कोलकाता: पश्चिम बंगाल में एक विरोध-प्रदर्शन के दौरान भारतीय जनता पार्टी नेता के सिख सुरक्षा गार्ड को गिरफ्तार किए जाने के मामले में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) का तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल रविवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मिला. कोलकाता में हुई इस मुलाकात के बाद मनजिंदर सिरसा ने कहा कि राज्य की पुलिस ने गलत व्यवहार किया है. उन्होंने सीएम ममता से अपील की है कि ऐसे कुकृत्यों पर अपनी आंखें और कान बंद न रखें. वहीं, प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से सिख सुरक्षा गार्ड की रिहाई और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
गवर्नर से मिलने के बाद मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि तीन दिनों से जो मामला चल रहा है वह दिल दहला देने वाला और देश के लिए शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि सिख सुरक्षा गार्ड बलविंदर सिंह के साथ कोलकाता पुलिस ने गलत व्यवहार किया है. सिरसा ने कहा कि कोलकाता पुलिस ने उनकी दस्तार उतारी और उनके केशों को खींचा. उन्होंने बताया कि इंतेहा तो तब हो गई जब उनके खिलाफ ऐसी धाराएं लगाई गईं जो आतंकवादियों के खिलाफ लगाई जाती हैं.
फौरन रिहाई की मांग
सिरसा ने यह भी बताया कि कल तक सरदार बलविंदर सिंह को चोर बताने वाली कोलकाता पुलिस आज कोर्ट में कह रही है कि हमसे गलती हो गई. इनको जमानत दे दो. उन्होंने कहा कि गिरफ्तार सिख सुरक्षा गार्ड बलविंदर सिंह को रिहा किया जाए और उन पर हमला करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ 295-A के तहत कार्रवाई की जाए.
मनजिंदर सिंह सिरसा के नेतृत्व में मुलाकात
इससे पहले दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी(डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल दोपहर 12:30 बजे कोलकाता पहुंचा. इसके बाद यह लोग गिरफ्तार किए गए बीजेपी नेता के सिख सुरक्षा गार्ड बलविंदर सिंह से मिलने के लिए हावड़ा पुलिस स्टेशन गए.
अल्पसंख्यक आयोग ने बीजेपी नेता की शिकायत पर लिया संज्ञान
वहीं, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने इस मामले में दिल्ली भाजपा के एक नेता की शिकायत पर संज्ञान लिया है. दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने रविवार को अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य आतिफ रशीद को पत्र लिखकर इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. रशीद ने ट्वीट किया कि अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य के नाते मैंने आपकी शिकायत पर तत्काल संज्ञान लिया है और आयोग इस मामले में कल तक आवश्यक कार्रवाई करेगा. बग्गा ने पत्र में लिखा कि पश्चिम बंगाल में जो कुछ हो रहा है, वाकई अक्षम्य है. पश्चिम बंगाल पुलिस का सुरक्षा अधिकारी बलविंदर सिंह पर जघन्य हमला और उनकी पगड़ी का अपमान वास्तव में शर्मसार करने वाला और निंदनीय कृत्य है. भाजपा नेताओं का दावा है कि पंजाब के बठिंडा निवासी बलविंदर सिंह भारतीय सेना के पूर्व सैनिक हैं और इस समय एक भाजपा नेता के निजी सुरक्षा अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं.
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सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो
दरअसल, बलविंदर सिंह का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें गुरुवार को कोलकाता पुलिस भाजपा के युवा मोर्चा द्वारा आयोजित एक विरोध मार्च (नवान्न चलो) के दौरान उनकी पगड़ी हटा रही है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. बलविंदर सिंह भाजपा नेता प्रियांशु पांडेय के निजी सुरक्षा गार्ड हैं. पुलिस के धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले ऐसे बर्ताव की भाजपा नेताओं समेत कई लोगों ने निंदा की है. खबरों के मुताबिक, बलविंदर सिंह के पास से 9 एमएम की एक पिस्तौल जब्त की गई है, जिसके लाइसेंस की वैधता अगली जनवरी तक है.