मुंबई : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत दौरे पर आने वाले हैं. इस दौरान वह गुजरात भी जाएंगे. कहा जा रहा है कि ट्रंप के गुजरात भ्रमण के मद्देनजर मोदी सरकार ने वहां करीब 500 झुग्गी झोपड़ियों को छिपाने के लिए दीवार खड़ी करा दी है. इस पर शिवसेना ने मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला और सवाल खड़े किए हैं. सेना ने कहा कि मोदी 'गरीबी हटाओ से गरीबी छिपाओ' का फॉर्मूला अपना रहे हैं.
शिवसेना ने कहा कि ट्रंप की बहुप्रतीक्षित भारत यात्रा के लिए हो रही तैयारी भारतीयों की 'गुलाम मानसिकता' को प्रदर्शित करती है.
आपको बता दें, शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में यह बात लिखी है.
24 फरवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत आ रहे हैं. ट्रंप गुजरात में 'नमस्ते ट्रंप' नाम के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
खबर यह भी है किअहमदाबाद एयरपोर्ट से स्टेडियम तक जाने वाले रास्ते में पड़ने वाली झुग्गी-झोपड़ियों को छिपाने के लिए एक दीवार बनाई जा रही है.
इसी को लेकर शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. शिसेना ने कहा कि ट्रंप के आने पर झुग्गी-झोपड़ियों को छिपाने के लिए दीवारें बनाई जा रही हैं. इससे प्रधानमंत्री साबित क्या करना चाहते हैं. संपादकीय में कहा गया कि अंग्रेजों के समय से ही भारत की गुलामी वाली मानसिकता रही है.
ट्रंप पर निशाना साधते हुए 'सामना' के माध्यम से शिवसेना ने कहा कि ट्रंप कोई अच्छे नेता या शासक नहीं हैं, जो उनके लिए ये सब किया जा रहा है. शिवसेना ने सवाल किया कि क्या नमस्ते ट्रंप से हम हाउडी मोदी का एहसान चुका रहे हैं?
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शिवसेना ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी को विकास पुरुष कहा जाता है, तो यह कैसे 'विकास पुरुष' हैं. सेना ने सवाल किया क्या देश के गरीबों को छिपाकर विकास होता है?
उन्होंने कहा कि मोदी को समझना चाहिए कि वह देश के प्रधानमंत्री हैं और एक वक्त में गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर भी रह चुके हैं फिर गुजरात में गरीबी क्यों है?
मराठी प्रकाशन ने अपने संपादकीय में कहा है 'कभी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था जिसका लंबे समय तक मजाक उड़ाया गया था। ऐसा लगता है कि अब मोदी की योजना गरीब छुपाओ की है.'
पार्टी ने संपादकीय में कहा है 'हमने सुना है कि ट्रंप अहमदाबाद में केवल तीन घंटे ही रहेंगे लेकिन दीवार के निर्माण से राजकोष पर करीब 100 करोड़ रुपये का भार पड़ रहा है.'