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श्रमिक स्पेशल ट्रेन ने लाखों प्रवासी मजदूरों को पहुंचाया घर

लॉकडाउन अवधि के दौरान श्रमिक स्पेशल ट्रेन जो एक मई 2020 से 31 अगस्त 2020 के बीच संचालित की गईं, जो 63.19 लाख यात्रियों को उनके गृह राज्यों में ले गईं.

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श्रमिक स्पेशल
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Published : Sep 23, 2020, 10:51 AM IST

Updated : Sep 23, 2020, 12:38 PM IST

हैदराबाद :कोरोना काल में श्रमिकों को सुरक्षित घर पहुंचाने को लेकर राज्य सरकारों ने श्रमिक विशेष ट्रेनों की मांग की थी. सामान्य परिस्थितियों में ऐसी विशेष ट्रेनों को राज्य सरकार/किसी एजेंसी द्वारा या पूर्ण शुल्क दरों पर एक व्यक्ति द्वारा बुक किया जाता है, जिसमें दोनों दिशाओं के लिए सामान्य किराया, सेवा शुल्क, खाली ढुलाई शुल्क,डिटेंशन शुल्क आदि शामिल हैं.

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यात्रियों की सुरक्षा का खास ध्यान

श्रमिक स्पेशल की खास सुविधाएं
भारतीय रेलवे ने केवल एक दिशा के लिए सामान्य किराये पर श्रमिक स्पेशल की बुकिंग की अनुमति दी. श्रमिक संचालन के लिए विशेष व्यवस्था, विशेष सुरक्षा, चिकित्सा व्यवस्था, रेक सैनिटाइजेशन, मुफ्त भोजन, पानी इत्यादि जैसी सुविधाएं इन ट्रेनों को चलाने की समग्र लागत में और इजाफा किया गया.

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सुरक्षा को लेकर सचेत

यात्रियों से नहीं वसूला किराया
रेलवे ने राज्य सरकारों या उनके अधिकृत प्रतिनिधियों से श्रमिक विशेष ट्रेनों का किराया एकत्र किया है. रेलवे ने यात्रियों से सीधे कोई किराया नहीं वसूला.

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व्यवस्थाओं के विशेष प्रबंध

श्रमिक स्पेशल ट्रेन का किराया
एक मई 2020 से 31 अगस्त 2020 की अवधि के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए राज्य सरकारों या राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों से एकत्र किया गया किराया लगभग 433 करोड़ रुपये है.

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लॉकडाउन के दौरान चली श्रमिक स्पेशल

ट्रेनों के संचालन में होगा नुकसान
रेलवे श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को चलाने पर होने वाले खर्च का एक छोटा हिस्सा वसूल सकता है, जिससे इन ट्रेनों के संचालन में नुकसान होगा.

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श्रमिक स्पेशल ट्रेन
राज्यों की तरफ से जाने वाली ट्रेनें
राज्यट्रेन के नंबर
गुजरात1033
महाराष्ट्र817
पंजाब429
बिहार294
उत्तर प्रदेश376
दिल्ली259
तमिलनाडु292
कर्नाटक295
तेलंगाना166
राजस्थान131
केरल190
हरियाणा101
आंध्र प्रदेश69
अन्य राज्य169
कुल4621
राज्यों की तरफ आने वाली ट्रेनें
राज्यट्रेन के नंबर
उत्तर प्रदेश1726
बिहार1627
झारखंड222
ओडिशा244
पश्चिम बंगाल284
मध्य प्रदेश129
छ्त्तीसगढ़95
असम103
राजस्थान55
मणिपुर22
अन्य राज्य114
कुल4621

राज्यवार आंकड़े

क्र.न.राज्यकुल यात्री
1आंध्र प्रदेश104,915
2असम6,364
3बिहार282,147
4चंडीगढ़ (यूटी)22,742
5छत्तीसगढ़1,556
6दिल्ली308,181
7गोवा86,810
8गुजरात1,532,712
9हरियाणा154,014
10हिमाचल प्रदेश2,460
11जम्मू-कश्मीर44,730
12झारखंड1,691
13कर्नाटक417,378
14केरल310,142
15मध्य प्रदेश13,602
16महाराष्ट्र1,241,573
17नागालैंड1,600
18ओडिशा3,788
19पुदुचेरी (यूटी)3,535
20पंजाब528,587
21राजस्थान176,404
22तमिलनाडु396,916
23तेलगांना191,005
24त्रिपुरा22,434
25उत्तर प्रदेश438,390
26उत्तराखंड19,133
27पश्चिम बंगाल6,709
कुल6,319,518

कोरोना काल में कई सारे प्रवासी मजदूर काफी कष्टों का सामना करते हुए पैदल ही घर को निकल लिए थे. क्योंकि उनका रोजगार समाप्त हो चुका था. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकारों ने अपने-अपने लोगों को घर वापस लाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग रखी थी.

