श्रीनगर : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता ताशी ग्यालसन को शनिवार को लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद (एलएएचएडीसी) के मुख्य कार्यकारी पार्षद (सीईसी) के रूप में सर्वसम्मति से चुना गया.
एलएएचएडीसी चेयरमैन के रूप में ग्यालसन ने लेह में शपथ ग्रहण करने के बाद कहा कि मैं लोगों को भाजपा में विश्वास जताने के लिए धन्यवाद देता हूं. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आने वाले दिनों में आप एक बेहतर लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद को देखेंगे. हम जल्द ही कार्यकारी पार्षदों को नामित करेंगे और उसके बाद भविष्य की कार्रवाई का फैसला किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि लोग जल्द ही एक नया लद्दाख देखेंगे. हालांकि, केंद्र शासित प्रदेश में नई चुनौतियां भी होंगी. लद्दाख अब एक जिला नहीं है, बल्कि एक केंद्र शासित प्रदेश है और नई चुनौतियां हैं. हमें एक नई परिषद स्थापित करनी है और लद्दाख के यूटी बनने के बाद यह पहली परिषद है. सभी पार्षद कड़ी मेहनत करेंगे और आप एक नया लद्दाख देखने की उम्मीद कर सकते हैं. अगले पांच वर्षों में आप नए बदलाव देखेंगे.
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छठें एलएएचएडीसी चुनावों में, भाजपा ने 26 में से 15 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस ने नौ सीटें जीती थीं और दो निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत मिली. चार केंद्रीय मंत्रियों द्वारा प्रचार करने के बावजूद भाजपा अपेक्षित जीत दर्ज करने में विफल रही. भाजपा ने 2015 में 18 सीटें जीतीं थीं, लेकिन इस साल वह केवल 15 सीटें ही जीत सकी. दूसरी ओर, कांग्रेस ने 2015 में केवल पांच सीटें जीतीं थी. इस बार कांग्रेस ने किसी भी स्टार प्रचारक के बिना 9 सीटें जीत लीं.
एलएएचएडीसी चुनावों ने 65.7 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. इसके बावजूद क्षेत्रीय दलों नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने खुद को चुनाव से दूर रखा. हालांकि, आम आदमी पार्टी के 19 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा मगर एक भी सीट नहीं जीत सके.