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बिहार : सुशांत की मौत का सदमा नहीं झेल पाईं भाभी, पूर्णिया में तोड़ा दम

पहले सुशांत और बाद में सुशांत की भाभी की मौत के बाद से उनके पैतृक गांव मलडीहा में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. स्थानीय लोगों का कहना है कि हमलोग सुशांत के गांव निवासी के रूप में पहचाने जाते थे. अब हमारा पहचान चिर निंद्रा में सो गया. पहले सुशांत और बाद में उनकी भाभी सुधा देवी की मौत के बाद से मालडीहा गांव में सभी लोगों की आंखे नम है.

सुशांत सिंह राजपूत
सुशांत सिंह राजपूत
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Published : Jun 16, 2020, 3:36 AM IST

Updated : Jun 16, 2020, 11:30 AM IST

पटना : अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत सोमवार को पंचतत्व में विलीन हो गए. उनकी मौत से फिल्मी जगत से लेकर राजनीतिक जगत और उनके फैन गहरे सदमे हैं. सुशांत के सुसाइड खबर सुनने के बाद बिहार के पूर्णिया में रह रही उनकी भाभी सुधा देवी ने भी इस दुनिया को अलविदा कह दिया है. उनकी भाभी सुधा देवी की मौत ठीक उसी समय हुई, जब मुंबई में सुशांत का अंतिम संस्कार हो रहा था.

बता दें कि सुशांत की भाभी सुधा देवी सुशांत के पैतृक गांव पूर्णिया जिले के मालडीहा में ही रहती थी. बताया जा रहा है कि अपने देवर सुशांत की मौत की खबर जानने के बाद से ही सुधा देवी ने भोजन-पानी त्याग दिया था. सुशांत की मौत के बाद से उनके पिता, मौसी और चचेरे भाई, भाभी के साथ उनके तमाम रिश्तेदार बदहवास हैं.

मुंबई में दी गई आखिरी विदाई
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को सोमवार को मुंबई में आखिरी विदाई दी गई. विले पार्ले के सेवा समाज घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनके अंतिम संस्कार में उनके पिता चचेरे भाई और तीन बहनों मौजूद रहीं. बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत ने रविवार को अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी. सुशांत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में आत्महत्या की पुष्टि हुई थी. डॉक्टरों ने उनके वाइटल ऑर्गन्स को आगे जांच के लिए जेजे अस्पताल भेजा है, जहां शरीर में किसी तरह के ड्रग्स या जहर की मौजूदगी का पता लगाया जाएगा.

'सुशांत के पैतृक गांव में मातमी सन्नाटा'
पहले सुशांत और बाद में सुशांत की भाभी की मौत के बाद से उनके पैतृक गांव मलडीहा में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. स्थानीय लोगों का कहना है कि हमलोग सुशांत के गांव निवासी के रूप में पहचाने जाते थे. अब हमारा पहचान चिर निंद्रा में सो गया. पहले सुशांत और बाद में उनकी भाभी सुधा देवी की मौत के बाद से मालडीहा गांव में सभी लोगों की आंखे नम है.

बिहार की जनता के लिए करना चाहते थे काम
सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने उस समय जानकारी देते हुए बताया था कि बेटा सुशांत बिहार की जनता के लिए भलाई का काम करना चाहता है. उसके आगे का प्लान यही है. उन्होंने कहा था कि सुशांत पढ़ाई में अव्वल रहा है. पिछली बार जब सुशांत बिहार आए, तो उन्होंने पटना, पूर्णिया, खगड़िया और सहरसा जिले का दौरा किया था. सुशांत अपने पिता, मौसी और चचेरे भाई के साथ वो अपनी मां की मन्नत पूरी करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कहा था, 'फिर आएंगे, तो अच्छे से बात करेंगे'. उनका किया गया ये वादा अब कभी पूरा नहीं होगा. अब पूरा नहीं होगा उनका वो एक सपना, जो उन्होंने बिहार के लिए देखा था. पिता केके सिंह उस समय बहुत खुश थे. उन्होंने बेटे के संघर्ष के बारे में बताया था. आज वो पिता भी बदहवास है.

सीएम नीतीश कुमार ने भी जताया शोक
सुशांत सिंह राजपूत की मौत की खबर मिलने के बाद पटना स्थित उनके घर पर लोगों के आने जाने का सिलसिला लगातार जारी है. खुद बिहार के सीएम नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, जाप सुप्रीमों पप्पू यादव सहित कई हस्तियों ने सुशांत सिंह राजपूत के निधन पर शोक व्यक्त किया था. सुशांत की मौत को लेकर पप्पू यादव ने सीबीआई जांच की मांग भी की है. उन्होंने ट्वीट कर इस मामले में गहरी साजिश की आशंका जताया है. सीएम नीतीश ने अपने ट्वीट में लिखा है कि 'अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के असमय निधन से फिल्म जगत को अपूरणीय क्षति हुई है. वे बिहार के रहने वाले थे और उन्होंने अपने अभिनय की बदौलत फिल्म जगत में बड़ी पहचान बनाई है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें.'

पटना में पले-बढ़े थे सुशांत
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने कई फिल्मों से बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई थी. उन्होंने काई पो चे, एमएस धोनी, केदारनाथ, छिछोरे, पीके, शुद्ध देशी रोमांस समेत कई फिल्मों में अहम रोल किया था. सुशांत का बिहार से गहरा लगाव रहा है. उनका जन्म पटना में हुआ था. पटना के सेंट कैरेंस स्कूल में उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा हुई थी. उनका ननिहाल खगड़िया जिला में था. सुशांत का परिवार आज भी पटना के राजीव नगर इलाके में रहता है. सुशांत का पैतृक आवास पूर्णिया जिला था. उनके चेचेरे भाई नीरज कुमार बबलू सुपौल से बीजेपी के विधायक हैं.

