नई दिल्ली/भोपालः वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का 67 वर्ष की आयु में निधन हो गया. नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री रहते हुए उन्होंने दूसरे देशों में फंसे बहुत से भारतीय नागरिकों की वतन वापसी कराई. सुषमा के प्रयासों के चलते ही भारत की रहने वाली मूक बाधिर गीता को पाक से वापस लाया जा सका. गीता ने भी सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि अर्पित की.
गीता ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें गीता ने सुषमा को श्रद्धांजलि देते हुए अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है. सुषमा ने अपने कार्यकाल में न सिर्फ भारतीय लोगों को बचाया बल्कि पूरे दुनिया के लोगों की हर संभव मदद किया.
बता दें, 28 अक्टूबर 2015 को सुषमा स्वराज के अथक प्रयासों के चलते गीता को भारत लाया जा सका था. गीता 10 से 11 वर्ष की उम्र में गलती से भारत-पाक सीमा को पार करके पाकिस्तान चली गई थीं.
बाद में गीता को कराची स्थित एडी फाउंडेशन में भेज दिया गया. उनकी देखभाल करने वाली बिलकिस ने उन्हें गीता नाम दिया. गीता ने पाकिस्तान में अपने जीवन के 10 से अधिक वर्ष बिताए. जब पाकिस्तान की उच्च समिति ने गीता के बारे में सुषमा को बताया तो सुषमा औपचारिकताएं पूरी कर पाक से गीता को वापस लेकर आईं.
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गीता के भारत आने के बाद सुषमा ने गीता को 'हिंदुस्तान की बेटी' के नाम से नवाजा. इसके बाद गीता को पढ़ाई के इंदौर स्थित मूक-बाधिर स्कूल भेज दिया गया. उन्होंने एक वीडियो के माध्यम से लोगों से कहा था कि एक लड़की को उसके परिवार से मिलवाने से अच्छा कुछ नहीं हो सकता है.
सुषमा दुनियाभर में फंसे भारतीयों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहती थीं. उन्होंने गीता के परिवार को एक लाख रुपये देने की घोषणा भी की थी.