड़ रुपये की फंडिंग के साथ आईआईआईटी हैदराबाद में स्थापित किया जाएगा.

इंटरडिसिप्लिनरी साइबर-फिजिकल सिस्टम ने हब के लिए आईआईटी हैदराबाद का चयन किया. आईआईटी और आईआईएससी के अलावा यह एकमात्र ऐसा संस्थान है जो, 17 चयनित टीआईएच की सूची में जगह बना सका है.

टीआईएच डेटा चालित प्रौद्योगिकी को प्रमोट करेगा

आईआईआईटी हैदराबाद ने कहा है कि टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब-डेटा घोषित एप्लाइड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इनिशिएटिव का एक हिस्सा होगा. जिसकी घोषणा आईआईआईटी हैदराबाद द्वारा जनवरी में तेलंगाना सरकार और चिपमेकर इंटेल के साथ संयुक्त रूप से की गई थी.

शैक्षणिक, अनुसंधान और विकास संस्थानों के लिए योजना

संस्थान ने आगे कहा कि टीआईएच- डाटा जो कि एक सेक्शन -8 कंपनी है. यह गतिशीलता, हेल्थकेयर सिस्टम, इमारतों और भारत-विशिष्ट समस्याओं पर सभी डेटा-संचालित प्रौद्योगिकियों के लिए एक एकल बिंदु स्रोत होगी. यह पहल टीआईएच के डोमेन क्षेत्रों में अकादमिक, अनुसंधान और विकास संस्थानों और उद्योग के साथ-साथ अन्य फंडिंग एजेंसियों को भी सहायता प्रदान करेगी.

टीएचआई अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं में भी भाग लेगा, छात्र स्टार्टअप का समर्थन करेगा, और अंतर्राष्ट्रीय सहयोगी परियोजनाओं को शुरू करने के साथ-साथ उद्यमियों का भी समर्थन करेगा.

कोविड-19 के लिए विशेष पहल

आईआईआईटी हैदराबाद ने कोविड-19 के दौरान विशेष पहल भी शुरू कर दी है. डीएसटी के रक्षक पहल के हिस्से के रूप में भी हब स्थापित किया जा रहा है. इसके अनुसार डेटा सेट को क्यूरेट और कंपाइल करने के लिए एक प्रोटेक्ट के तहत, इसका उपयोग निदान और उपचार प्रोटोकॉल के लिए भी किया जा सकता है.

आईआईआईटी-हैदराबाद के प्रोफेसर पीजे नारायणन ने कहा कि संस्थान हब के तहत डेटासेट बनाने और क्यूरेट करने पर ध्यान केंद्रित करेगा. उन्होंने आगे कहा कि इसके निष्पक्ष, पारदर्शी और खुले उपयोग के साथ डेटा मशीन लर्निंग आधारित समाधानों के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं.

यह भी पढ़ें- एनटीए ने AIAPGET 2020 का एडमिट कार्ड जारी किया

संस्था के निदेशक ने यह भी बताया कि चूंकि आईआईआईटी हैदराबाद में देश का सबसे बड़ा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च ग्रुप है इसलिए संस्थान डेटा-संचालित तकनीकों में महत्वपूर्ण योगदान के साथ-साथ अनुसंधान को सुलभ बनाने के लिए तत्पर है.

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