हैदराबाद :कोरोना काल में श्रमिकों को सुरक्षित घर पहुंचाने को लेकर राज्य सरकारों ने श्रमिक विशेष ट्रेनों की मांग की थी. सामान्य परिस्थितियों में ऐसी विशेष ट्रेनों को राज्य सरकार/किसी एजेंसी द्वारा या पूर्ण शुल्क दरों पर एक व्यक्ति द्वारा बुक किया जाता है, जिसमें दोनों दिशाओं के लिए सामान्य किराया, सेवा शुल्क, खाली ढुलाई शुल्क,डिटेंशन शुल्क आदि शामिल हैं.
श्रमिक स्पेशल की खास सुविधाएं
भारतीय रेलवे ने केवल एक दिशा के लिए सामान्य किराये पर श्रमिक स्पेशल की बुकिंग की अनुमति दी. श्रमिक संचालन के लिए विशेष व्यवस्था, विशेष सुरक्षा, चिकित्सा व्यवस्था, रेक सैनिटाइजेशन, मुफ्त भोजन, पानी इत्यादि जैसी सुविधाएं इन ट्रेनों को चलाने की समग्र लागत में और इजाफा किया गया.
यात्रियों से नहीं वसूला किराया
रेलवे ने राज्य सरकारों या उनके अधिकृत प्रतिनिधियों से श्रमिक विशेष ट्रेनों का किराया एकत्र किया है. रेलवे ने यात्रियों से सीधे कोई किराया नहीं वसूला.
श्रमिक स्पेशल ट्रेन का किराया
एक मई 2020 से 31 अगस्त 2020 की अवधि के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए राज्य सरकारों या राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों से एकत्र किया गया किराया लगभग 433 करोड़ रुपये है.
ट्रेनों के संचालन में होगा नुकसान
रेलवे श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को चलाने पर होने वाले खर्च का एक छोटा हिस्सा वसूल सकता है, जिससे इन ट्रेनों के संचालन में नुकसान होगा.
राज्यों की तरफ से जाने वाली ट्रेनें | |
राज्य | ट्रेन के नंबर |
गुजरात | 1033 |
महाराष्ट्र | 817 |
पंजाब | 429 |
बिहार | 294 |
उत्तर प्रदेश | 376 |
दिल्ली | 259 |
तमिलनाडु | 292 |
कर्नाटक | 295 |
तेलंगाना | 166 |
राजस्थान | 131 |
केरल | 190 |
हरियाणा | 101 |
आंध्र प्रदेश | 69 |
अन्य राज्य | 169 |
कुल | 4621 |
राज्यों की तरफ आने वाली ट्रेनें | |
राज्य | ट्रेन के नंबर |
उत्तर प्रदेश | 1726 |
बिहार | 1627 |
झारखंड | 222 |
ओडिशा | 244 |
पश्चिम बंगाल | 284 |
मध्य प्रदेश | 129 |
छ्त्तीसगढ़ | 95 |
असम | 103 |
राजस्थान | 55 |
मणिपुर | 22 |
अन्य राज्य | 114 |
कुल | 4621 |
राज्यवार आंकड़े | ||
क्र.न. | राज्य | कुल यात्री |
1 | आंध्र प्रदेश | 104,915 |
2 | असम | 6,364 |
3 | बिहार | 282,147 |
4 | चंडीगढ़ (यूटी) | 22,742 |
5 | छत्तीसगढ़ | 1,556 |
6 | दिल्ली | 308,181 |
7 | गोवा | 86,810 |
8 | गुजरात | 1,532,712 |
9 | हरियाणा | 154,014 |
10 | हिमाचल प्रदेश | 2,460 |
11 | जम्मू-कश्मीर | 44,730 |
12 | झारखंड | 1,691 |
13 | कर्नाटक | 417,378 |
14 | केरल | 310,142 |
15 | मध्य प्रदेश | 13,602 |
16 | महाराष्ट्र | 1,241,573 |
17 | नागालैंड | 1,600 |
18 | ओडिशा | 3,788 |
19 | पुदुचेरी (यूटी) | 3,535 |
20 | पंजाब | 528,587 |
21 | राजस्थान | 176,404 |
22 | तमिलनाडु | 396,916 |
23 | तेलगांना | 191,005 |
24 | त्रिपुरा | 22,434 |
25 | उत्तर प्रदेश | 438,390 |
26 | उत्तराखंड | 19,133 |
27 | पश्चिम बंगाल | 6,709 |
कुल | 6,319,518 |
कोरोना काल में कई सारे प्रवासी मजदूर काफी कष्टों का सामना करते हुए पैदल ही घर को निकल लिए थे. क्योंकि उनका रोजगार समाप्त हो चुका था. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकारों ने अपने-अपने लोगों को घर वापस लाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग रखी थी.