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राहुल गांधी को कश्मीर दिखाने के लिए विमान भेजेंगे : सत्यपाल मलिक

राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राहुल गांधी को कश्मीर आने का न्योता दिया साथ ही उन्होने कहा कि मैं आपके लिए विमान भेजूंगा ताकि आप कश्मीर की स्थिती का जायजा ले सकें. राज्यपाल ने एक कांग्रेस नेता के कश्मीर में हिंसा की खबर होने संबंधी टिप्पणी के बारे में जवाब देते हुए ऐसा कहा.

राहुल गांधी और सत्यपाल मलिक
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Published : Aug 12, 2019, 11:04 PM IST

Updated : Sep 26, 2019, 7:43 PM IST

जम्मू कश्मीर: जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कश्मीर में हिंसा की खबर होने संबंधी टिप्पणी के बारे में कहा है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को घाटी का दौरा कराने और जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए वह विमान भेजेंगे.

राज्यपाल ने कहा कि राहुल गांधी को अपनी पार्टी के एक नेता के व्यवहार के बारे में शर्मिंदगी महसूस करना चाहिए जो संसद में ‘मूर्ख’ की तरह बात कर रहे थे.

मलिक ने कहा, ‘मैंने राहुल गांधी को यहां आने के लिए न्यौता दिया है . मैं आपके लिए विमान भेजूंगा ताकि आप स्थिति का जायजा लीजिए और तब बोलिए . आप एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं और आपको ऐसे बात नहीं करनी चाहिए.’

राज्यपाल कश्मीर में हिंसा संबंधी कुछ नेताओं के बयान के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे.

शनिवार की रात राहुल गांधी ने कहा था कि जम्मू कश्मीर से हिंसा की कुछ खबरें आयी हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पारदर्शी तरीके से इस मामले पर चिंता व्यक्त करनी चाहिए.

राज्यपाल ने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाने में कोई सांप्रदायिक दृष्टिकोण नहीं है.

पढ़ें-कश्मीर पर अफवाह फैलाने वाले ट्विटर अकाउंट्स पर लगी रोक

उन्होंने कहा, ‘अनुच्छेद 35 ए और अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान सबके लिए समाप्त किए गए हैं . न तो लेह, करगिल, जम्मू, रजौरी और पुंछ में और न ही यहां (कश्मीर) इसे समाप्त करने में कोई सांप्रदायिक दृष्टिकोण है. इसका कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है.’

मलिक ने कहा कि इस मुद्दे को मुठ्ठी भर लोग हवा दे रहे हैं लेकिन वह इसमें सफल नहीं होंगे .

उन्होंने कहा, 'विदेशी मीडिया ने कुछ (गलत रिपोर्टिंग करने का) प्रयास किया और हमने उन्हें चेतावनी दी है . सभी अस्पताल आपके लिए खुले हैं और किसी एक व्यक्ति को भी गोली लगी हो तो आप साबित कर दीजिए . जब कुछ युवक हिंसा कर रहे थे तो केवल चार लोगों को पैलेट से पैर में गोली मारी गयी है और इसमें कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ है.'

कश्मीर को ‘यातना शिविर’ में बदल देने के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर एक सवाल के जवाब में राज्यपाल ने कहा कि शिक्षित होने के बावजूद लोग यातना शिविर का अर्थ नहीं जानते हैं.

उन्होंने पूछा, 'मुझे पता है कि यह क्या है . मैं 30 बार जेल गया हूं. तब भी मैंने इसे यातना शिविर कारार नहीं दिया था. उन्होंने (कांग्रेस) आपातकाल के दौरान डेढ़ साल तक लोगों को जेल में बंद कर दिया था लेकिन किसी ने उसे यातना शिविर नहीं कहा था. क्या एहतियातन गिरफ्तारी यातना शिवर (के बराबर) है?'

जम्मू कश्मीर: जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कश्मीर में हिंसा की खबर होने संबंधी टिप्पणी के बारे में कहा है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को घाटी का दौरा कराने और जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए वह विमान भेजेंगे.

राज्यपाल ने कहा कि राहुल गांधी को अपनी पार्टी के एक नेता के व्यवहार के बारे में शर्मिंदगी महसूस करना चाहिए जो संसद में ‘मूर्ख’ की तरह बात कर रहे थे.

