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SC से इजाजत मिलने के बाद JK पहुंचे येचुरी, अपने बीमार सहयोगी तारिगामी से की मुलाकात - party colleague Mohammed Yousuf Tarigami

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी आज जम्मू-कश्मीर पहुंचे. बता दें, न्यायालय ने येचुरी को उनके पार्टी सहयोगी मोहम्मद यूसुफ तारिगामी से मिलने के लिए जम्मू-कश्मीर जाने की अनुमति दी थी. पढ़ें पूरी खबर...

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी
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Published : Aug 29, 2019, 9:26 AM IST

Updated : Sep 28, 2019, 5:01 PM IST

श्रीनगर: उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने आज अपने बीमार कॉमरेड मोहम्मद युसूफ तारिगामी से भेंट की. बता दें, तारिगामी पांच अगस्त से हिरासत में हैं.

आपको बता दें, येचुरी दोपहर को यहां पहुंचे. उन्हें पुलिस तारिगामी से मिलाने के लिए श्रीनगर में सिविल लाइंस इलाके में गुपकर रोड पर उनके निवास पर लेकर गई. अधिकारियों ने बताया कि माकपा नेता तारिगामी के साथ करीब तीन घंटे तक रहे.

येचुरी नौ अगस्त को भी श्रीनगर पहुंचे थे लेकिन राज्य प्रशासन ने उन्हें हवाईअड्डे से ही लौटा दिया था. उससे चार दिन पहले ही केंद्र ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने की घोषणा की थी.

बुधवार को उच्चतम न्यायालय ने केंद्र की यह दलील खारिज कर दी थी कि येचुरी की यात्रा से राज्य में स्थिति खतरे में पड़ सकती है. प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने येचुरी को अपने सहयोगी से मिलने की इजाजत दी.

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ट्वीट सौ. एनआई

प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुवाई वाली पीठ ने येचुरी की यात्रा का विरोध करने पर सॉलीसीटर जनरल तुषार मेहता से पूछा था, 'यदि इस देश कोई नागरिक वहां जाना चाहता है और अपने मित्र एवं पार्टी सहयोगी से मिलना चाहता है तो आपको क्या दिक्कत है?'

पढ़ें: राहुल गांधी ने लगातार दूसरे दिन किया वायनाड का दौरा

शीर्ष अदालत ने स्पष्ट किया था कि येचुरी को बस अपने पार्टी सहयोगी से मिलने के लिए जम्मू-कश्मीर जाने की इजाजत दी जाती है. तारिगामी को इलाज के लिए दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में लाने के लिए अदालत की इजाजत की मांग संबंधी अंतरिम आवेदन की ओर ध्यान आकृष्ट किया गया था.

पीठ ने कहा कि यदि येचुरी किसी अन्य काम में संलिप्त पाये जाते हैं तो यह अदालत के आदेश का उल्लंघन माना जाएगा. शीर्ष अदालत के निर्देशानुसार येचुरी इस बात पर हलफनामा देंगे कि जम्मू कश्मीर में उनकी यात्रा के दौरान क्या क्या हुआ.

गौरतलब है कि तारिगामी मुख्यधारा के उन नेताओं में हैं, जिन्हें चार अगस्त की रात को हिरासत में ले लिया गया था.

वहीं येचुरी ने कहा था कि वह तारिगामी से मिल कर लौटने के बाद न्यायालय में शपथपत्र दाखिल करेंगे. बता दें कि माकपा नेता इस महीने जम्मू-कश्मीर जाने की दो बार कोशिश कर चुके हैं.

उन्होंने एक बार भाकपा महासचिव डी राजा और दूसरी बार विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल के साथ वहां जाने का प्रयास किया था. उन्हें जम्मू-कश्मीर प्रशासन के आदेश पर दोनों बार श्रीनगर हवाईअड्डे से लौटना पड़ा था. उन्हें सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए प्रवेश नहीं करने दिया गया था.

श्रीनगर: उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने आज अपने बीमार कॉमरेड मोहम्मद युसूफ तारिगामी से भेंट की. बता दें, तारिगामी पांच अगस्त से हिरासत में हैं.

आपको बता दें, येचुरी दोपहर को यहां पहुंचे. उन्हें पुलिस तारिगामी से मिलाने के लिए श्रीनगर में सिविल लाइंस इलाके में गुपकर रोड पर उनके निवास पर लेकर गई. अधिकारियों ने बताया कि माकपा नेता तारिगामी के साथ करीब तीन घंटे तक रहे.

येचुरी नौ अगस्त को भी श्रीनगर पहुंचे थे लेकिन राज्य प्रशासन ने उन्हें हवाईअड्डे से ही लौटा दिया था. उससे चार दिन पहले ही केंद्र ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने की घोषणा की थी.

बुधवार को उच्चतम न्यायालय ने केंद्र की यह दलील खारिज कर दी थी कि येचुरी की यात्रा से राज्य में स्थिति खतरे में पड़ सकती है. प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने येचुरी को अपने सहयोगी से मिलने की इजाजत दी.

