नई दिल्ली : उच्चतम न्यायालय निर्भया सामूहिक बलात्कार-हत्या मामले में मौत की सजा का सामना कर रहे चार दोषियों में शामिल एक दोषी अक्षय कुमार सिंह की ओर से दायर पुनर्विचार याचिका पर 17 दिसंबर को सुनवाई करेगा.
दरअसल, मामले में दोषी ठहराए गए इस व्यक्ति ने अपनी मौत की सजा की पुष्टि किए जाने के शीर्ष न्यायालय के 2017 के फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है. तीन न्यायाधीशों की पीठ अक्षय की याचिका पर सुनवाई करेगी.
अक्षय के वकील ने पुनर्विचार याचिका में मौत की सजा पर यह तर्क देते हुए सवाल उठाया है कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते जीवनकाल वैसे ही छोटा हो रहा है तो ऐसे में फांसी देने की क्या जरूरत है.
शीर्ष न्यायालय ने पिछले साल नौ जुलाई को मामले के तीन अन्य दोषियों--मुकेश (30), पवन गुप्ता (23) और विनय शर्मा (24) द्वारा दायर पुनर्विचार याचिकाओं को खारिज करते हुए कहा था कि 2017 के फैसले पर पुनर्विचार के लिए उन लोगों द्वारा कोई आधार नहीं बनाया गया है.
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गौरतलब है कि 16-17 दिसंबर 2012 की रात दक्षिण दिल्ली में एक चलती बस में छह लोगों ने 23 वर्षीया छात्रा से सामूहिक बलात्कार किया था और उसे सड़क पर फेंकने से पहले बुरी तरह से घायल कर दिया था.
इस छात्रा को निर्भया नाम दिया गया, जिसने इलाज के दौरान सिंगापुर के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया था.