देहरादून : प्रतिभा किसी उम्र की मोहताज नहीं होती, दिल में कुछ कर गुजरने की इच्छा हो तो मंजिल मिल ही जाती है. भारत युवाओं का देश है और युवा वर्ग अपने टेलेंट से हर क्षेत्र में लोहा मनवा रहे हैं. ऐसा ही कमाल उत्तराखंड में रुड़की के होनहार छात्र देवांश भारद्वाज ने कर दिखाया है.
बता दें इस छात्र ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिससे डस्टबिन में कूड़ा भर जाने के बाद स्वयं सफाई कर्मी को कॉल लग जाएगी.
गौरतलब है कि केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के ‘राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान’ द्वारा ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. जिसमें ग्रीनवे मॉडर्न स्कूल के आठवीं के छात्र देवांश के प्रोजेक्ट स्मार्ट डस्टबिन का चयन जिला स्तरीय प्रतियोगिता के लिए किया गया.
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देवांश के पिता प्रदीप त्यागी उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष और नॉर्दन रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य हैं. प्रदीप के बेटे देवांश ने सार्वजनिक स्थानों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और कार्यालयों के लिए उपयोगी एक 'स्मार्ट इलेक्ट्रॉनिक डस्टबिन' तैयार किया है.
डस्टबिन कि खास बात यह है कि भरने के बाद फोन कॉल के द्वारा संबंधित सफाई कर्मचारियों को स्वयं ही सूचित करेगा. छात्र के इस मॉडल का चयन जिला स्तरीय प्रतियोगिता हेतु किया गया है, जिसके तहत केंद्र सरकार द्वारा छात्र को दस हजार रुपये भी दिए गए हैं.
वहीं, छात्र देवांश ने अपनी इस कामयाबी के लिए प्रधानाचार्य माला चौहान, विज्ञान शिक्षिका मुक्ता जैन और विक्रांत माहेश्वरी को श्रेय दिया है.