ETV Bharat / bharat

'8वीं अनुसूची में शामिल सभी भाषाएं राष्ट्रीय भाषाएं हैं'- CPM पोलित ब्यूरो सदस्य नीलोत्पल बसु

author img

By

Published : Sep 16, 2019, 7:14 PM IST

Updated : Sep 30, 2019, 8:52 PM IST

CPM पोलित ब्यूरो के सदस्य नीलोत्पल बसु ने कहा कि आठवीं अनुसूची में शामिल सभी भाषाएं राष्ट्रीय भाषाएं हैं. उन्होंने कहा कि इसलिए किसी भी एक भाषा को राष्ट्रीय भाषा बनाकर बाकी भाषाओं पर थोपने का कोई तुक नहीं बनता. जानें और क्या कुछ बोले बसु और क्यों...

CPM पोलित ब्यूरो सदस्य नीलोत्पल बसु

नई दिल्ली: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की पोलित ब्यूरो के सदस्य नीलोत्पल बसु ने कहा है कि देश की सभी भाषाएं राष्ट्रीय भाषाएं हैं. उन्होंने कहा कि संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल सभी भाषाओं को राष्ट्रीय भाषा का दर्जा प्राप्त है.

गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिंदी को भारत की राष्ट्रीय भाषा बनाने का सुझाव दिया था, जिसके बाद नीलोत्पल बसु का ये बयान सामने आया है.

इस बारे में ईटीवी भारत ने माकपा की पोलित ब्यूरो सदस्य नीलोत्पल बसु से बातचीत की. इस दौरान बसु ने कहा कि किसी भी एक भाषा को अलग करना और उसे आठवीं अनुसूची में शामिल अन्य भाषाओं पर थोप कर राष्ट्रीय भाषा का दर्जा देने जैसा कोई सवाल नहीं उठता है.

CPM पोलित ब्यूरो सदस्य नीलोत्पल बसु से हुई बातचीत

उन्होंने कहा कि वास्तव में देखा जाए तो संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल सभी भाषाएं राष्ट्रीय भाषा हैं. आपको बता दें, भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में 22 भाषाओं को राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है.

पढ़ें: हिंदी पर जंगः 'कोई 'शाह' नहीं तोड़ सकता 1950 का ये वादा'

गौरतलब है कि बीते शनिवार को अमित शाह ने कहा था कि भारत में हिन्दी को राष्ट्रीय भाषा घोषित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इससे देश में एकजुटता को बढ़ावा मिलेगा. शाह के इस सुझाव के बाद देश में लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं.

वहीं ईटीवी भारत से बात करते हुए बसु ने कहा कि सभी भाषाओं के विकास से देश में राष्ट्रीय एकजुटता का विकास होगा. उन्होंने कहा, 'भारत में कई लोग हैं जिन्हें हिंदी बोलना नहीं आता और उनकी अपनी भाषा के प्रति भावनाएं जुड़ी हुई हैं.'

नीलोत्पल बसु ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए उनकी कड़ी आलोचना की. साथ ही उन्होंने कहा, 'अमित शाह केवल इस देश में आग लगा सकते हैं और 'लोगों का ध्रुवीकरण' कर उन्हें बांट सकते हैं.'

नई दिल्ली: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की पोलित ब्यूरो के सदस्य नीलोत्पल बसु ने कहा है कि देश की सभी भाषाएं राष्ट्रीय भाषाएं हैं. उन्होंने कहा कि संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल सभी भाषाओं को राष्ट्रीय भाषा का दर्जा प्राप्त है.

गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिंदी को भारत की राष्ट्रीय भाषा बनाने का सुझाव दिया था, जिसके बाद नीलोत्पल बसु का ये बयान सामने आया है.

इस बारे में ईटीवी भारत ने माकपा की पोलित ब्यूरो सदस्य नीलोत्पल बसु से बातचीत की. इस दौरान बसु ने कहा कि किसी भी एक भाषा को अलग करना और उसे आठवीं अनुसूची में शामिल अन्य भाषाओं पर थोप कर राष्ट्रीय भाषा का दर्जा देने जैसा कोई सवाल नहीं उठता है.

CPM पोलित ब्यूरो सदस्य नीलोत्पल बसु से हुई बातचीत

उन्होंने कहा कि वास्तव में देखा जाए तो संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल सभी भाषाएं राष्ट्रीय भाषा हैं. आपको बता दें, भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में 22 भाषाओं को राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है.

पढ़ें: हिंदी पर जंगः 'कोई 'शाह' नहीं तोड़ सकता 1950 का ये वादा'

गौरतलब है कि बीते शनिवार को अमित शाह ने कहा था कि भारत में हिन्दी को राष्ट्रीय भाषा घोषित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इससे देश में एकजुटता को बढ़ावा मिलेगा. शाह के इस सुझाव के बाद देश में लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं.

वहीं ईटीवी भारत से बात करते हुए बसु ने कहा कि सभी भाषाओं के विकास से देश में राष्ट्रीय एकजुटता का विकास होगा. उन्होंने कहा, 'भारत में कई लोग हैं जिन्हें हिंदी बोलना नहीं आता और उनकी अपनी भाषा के प्रति भावनाएं जुड़ी हुई हैं.'

नीलोत्पल बसु ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए उनकी कड़ी आलोचना की. साथ ही उन्होंने कहा, 'अमित शाह केवल इस देश में आग लगा सकते हैं और 'लोगों का ध्रुवीकरण' कर उन्हें बांट सकते हैं.'

Intro:New Delhi: Days after Union Home Minister Amit Shah has suggested of making Hindi as India's national language, CPM politburo member Nilutpal Basu on Monday said that all the languages in the eighth schedule are national languages.


Body:"There is no question of singling out one of the language and imposing them on the other eighth schedule languages...in fact, all the languages in the eighth schedule are national language," said Basu to ETV Bharat.

There are 22 recognised languages in the eighth schedule of the Indian Constitution.

Sharp reactions keep pouring from across India after Amit Shah on Saturday said that Hindi should be India's national language which could unite the country.

"We believe a national link language will eventually evolve on the basis of free development of each of the languages," said Basu.


Conclusion:He said, "many of the people in India don't speak Hindi and they have their emotions about their own language."

Criticising Amit Shah, Basu further said that he (Shah) can only ignite fire in this country and 'polarised the people.'

End.
Last Updated : Sep 30, 2019, 8:52 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.