हैदराबाद :कोरोना काल में श्रमिकों को सुरक्षित घर पहुंचाने को लेकर राज्य सरकारों ने श्रमिक विशेष ट्रेनों की मांग की थी. सामान्य परिस्थितियों में ऐसी विशेष ट्रेनों को राज्य सरकार/किसी एजेंसी द्वारा या पूर्ण शुल्क दरों पर एक व्यक्ति द्वारा बुक किया जाता है, जिसमें दोनों दिशाओं के लिए सामान्य किराया, सेवा शुल्क, खाली ढुलाई शुल्क,डिटेंशन शुल्क आदि शामिल हैं.

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यात्रियों की सुरक्षा का खास ध्यान

श्रमिक स्पेशल की खास सुविधाएं
भारतीय रेलवे ने केवल एक दिशा के लिए सामान्य किराये पर श्रमिक स्पेशल की बुकिंग की अनुमति दी. श्रमिक संचालन के लिए विशेष व्यवस्था, विशेष सुरक्षा, चिकित्सा व्यवस्था, रेक सैनिटाइजेशन, मुफ्त भोजन, पानी इत्यादि जैसी सुविधाएं इन ट्रेनों को चलाने की समग्र लागत में और इजाफा किया गया.

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सुरक्षा को लेकर सचेत

यात्रियों से नहीं वसूला किराया
रेलवे ने राज्य सरकारों या उनके अधिकृत प्रतिनिधियों से श्रमिक विशेष ट्रेनों का किराया एकत्र किया है. रेलवे ने यात्रियों से सीधे कोई किराया नहीं वसूला.

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व्यवस्थाओं के विशेष प्रबंध

श्रमिक स्पेशल ट्रेन का किराया
एक मई 2020 से 31 अगस्त 2020 की अवधि के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए राज्य सरकारों या राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों से एकत्र किया गया किराया लगभग 433 करोड़ रुपये है.

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लॉकडाउन के दौरान चली श्रमिक स्पेशल

ट्रेनों के संचालन में होगा नुकसान
रेलवे श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को चलाने पर होने वाले खर्च का एक छोटा हिस्सा वसूल सकता है, जिससे इन ट्रेनों के संचालन में नुकसान होगा.

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श्रमिक स्पेशल ट्रेन
राज्यों की तरफ से जाने वाली ट्रेनें
राज्यट्रेन के नंबर
गुजरात1033
महाराष्ट्र817
पंजाब429
बिहार294
उत्तर प्रदेश376
दिल्ली259
तमिलनाडु292
कर्नाटक295
तेलंगाना166
राजस्थान131
केरल190
हरियाणा101
आंध्र प्रदेश69
अन्य राज्य169
कुल4621
राज्यों की तरफ आने वाली ट्रेनें
राज्यट्रेन के नंबर
उत्तर प्रदेश1726
बिहार1627
झारखंड222
ओडिशा244
पश्चिम बंगाल284
मध्य प्रदेश129
छ्त्तीसगढ़95
असम103
राजस्थान55
मणिपुर22
अन्य राज्य114
कुल4621

राज्यवार आंकड़े

क्र.न.राज्यकुल यात्री
1आंध्र प्रदेश104,915
2असम6,364
3बिहार282,147
4चंडीगढ़ (यूटी)22,742
5छत्तीसगढ़1,556
6दिल्ली308,181
7गोवा86,810
8गुजरात1,532,712
9हरियाणा154,014
10हिमाचल प्रदेश2,460
11जम्मू-कश्मीर44,730
12झारखंड1,691
13कर्नाटक417,378
14केरल310,142
15मध्य प्रदेश13,602
16महाराष्ट्र1,241,573
17नागालैंड1,600
18ओडिशा3,788
19पुदुचेरी (यूटी)3,535
20पंजाब528,587
21राजस्थान176,404
22तमिलनाडु396,916
23तेलगांना191,005
24त्रिपुरा22,434
25उत्तर प्रदेश438,390
26उत्तराखंड19,133
27पश्चिम बंगाल6,709
कुल6,319,518

कोरोना काल में कई सारे प्रवासी मजदूर काफी कष्टों का सामना करते हुए पैदल ही घर को निकल लिए थे. क्योंकि उनका रोजगार समाप्त हो चुका था. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकारों ने अपने-अपने लोगों को घर वापस लाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग रखी थी.

Last Updated : Sep 23, 2020, 12:38 PM IST
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