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कृषि बिल पर भाजपा को झटका, एनडीए से अलग हुआ शिरोमणि अकाली दल - एनडीए से अलग हुआ शिरोमणि अकाली दल

शिरोमणी अकाली दल (शिअद) ने भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए से अलग होने का फैसला किया है. अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने प्रेस वार्ता कर कृषि विधेयकों के विरोध में गठबंधन से अलग होने का एलान किया. पढ़ें विस्तार से...

शिरोमणी अकाली दल
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Published : Sep 26, 2020, 10:41 PM IST

Updated : Sep 26, 2020, 11:06 PM IST

नई दिल्ली : कृषि विधेयकों के विरोध में शिरोमणी अकाली दल (शिअद) ने भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अलग होने का फैसला किया है. पार्टी के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज कोर कमेटी की बैठक की, जिसके बाद प्रेस वार्ता कर गठबंधन से अलग होने का एलान किया है. बता दें, इससे पहले हरसिमरत कौर ने विधेयकों के विरोध में केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था.

सुखबीर सिंह बादल ने दी जानकारी

संसद में कृषि विधेयकों के पारित होने के बाद से कई राज्यों में किसानों और विपक्षी दलों का विरोध प्रदर्शन जारी है.

केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बठिंडा की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा था कि उन्होंने इसलिए त्यागपत्र दे दिया क्योंकि संसद में कृषि विधेयक लाए जाने के फैसले बाद उन्हें पद पर रहना शर्मनाक लगा. पूर्व केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री ने दावा किया कि मसौदा कानून को जब उनके मंत्रालय के साथ साझा किया गया तो उन्होंने प्रतिकूल टिप्पणी की थी.

shiromani akali dal
शिअद ने कोर कमेटी की बैठक में एनडीए से अलग होने का फैसला किया

अकाली दल पिछले 22 वर्षों से एनडीए का हिस्सा था. बता दें, एनडीए के गठन से लेकर अब तक 22 साल हो चुके हैं. इन 22 वर्षों में 29 पार्टियां एनडीए छोड़कर बाहर निकल चुकी हैं. महाराष्ट्र चुनाव के बाद शिवसेना ने भी एनडीए का साथ छोड़ दिया था.

एनडीए का मतलब नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस यानी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन है. यह गठबंधन 1998 में बनाया गया था, जिसके दम पर 1998 से लेकर 2004 तक भाजपा केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में सरकार चलाने में कामयाब रही. एनडीए के घटक दल अब तक साथ में मिलकर छह लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं.

नई दिल्ली : कृषि विधेयकों के विरोध में शिरोमणी अकाली दल (शिअद) ने भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अलग होने का फैसला किया है. पार्टी के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज कोर कमेटी की बैठक की, जिसके बाद प्रेस वार्ता कर गठबंधन से अलग होने का एलान किया है. बता दें, इससे पहले हरसिमरत कौर ने विधेयकों के विरोध में केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था.

सुखबीर सिंह बादल ने दी जानकारी

संसद में कृषि विधेयकों के पारित होने के बाद से कई राज्यों में किसानों और विपक्षी दलों का विरोध प्रदर्शन जारी है.

केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बठिंडा की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा था कि उन्होंने इसलिए त्यागपत्र दे दिया क्योंकि संसद में कृषि विधेयक लाए जाने के फैसले बाद उन्हें पद पर रहना शर्मनाक लगा. पूर्व केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री ने दावा किया कि मसौदा कानून को जब उनके मंत्रालय के साथ साझा किया गया तो उन्होंने प्रतिकूल टिप्पणी की थी.

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शिअद ने कोर कमेटी की बैठक में एनडीए से अलग होने का फैसला किया

अकाली दल पिछले 22 वर्षों से एनडीए का हिस्सा था. बता दें, एनडीए के गठन से लेकर अब तक 22 साल हो चुके हैं. इन 22 वर्षों में 29 पार्टियां एनडीए छोड़कर बाहर निकल चुकी हैं. महाराष्ट्र चुनाव के बाद शिवसेना ने भी एनडीए का साथ छोड़ दिया था.

एनडीए का मतलब नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस यानी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन है. यह गठबंधन 1998 में बनाया गया था, जिसके दम पर 1998 से लेकर 2004 तक भाजपा केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में सरकार चलाने में कामयाब रही. एनडीए के घटक दल अब तक साथ में मिलकर छह लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं.

Last Updated : Sep 26, 2020, 11:06 PM IST
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