नई दिल्ली: देश में असल समस्या जनसंख्या वृद्धि नहीं बल्कि संसाधन नियोजन है. जनसंख्या के मुद्दे को देश में सही तरीके से समझा नहीं जा रहा है. हमारे पास जो संसाधन हैं हम उनका सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, यह हमारी मुख्य समस्या है. ये बात जमात-ए-इस्लामी हिंद के उपाध्यक्ष मोहम्मद सलीम इंजीनियर ने कही है.
दरअसल, मोहम्मद सलीम ने शुक्रवार को राज्यसभा में जनसंख्या नियंत्रण संबंधित पेश किये गए बिल पर टिप्पणी की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सदन में हम जो नए कानून ला रहे हैं यह प्रकृति के खिलाफ हैं और इससे प्रकृति में अनियंत्रण पैदा होगा.
मोहम्मद सलीम ने बताया कि जमात-ए-इस्लामी हिंद प्रत्येक चार साल में अपने नए नेतृत्व और पदाधिकारियों का चुनाव करती है. उन्होंने बताया कि इस बार सैयद सादातुल्लाह हुसैनी को अध्यक्ष चुना गया है.
साथ ही साथ उन्होंने ये भी बताया कि जमात-ए-इस्लामी हिंद अपने प्रत्येक नए कार्यकाल के लिए नई नीति और कार्यक्रम तैयार करती है. इस बार उनका ध्यान बेहतर और ठोस बुनियाद पर भारतीय समाज के नवनिर्माण पर केंद्रित होगा.
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उन्होंने कहा कि हम इसके साथ ही गरीबी, बीमारी, अशिक्षा, भूख और बेरोजगारी की समाप्ति के लिए सामाजिक सेवा आरंभ करने का प्रयास भी करेंगे.
ईटीवी भारत के इस सवाल पर कि जमात-ए-इस्लामी हिंद अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे मॉब लिंचिंग जैसे मुद्दों पर क्या करेगा, उन्होंने कहा, 'राजनीतिक लाभ के लिए जिस तरीके से मुसलमानों और दलितों के खिलाफ लोगों को भड़काने की कोशिशें हो रही हैं उससे हमारा समाज छिन्न-भिन्न हो रहा है.'
उन्होंने कहा कि इसलिए हमने तय किया है कि हम सभी धर्मों के लोगों के साथ कार्यक्रम करेंगे और देश में मोहब्बत व भाईचारे और विश्वास का वातावरण बनाएंगे. इसके साथ ही देश में छोटे-छोटे लेवल पर सद्भावना कमेटियां गठित करेंगे, जिससे की समाज में नफरत ना फैले.