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यूपी : एसजीपीजीआई के डॉक्टरों ने खोजा कोलेस्ट्राल नियंत्रित करने वाला जीन - कोलेस्ट्राल को नियंत्रित करने वाले जीन की खोज

लखनऊ में एसजीपीजीआई के चिकित्सक की टीम ने इटली के चिकित्सकों के साथ मिलकर कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने वाला जीन खोज लिया है. यूएलके नाम के इस जीन से लिवर में बढ़ने वाले कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में काफी हद तक मदद मिलेगी.

डॉ. रोहित सिन्हा
डॉ. रोहित सिन्हा
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Published : Oct 23, 2020, 1:57 PM IST

Updated : Oct 23, 2020, 3:05 PM IST

लखनऊ : संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एसजीपीजीआई) के चिकित्सकों की टीम ने एक बड़ी खोज की है. इस टीम ने कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने वाला जीन खोज लिया है. इसमें बीते कई दिनों से पीजीआई के चिकित्सक इटली की टीम के साथ काम कर रहे थे.

कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करेगा यह जीन

एसजीपीजीआई के एक डॉक्टर ने कोलेस्ट्राल को नियंत्रित करने वाले जीन की खोज की है. इस जीन से लिवर में बढ़ने वाले कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में काफी हद तक मदद मिलेगी. इसका नाम यूएलके वन है. इसकी खोज पीजीआई के इंडोक्राइनोलॉजी विभाग के डॉ. रोहित सिन्हा ने की है.

पढ़ें : जामिया के डेंटल सर्जन ने अपने शोध में की 'मानव जबड़े' में एनएएमएएफ की खोज

अभी केमिकल ट्रायल बाकी

डॉ. रोहित ने दावा किया है कि कोलेस्ट्रॉल के नियंत्रण से दिल की धमनियों में ब्लॉकेज, हार्ट अटैक और कैंसर आदि बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है. हालांकि अभी इसका केमिकल ट्रायल होना बाकी है. डॉ. रोहित बताते हैं कि आहार और अन्य खानपान की चीजों के मुकाबले लिवर में बनने वाला कोलेस्ट्रॉल ज्यादा नुकसानदायक होता है. शरीर मे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से लोग दिल और कैंसर की बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं.

लखनऊ : संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एसजीपीजीआई) के चिकित्सकों की टीम ने एक बड़ी खोज की है. इस टीम ने कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने वाला जीन खोज लिया है. इसमें बीते कई दिनों से पीजीआई के चिकित्सक इटली की टीम के साथ काम कर रहे थे.

कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करेगा यह जीन

एसजीपीजीआई के एक डॉक्टर ने कोलेस्ट्राल को नियंत्रित करने वाले जीन की खोज की है. इस जीन से लिवर में बढ़ने वाले कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में काफी हद तक मदद मिलेगी. इसका नाम यूएलके वन है. इसकी खोज पीजीआई के इंडोक्राइनोलॉजी विभाग के डॉ. रोहित सिन्हा ने की है.

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अभी केमिकल ट्रायल बाकी

डॉ. रोहित ने दावा किया है कि कोलेस्ट्रॉल के नियंत्रण से दिल की धमनियों में ब्लॉकेज, हार्ट अटैक और कैंसर आदि बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है. हालांकि अभी इसका केमिकल ट्रायल होना बाकी है. डॉ. रोहित बताते हैं कि आहार और अन्य खानपान की चीजों के मुकाबले लिवर में बनने वाला कोलेस्ट्रॉल ज्यादा नुकसानदायक होता है. शरीर मे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से लोग दिल और कैंसर की बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं.

Last Updated : Oct 23, 2020, 3:05 PM IST

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