नई दिल्ली : शनिवार शिवसेना नेता संजय राउत और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के बीच दो घंटे चली लंबी मुलाकात और अगले ही दिन एनसीपी नेता शरद पवार की उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद कई अटकलें शुरू हो गईं हैं. ईटीवी भारत से फोन पर संजय राउत ने कहा कि जब उन्होंने शरद पवार का इंटरव्यू किया था, तभी एलान कर दिया था कि देवेंद्र फडणवीस, राहुल गांधी और अमित शाह का इंटरव्यू करने की भी उनकी आगे की योजना है. इसके साथ ही राउत ने जोड़ा कि दूसरे दलों के नेताओं से मिलना कोई राजनीतिक अपराध नहीं है. मीडिया इसे बेवजह तूल दे रही है.
फडणवीस नहीं चाहते थे मुख्यमंत्री के पद पर समझौता
शिवसेना और भाजपा ने पिछले साल विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा था. चुनाव के बाद सत्ता में साझेदारी को लेकर उद्धव ठाकरे ने भाजपा का साथ छोड़ दिया था और एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली. अंदरखाने इसका ठीकरा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर ही फोड़ा गया था. सूत्रों की मानें तो ये बात निकलकर सामने आई देवेंद्र फडणवीस ही नहीं चाहते थे कि मुख्यमंत्री के पद पर कोई समझौता किया जाए. फडणवीस इस गठबंधन से भी खुश नहीं थे. उन्होंने ही भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को यह परामर्श दिया था कि मुख्यमंत्री के पद पर कोई समझौता नहीं किया जाए.
गठबंधन टूटने के बाद भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व खुश नहीं था
शिवसेना से गठबंधन टूटने के बाद भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व देवेंद्र फडणवीस से बहुत ज्यादा खुश नहीं था. यही कारण है कि मुलाकात को फडणवीस के पहल के तौर पर भी देखा जा रहा है. केंद्रीय राजनीति में इन बातों को लेकर भी अटकलें लगाईं जा रहीं हैं कि अब फडणवीस पुराने भूल का सुधार करते हुए शिवसेना के साथ रिश्तों में सुधार की कोशिश पार्टी की तरफ से कर रहे हैं.