मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने राज्यसभा चुनाव के लिए आज महाराष्ट्र विधानसभा में अपना नामाकंन दाखिल है.
बता दें कि पवार ने यह नामांकन 26 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए भरा है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने विधान भवन परिसर में प्रदेश से एनसीपी नेता के रूप में नामाकंन कराया है. हालांकि, उम्मीद थी कि पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता फौजिया खान शरद पवार के साथ नामाकंन करेंगे. ऐसी संभावना है कि वह अब गुरुवार को नामाकंन करेंगे.
जानकारी के लिए बता दें कि महाराष्ट्र से राज्यसभा की सबसे ज्यादा सात सीटें खाली हो रही हैं. पवार के अलावा केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, कांग्रेस के हुसैन दलवई, शिवसेना के राजकुमार धूत, भाजपा के अमर सेबल, भाजपा समर्थित निर्दलीय संजय काकड़े और एनसीपी के मजीद मेमन का राज्यसभा कार्यकाल दो अप्रैल को समाप्त होगा.
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सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्य शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी आराम से एक-एक सीट जीत सकते हैं, क्योंकि एक उम्मीदवार को 37 वोटों की जरूरत होती है.
महाराष्ट्र में मध्य प्रदेश जैसी स्थिति नहीं : पवार
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र में मध्य प्रदेश जैसी राजनीतिक स्थिति होने से बुधवार को इनकार किया और कहा कि उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना, राकांपा कांग्रेस गठबंधन सरकार राज्य में बहुत अच्छा काम कर रही है.
पवार ने दक्षिण मुंबई स्थित विधान भवन में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा चुनाव हारने के बाद जल्द पुनर्वास चाहा था. सिंधिया कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं.
यह पूछे जाने पर कमलनाथ सरकार के आसन्न गिरने के लिए क्या कांग्रेस जिम्मेदार है, पवार ने कहा कि पार्टी का एक अच्छा और सक्षम नेतृत्व है.
सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने का मध्य प्रदेश में 15 महीने पुरानी कमलनाथ सरकार पर प्रभाव के बारे में पवार ने कहा कि कुछ लोगों को कमलनाथ की क्षमता पर विश्वास है और उन्हें लगता है कि चमत्कार हो सकता है.