मुंबई: शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला. शुरुआती कारोबार निचले सर्किट स्तर को छूने के बाद सेंसेक्स और निफ्टी में कारोबार सुधर रहा है.
दोपहर के सत्र में सेंसेक्स दिन के निचले स्तर से 5,000 अंक से अधिक ऊपर आ चुका है. जबकि निफ्टी दोबारा 9,900 अंक से ऊपर पर बना हुआ है. बीएसई सेंसेक्स में 29,388.97 अंक के निचले स्तर से 4,700 अंक से अधिक सुधार देखा गया है.
करीब एक घंटे बाद जब कारोबार शुरू हुआ तो बाजार ने जबरदस्त वापसी देखने को मिली. सुबह 11.18 बजे शेयर बाजार महज 179 अंकों की गिरावट के साथ 32,593 पर है, वहीं निफ्टी में 57 अंकों की गिरावट रही और यह 9,527 पर ट्रेडिंग हुई.
बता दें कि कारोबार की शुरुआत के 10 मिनट के भीतर ही सेंसेक्स और निफ्टी अपने निचले सर्किट स्तर तक पहुंच गया. दोनों में 10 प्रतिशत से अधिक की गिरावट रही जिसके चलते कारोबार को 45 मिनट के लिए रोकना पड़ा.
सेंसेक्स, निफ्टी शुरुआती कारोबार में धराशायी होने के बाद 45 मिनट के लिए रोकना पड़ा था कारोबार
कोरोना वायरस महामारी से वैश्विक मंदी की आशंका के चलते शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी शुक्रवार को अपने निचले सर्किट स्तर पर पहुंच गया था. इसके बाद शेयर बाजारों में 45 मिनट के लिए कारोबार रोकना पड़ा.
सुबह के कारोबार में शेयर बाजारों में भारी बिकवाली रही. बीएसई सेंसेक्स 3,213 अंक यानी 10.86 प्रतिशत गिरकर 29,564.58 अंक पर रहा. इससे सेंसेक्स अपने निचले सर्किट स्तर पर पहुंच गया.
इसी तरह एनएसई निफ्टी 966.10 अंक यानी 10.07 प्रतिशत टूटकर 8,624.05 अंक पर रहा.
शेयर बाजारों में प्रतिदिन कारोबार के लिए एक कीमत दायरा तय होता है. इसकी उच्चतम और निम्नतम सीमा होती है, जिसे सर्किट लिमिट कहा जाता है.
पिछले सत्र के कारोबार में सेंसेक्स 2,919.26 अंक गिरकर 32,778.14 अंक पर और निफ्टी 868.25 अंक टूटकर 9,590.15 अंक पर बंद हुआ था
आरंभिक आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 3,475.29 करोड़ रुपये की बिकवाली की.
गिरावट वाले शेयर
सेंसेक्स में शामिल सभी शेयरों में नकारात्मक रुख देखा गया. एचसीएल टेक के शेयर में सबसे अधिक 15 प्रतिशत तक गिरावट दर्ज की गयी. इसके बाद टेक महिंद्रा, कोटक बैंक, टीसीएस, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक और एनटीपीसी के शेयर में गिरावट दर्ज की गयी.
विदेशी बाजारों में भी जबरदस्त गिरावट
वर्ष 1987 के बाद सबसे बड़ी गिरावट के साथ वाल स्ट्रीट पर 10 प्रतिशत की गिरावट रही. वहीं लंदन के शेयर बाजार के लिए भी यह सबसे बुरा दिन रहा.
बर्लिन की दीवार गिरने के 1989 के सबसे बुरे दिन के बाद फ्रैंकफर्ट शेयर बाजार के लिए भी यह सबसे ज्यादा नुकसान वाला दिन रहा. 1989 में पेरिस शेयर बाजार को रिकॉर्ड बुरा समय देखना पड़ा था.
ब्रेंट कच्चा तेल 0.90 प्रतिशत गिरकर 32.92 डॉलर प्रति बैरल रहा. भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 74 हो गयी है.
गिरावट के बड़े कारण
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना को विश्वव्यापी महामारी घोषित करना
- टूरिस्ट वीजा निलंबित- सरकार ने 15 अप्रैल तक सभी देशों के पर्यटक वीजा निलंबित कर दिए हैं
- कच्चे तेल की कीमतों में भी गिरावट का रुख
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