नई दिल्ली : अपने भारत विरोधी बयानों के लिए चर्चित हुर्रियत के पुराने नेता सैयद अली शाह गिलानी को पाकिस्तान ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान से सम्मानित करने का फैसला किया है. पाकिस्तानी सीनेट ने सोमवार को यह निर्णय लिया. इसके अलावा गिलानी के नाम पर एक इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय बनाने का प्रस्ताव भी रखा गया है.
बताया जा रहा है कि कश्मीर में गिलानी की अलगाववादी गतिविधियों के कारण ही पाकिस्तान ने उन्हें निशान-ए-पाकिस्तान से नवाजने का फैसला किया है. इस प्रस्ताव को जमात-ए-इस्लामी, सीनेटर, मुश्ताक अहमद ने पेश किया और इसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया.
बता दें कि पिछले साल पांच अगस्त को, केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने का फैसला किया था.
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