आगरा : कोरोना के कहर से मोहब्बत की निशानी ताजमहल और आगरा के किले में 187 दिनों से सन्नाटा छाया हुआ था. सात अजूबों में शुमार ताज की चमक लॉकडाउन में गायब सी हो गई थी. 17 मार्च से बंद ताज अपने कद्रदानों के लिए बाहें फैलाए बेसब्री से उनका इंतजार कर रहा है. 21 सितंबर से ताजमहल और आगरा का किला अनलॉक होने जा रहा है, जिससे पर्यटन कारोबारियों की उम्मीदें परवान चढ़ेंगी. ताज के दीवानों की हसरत पूरी होंगी तो करीब पांच लाख घरों की रोजी-रोटी भी चलेगी. कोरोना संक्रमण की वजह से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) ने ताजमहल और आगरा के किले में पर्यटकों की एंट्री के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) तैयार किया है. इसके तहत कोविड-19 की गाइडलाइन और एसओपी का पालन कराया जाएगा.
निर्धारित होगी दर्शकों की संख्या
एएसआई द्वारा तैयार किए गए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर से ताज और आगरा के किले में एंट्री दी जाएगी. एएसआई ने इसको लेकर पूरी तैयारियां कर ली हैं. स्मारकों को सैनिटाइज किया जाएगा. साथ ही पर्यटकों की संख्या सीमित रहेगी. एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते अभी ताजमहल और आगरा किले में दर्शकों की संख्या निर्धारित की गई है. एक दिन में पांच हजार दर्शक ही ताज का दीदार कर सकेंगे, जबकि आगरा किले में 2,500 दर्शकों को एक दिन में टिकट दिया जाएगा.
इस समय ताज का कर सकेंगे दीदार
वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत सुबह 6.30 से दोपहर 2 बजे तक ताजमहल में 2,500 दर्शकों को टिकट मिलेगी और उसके बाद फिर 2,500 दर्शकों को शाम 6 बजे तक ताज निहारने के लिए टिकट दिया जाएगा. ऐसे ही आगरा के किले में भी सुबह 6.30 से दोपहर 2 बजे तक 1,225 पर्यटक और फिर दोपहर बाद 1,225 दर्शकों को टिकट दिया जाएगा. स्मारकों पर टिकट विंडो बंद रहेंगे, इसलिए सभी पर्यटकों को ऑनलाइन टिकट से ही एंट्री मिलेगी.
गाइडलाइन के तहत ही मिलेगी पर्यटकों को एंट्री
एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि जिस तरह से आगरा के दूसरे स्मारकों पर पर्यटकों की एंट्री को लेकर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार की कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन कराया जा रहा है. वैसे ही ताजमहल और आगरा के किले में भी सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि इसके लिए एसओपी भी तैयार कर ली गई है. एसओपी का पालन करा के ही ताजमहल और आगरा किले में पर्यटकों को एंट्री दी जाएगी.
यह रहेंगे नए एंट्री के नियम
ताजमहल और आगरा किले में ई-टिकट से पर्यटकों को एंट्री दी जाएगी. हर रोज ताज और आगरा के किले को दो बार सैनिटाइज कराया जाएगा. आने वाले पर्यटकों को पार्किंग में डिजिटल भुगतान करना होगा. पर्यटकों को सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना होगा. हर पर्यटक को मास्क लगाना अनिवार्य है. मास्क लगाने वाले पर्यटकों को ही स्मारक में एंट्री दी जाएगी. स्मारकों में एंट्री से पहले पर्यटकों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी.
फोटोग्राफी की नहीं मिलेगी अनुमति
गैर संक्रमित पर्यटकों को ही स्मारक में प्रवेश दिया जाएगा. स्मारक में प्रवेश, निकास और भ्रमण का रूट वन-वे होगा. ताज और आगरा के किले में ग्रुप फोटोग्राफी की अनुमति नहीं है. पर्यटक स्मारक में खाने का सामान नहीं ले जा सकेंगे. सभी स्मारकों को समय-समय पर सैनिटाइज कराया जाएगा. ताज और दूसरे स्मारकों में इमारतों को स्पर्श करने पर रोक है. स्मारकों में पर्यटकों के थूकने पर पाबंदी रहेगी.
एक नजर
- ताजनगरी में 650 होटल हैं.
- आगरा में 3,500 टूरिस्ट गाइड हैं.
- ताजमहल व आगरा किले में 800 फोटोग्राफर हैं.
- बंदी से 2000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
- पर्यटन शुरू होने से पांच लाख लोगों की रोजी-रोटी चलेगी.
21 सितंबर से ताज नगरी में धार्मिक स्थल, ट्रेनिंग सेंटर, उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ ही राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियां भी शुरू हो जाएंगी. जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि राज्य सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक ही शिक्षण संस्थानों में आवाजाही बढ़ेगी. मंदिरों में श्रद्धालु पूजा-पाठ कर सकेंगे तो वहीं मस्जिदों में नमाजी भी नमाज पढ़ सकेंगे.