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ट्वीट सौ. एनआई

प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुवाई वाली पीठ ने येचुरी की यात्रा का विरोध करने पर सॉलीसीटर जनरल तुषार मेहता से पूछा था, 'यदि इस देश कोई नागरिक वहां जाना चाहता है और अपने मित्र एवं पार्टी सहयोगी से मिलना चाहता है तो आपको क्या दिक्कत है?'

पढ़ें: राहुल गांधी ने लगातार दूसरे दिन किया वायनाड का दौरा

शीर्ष अदालत ने स्पष्ट किया था कि येचुरी को बस अपने पार्टी सहयोगी से मिलने के लिए जम्मू-कश्मीर जाने की इजाजत दी जाती है. तारिगामी को इलाज के लिए दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में लाने के लिए अदालत की इजाजत की मांग संबंधी अंतरिम आवेदन की ओर ध्यान आकृष्ट किया गया था.

पीठ ने कहा कि यदि येचुरी किसी अन्य काम में संलिप्त पाये जाते हैं तो यह अदालत के आदेश का उल्लंघन माना जाएगा. शीर्ष अदालत के निर्देशानुसार येचुरी इस बात पर हलफनामा देंगे कि जम्मू कश्मीर में उनकी यात्रा के दौरान क्या क्या हुआ.

गौरतलब है कि तारिगामी मुख्यधारा के उन नेताओं में हैं, जिन्हें चार अगस्त की रात को हिरासत में ले लिया गया था.

वहीं येचुरी ने कहा था कि वह तारिगामी से मिल कर लौटने के बाद न्यायालय में शपथपत्र दाखिल करेंगे. बता दें कि माकपा नेता इस महीने जम्मू-कश्मीर जाने की दो बार कोशिश कर चुके हैं.

उन्होंने एक बार भाकपा महासचिव डी राजा और दूसरी बार विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल के साथ वहां जाने का प्रयास किया था. उन्हें जम्मू-कश्मीर प्रशासन के आदेश पर दोनों बार श्रीनगर हवाईअड्डे से लौटना पड़ा था. उन्हें सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए प्रवेश नहीं करने दिया गया था.

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पीटीआई-भाषा संवाददाता 14:43 HRS IST




             
  • येचुरी बृहस्पतिवार को जाएंगे जम्मू-कश्मीर



नयी दिल्ली, 28 अगस्त (भाषा) उच्चतम न्यायालय की अनुमति मिलने के बाद माकपा महासचिव सीताराम येचुरी अपने पार्टी सहयोगी एवं पूर्व विधायक मोहम्मद यूसुफ तारिगामी से मुलाकात करने बृहस्पतिवार को जम्मू-कश्मीर जाएंगे।



येचुरी ने कहा कि उनकी यात्रा के लिए ‘‘जो कुछ भी किए जाने की आवश्यकता है’’, वह वे सब कुछ करेंगे।



न्यायालय ने येचुरी को उनके पार्टी सहयोगी मोहम्मद यूसुफ तारिगामी से मिलने के लिए जम्मू-कश्मीर जाने की बुधवार को अनुमति दे दी। जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाए जाने के बाद प्राधिकारियों ने तारिगामी को हिरासत में ले लिया गया है। 



प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की एक पीठ ने येचुरी को निर्देश दिया कि जम्मू-कश्मीर जाने के बाद वह सिर्फ तारिगामी से मिलें और अपनी यात्रा का इस्तेमाल किसी भी ‘‘राजनीतिक उद्देश्य’’ के लिए न करें।



येचुरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने यूसुफ तारिगामी को पेश करने के लिए न्यायालय में याचिका दायर की थी। न्यायालय ने अब मुझे तारिगामी के पास जाने और उनके स्वास्थ्य के बारे में न्यायालय को जानकारी देने की अनुमति दे दी है। इसके बाद मामला आगे बढ़ेगा। यह अभी अंतरिम आदेश है, इसलिए अभी मामला बंद नहीं हुआ है।’’ 



उन्होंने कहा, ‘‘मेरे लौटने के बाद, मामला आगे बढ़ेगा। मैं तारिगामी से मिलने की कोशिश करूंगा और इस आदेश के बाद प्राधिकारियों को मेरी यात्रा की व्यवस्था करनी चाहिए। मैं न्यायालय के आदेश के अनुसार कल जाऊंगा। मेरी यात्रा के लिए हमें जो कुछ भी करने की आवश्यकता है, हम वह करेंगे।



येचुरी ने कहा कि वह लौटने के बाद न्यायालय में शपथपत्र दाखिल करेंगे।



माकपा नेता इस महीने जम्मू-कश्मीर जाने की दो बार कोशिश कर चुके हैं। उन्होंने एक बार भाकपा महासचिव डी राजा और दूसरी बार विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल के साथ वहां जाने का प्रयास किया था। उन्हें जम्मू-कश्मीर प्रशासन के आदेश पर दोनों बार श्रीनगर हवाईअड्डे से लौटना पड़ा था। उन्हें सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए प्रवेश नहीं करने दिया गया था।


Conclusion:
Last Updated : Sep 28, 2019, 5:01 PM IST
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