नई दिल्ली : राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद पर उच्चतम न्यायालय में 40 दिनों तक चली सुनवाई बुधवार को पूरी हो गयी. प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता में पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने मामले की सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित कर लिया है. गौरतलब है कि प्रदान न्यायाधीश गोगोई आगामी 17 नवम्बर को रिटायर होने वाले हैं और उम्मीद की जा रही है कि उसके पहले ही इस अति संवेदनशील मामले का फैसला आ जाएगा.
इस बीच भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने ईटीवी भारत से बातचीत की. उन्होंने दावा किया कि राम के लिए ही राजनीति में आए थे, वह राजनीति में इसलिए आए थे कि राम मंदिर का मुद्दा संसद में उठा सकें वरना साधु संतों का राजनीति में क्या काम.
भाजपा सांसद ने केंद्र की मोदी सरकार और उच्चतम न्यायालय को धन्यवाद किया है कि उन्हीं की वजह से हर रोज अदालत की कार्यवाही संभव हो पाई और आज यह लड़ाई निर्णायक भूमिका में पहुंच गई है.
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साक्षी महाराज ने कहा कि अंतिम कार्यवाही होते-होते तक सुन्नी वक्फ बोर्ड के भी दावा वापस लेने की बात सामने आ रही है. उन्होंने कहा कि पूरी उम्मीद है कि फैसला आने के बाद देश में सौहार्द रहेगा.
साक्षी महाराज को लगता है कि फैसला जल्द ही हिन्दुओं के पक्ष में आने वाला है. हालांकि अंतिम निर्णय अदालत के माननीय न्यायाधीशों के ऊपर ही निर्भर करेगा.
उन्होंने कहा कि जैसे कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया गया और वहां पर एक पत्ता तक नहीं हिला, वैसे ही अयोध्या मसले पर फैसले के बाद भी देश में शांति बनी रहेगी.