मुंबई : तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा पश्चिम बंगाल में निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है. इस मुद्दे पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और ममता बनर्जी ने आज चर्चा की. एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने बताया कि अगर जरूरत पड़ी तो ममता बनर्जी से मिलने के लिए पवार कोलकाता भी जाएंगे. पवार ने सभी दलों से भाजपा के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है.
दरअसल, पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा के वरिष्ठ नेता और गृह मंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे ने ममता बनर्जी की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं. यही वजह है कि एनसीपी अध्यक्ष जल्द ही ममता बनर्जी की मदद करने के लिए पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे.
मलिक ने आरोप लगाया कि भाजपा ने बंगाल में अस्थिरता पैदा करने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल सरकार लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई थी. लेकिन केंद्र सरकार अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर रही है और पश्चिम बंगाल में अस्थिरता पैदा कर रही है. वहां के प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव की रणनीति का इस्तेमाल किया जा रहा है. भाजपा नेताओं की यह भूमिका लोकतांत्रिक नहीं है. इसके खिलाफ शरद पवार ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से फोन पर बातचीत की.
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मलिक ने कहा कि पवार को राजनीति में व्यापक अनुभव है और उन्होंने दिल्ली में विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास किया है. अगर जरूरत पड़ी तो ममता बनर्जी से मिलने के लिए पवार कोलकाता भी जा सकते हैं. एनसीपी नेता कहा कि शरद पवार ने राष्ट्रीय स्तर पर भी कोशिश की है, जिस तरह से पवार ने महाराष्ट्र में भाजपा के दबाव के आगे घुटने नहीं टेके और महाविकास अगाड़ी का गठन किया, उसी तरह विपक्ष को भी साथ आना चाहिए.