ये भी पढ़ें- बचपन में पापा की गोद से लेकर भाई के साथ बड़े होने तक, सुशांत के चेहरे पर रही मुस्कान

पटना : अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत सोमवार को पंचतत्व में विलीन हो गए. उनकी मौत से फिल्मी जगत से लेकर राजनीतिक जगत और उनके फैन गहरे सदमे हैं. सुशांत के सुसाइड खबर सुनने के बाद बिहार के पूर्णिया में रह रही उनकी भाभी सुधा देवी ने भी इस दुनिया को अलविदा कह दिया है. उनकी भाभी सुधा देवी की मौत ठीक उसी समय हुई, जब मुंबई में सुशांत का अंतिम संस्कार हो रहा था.

बता दें कि सुशांत की भाभी सुधा देवी सुशांत के पैतृक गांव पूर्णिया जिले के मालडीहा में ही रहती थी. बताया जा रहा है कि अपने देवर सुशांत की मौत की खबर जानने के बाद से ही सुधा देवी ने भोजन-पानी त्याग दिया था. सुशांत की मौत के बाद से उनके पिता, मौसी और चचेरे भाई, भाभी के साथ उनके तमाम रिश्तेदार बदहवास हैं.

मुंबई में दी गई आखिरी विदाई
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को सोमवार को मुंबई में आखिरी विदाई दी गई. विले पार्ले के सेवा समाज घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनके अंतिम संस्कार में उनके पिता चचेरे भाई और तीन बहनों मौजूद रहीं. बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत ने रविवार को अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी. सुशांत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में आत्महत्या की पुष्टि हुई थी. डॉक्टरों ने उनके वाइटल ऑर्गन्स को आगे जांच के लिए जेजे अस्पताल भेजा है, जहां शरीर में किसी तरह के ड्रग्स या जहर की मौजूदगी का पता लगाया जाएगा.

'सुशांत के पैतृक गांव में मातमी सन्नाटा'
पहले सुशांत और बाद में सुशांत की भाभी की मौत के बाद से उनके पैतृक गांव मलडीहा में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. स्थानीय लोगों का कहना है कि हमलोग सुशांत के गांव निवासी के रूप में पहचाने जाते थे. अब हमारा पहचान चिर निंद्रा में सो गया. पहले सुशांत और बाद में उनकी भाभी सुधा देवी की मौत के बाद से मालडीहा गांव में सभी लोगों की आंखे नम है.

बिहार की जनता के लिए करना चाहते थे काम
सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने उस समय जानकारी देते हुए बताया था कि बेटा सुशांत बिहार की जनता के लिए भलाई का काम करना चाहता है. उसके आगे का प्लान यही है. उन्होंने कहा था कि सुशांत पढ़ाई में अव्वल रहा है. पिछली बार जब सुशांत बिहार आए, तो उन्होंने पटना, पूर्णिया, खगड़िया और सहरसा जिले का दौरा किया था. सुशांत अपने पिता, मौसी और चचेरे भाई के साथ वो अपनी मां की मन्नत पूरी करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कहा था, 'फिर आएंगे, तो अच्छे से बात करेंगे'. उनका किया गया ये वादा अब कभी पूरा नहीं होगा. अब पूरा नहीं होगा उनका वो एक सपना, जो उन्होंने बिहार के लिए देखा था. पिता केके सिंह उस समय बहुत खुश थे. उन्होंने बेटे के संघर्ष के बारे में बताया था. आज वो पिता भी बदहवास है.

सीएम नीतीश कुमार ने भी जताया शोक
सुशांत सिंह राजपूत की मौत की खबर मिलने के बाद पटना स्थित उनके घर पर लोगों के आने जाने का सिलसिला लगातार जारी है. खुद बिहार के सीएम नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, जाप सुप्रीमों पप्पू यादव सहित कई हस्तियों ने सुशांत सिंह राजपूत के निधन पर शोक व्यक्त किया था. सुशांत की मौत को लेकर पप्पू यादव ने सीबीआई जांच की मांग भी की है. उन्होंने ट्वीट कर इस मामले में गहरी साजिश की आशंका जताया है. सीएम नीतीश ने अपने ट्वीट में लिखा है कि 'अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के असमय निधन से फिल्म जगत को अपूरणीय क्षति हुई है. वे बिहार के रहने वाले थे और उन्होंने अपने अभिनय की बदौलत फिल्म जगत में बड़ी पहचान बनाई है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें.'

पटना में पले-बढ़े थे सुशांत
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने कई फिल्मों से बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई थी. उन्होंने काई पो चे, एमएस धोनी, केदारनाथ, छिछोरे, पीके, शुद्ध देशी रोमांस समेत कई फिल्मों में अहम रोल किया था. सुशांत का बिहार से गहरा लगाव रहा है. उनका जन्म पटना में हुआ था. पटना के सेंट कैरेंस स्कूल में उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा हुई थी. उनका ननिहाल खगड़िया जिला में था. सुशांत का परिवार आज भी पटना के राजीव नगर इलाके में रहता है. सुशांत का पैतृक आवास पूर्णिया जिला था. उनके चेचेरे भाई नीरज कुमार बबलू सुपौल से बीजेपी के विधायक हैं.

ये भी पढ़ें- बचपन में पापा की गोद से लेकर भाई के साथ बड़े होने तक, सुशांत के चेहरे पर रही मुस्कान

Last Updated : Jun 16, 2020, 11:30 AM IST
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