गुवाहाटीः स्वतंत्रता दिवस पर पूर्वोत्तर राज्य अलर्ट मोड पर काम कर रही है. यहां अरुणाचल-असम के सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. यहां आतंकी हमलों को नाकाम करने के लिए पुलिस पूरी तरह चौकस और सतर्क है. असम पुलिस ने किसी भी अप्रिय वारदात को अंजाम तक पहुंचाने से पहले ही उसे कुचलने के लिए असम-अरुणाचल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
73वें स्वतंत्रता दिवस से पहले ही असम -अरुणाचल सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी है. असम पुलिस तेंगापानी, बगारीबारी और घिलोरपोरी में असम अरुणाचल सीमा से लगे घने जंगलो में एक तलाशी अभियान चला रही है. पुलिस ने यह सर्च अभियान उग्रवादी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए चलाया है.
सरकार सतर्क
बता दें कि इस्लामिक स्टेट और आईएसआई समर्थित आतंकवादी गुट भारत में तबाही मचाने के लिए घात लगाए बैठे हैं. इस बारे में भारतीय खुफिया एजेंसियों ने कुछ समय पहले ही इन तमाम अति-संवेदनशील खुफिया सूचनाओं से सरकार को अवगत करा दिया है, ताकि इन आंतकी गतिविधियों से बचा जा सके.
9 अगस्त को इंटेलीजेंस ब्यूरो मुख्यालय द्वारा जारी गोपनीय रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है कि पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा समर्थित जेहादी आतंकी गुट जम्मू कश्मीर और उसके बाहर बड़ी आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं. इस सिलसिले में संबंधित राज्यों की अभिसूचना ईकाइयों और पुलिस मुख्यालयों को सचेत कर दिया गया है.
सूत्रों की माने तो इस बार इस्लामिक स्टेट और पाक समर्थित कट्टरपंथी आतंकी संगठन बकरीद जैसे बड़े पर्व पर भीड़ को निशाना बनाने की कोशिश कर सकते हैं. खुफिया एजेंसियां इस बात से भी इनकार नहीं कर रही हैं कि पाक खुफिया एजेंसी और इस्लामिक स्टेट समर्थित ये आतंकी गुट बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डों (ट्रांसपोर्ट नेटवर्क) सहित अन्य कुछ महत्वपूर्ण जगहों को भी निशाना बनाने की फिराक में हैं.
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देश की खुफिया एजेंसियों के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, भले ही आईएसआई लंबे समय से भारत में अशांति फैला पाने में कामयाब न हो पाई हो, लेकिन कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद वह भी बुरी तरह से बौखलाई हुई है.
गौरतलब है कि तालिबान समर्थित कुछ स्लिपिंग मॉड्यूलों की भारत में मौजूदगी की खबरें भी इन दिनों आ रही है.