मलिक ने कहा, ‘मैंने राहुल गांधी को यहां आने के लिए न्यौता दिया है . मैं आपके लिए विमान भेजूंगा ताकि आप स्थिति का जायजा लीजिए और तब बोलिए . आप एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं और आपको ऐसे बात नहीं करनी चाहिए.’

राज्यपाल कश्मीर में हिंसा संबंधी कुछ नेताओं के बयान के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे.

शनिवार की रात राहुल गांधी ने कहा था कि जम्मू कश्मीर से हिंसा की कुछ खबरें आयी हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पारदर्शी तरीके से इस मामले पर चिंता व्यक्त करनी चाहिए.

राज्यपाल ने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाने में कोई सांप्रदायिक दृष्टिकोण नहीं है.

पढ़ें-कश्मीर पर अफवाह फैलाने वाले ट्विटर अकाउंट्स पर लगी रोक

उन्होंने कहा, ‘अनुच्छेद 35 ए और अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान सबके लिए समाप्त किए गए हैं . न तो लेह, करगिल, जम्मू, रजौरी और पुंछ में और न ही यहां (कश्मीर) इसे समाप्त करने में कोई सांप्रदायिक दृष्टिकोण है. इसका कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है.’

मलिक ने कहा कि इस मुद्दे को मुठ्ठी भर लोग हवा दे रहे हैं लेकिन वह इसमें सफल नहीं होंगे .

उन्होंने कहा, 'विदेशी मीडिया ने कुछ (गलत रिपोर्टिंग करने का) प्रयास किया और हमने उन्हें चेतावनी दी है . सभी अस्पताल आपके लिए खुले हैं और किसी एक व्यक्ति को भी गोली लगी हो तो आप साबित कर दीजिए . जब कुछ युवक हिंसा कर रहे थे तो केवल चार लोगों को पैलेट से पैर में गोली मारी गयी है और इसमें कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ है.'

कश्मीर को ‘यातना शिविर’ में बदल देने के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर एक सवाल के जवाब में राज्यपाल ने कहा कि शिक्षित होने के बावजूद लोग यातना शिविर का अर्थ नहीं जानते हैं.

उन्होंने पूछा, 'मुझे पता है कि यह क्या है . मैं 30 बार जेल गया हूं. तब भी मैंने इसे यातना शिविर कारार नहीं दिया था. उन्होंने (कांग्रेस) आपातकाल के दौरान डेढ़ साल तक लोगों को जेल में बंद कर दिया था लेकिन किसी ने उसे यातना शिविर नहीं कहा था. क्या एहतियातन गिरफ्तारी यातना शिवर (के बराबर) है?'

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PRI GEN NAT
.JAMMU DEL48
JK-GUV-RAHUL
Will send aircraft for Rahul Gandhi to visit Kashmir: JK guv
          Jammu, Aug 12 (PTI) Jammu and Kashmir Governor Satya Pal Malik on Monday hit out at Congress leader Rahul Gandhi for his remarks that there have been reports of violence in Kashmir, saying he will send him an aircraft to visit the valley and observe the ground situation.
          The governor said Gandhi should feel ashamed about the behaviour of one of his leaders who was talking like an "idiot" in Parliament.
          "I have invited Rahul Gandhi to come here. I will send you a plane, to observe (the situation) and then speak up. You are a responsible person and you should not speak like this," Malik said.
          Malik was replying to a question about statements and reports by some leaders and the media about the violence in Kashmir.
          On Saturday night, Gandhi said that some reports had come in from Jammu and Kashmir about the violence there and Prime Minister Narendra Modi must assuage concerns over the matter in a transparent manner.
          The governor said there was no communal angle in scrapping provisions of Article 370 in Jammu and Kashmir.
          "Scrapping of Article 370 and Article 35-A was for everyone. There is no communal angle (for scrapping it) in Leh, Kargil, Jammu, Rajouri-Poonch and not here either (Kashmir). There is no communal angle to it," he said.
          Malik said that the issue was being fanned by some people but they were not successful in it.
          "Foreign press has made an attempt (of wrong reportage) and we have warned them. All hospitals are open for you and if even a single person has been hit by a bullet, prove it. But only four people were hit by pellets in legs when there was violence by youths and there were no serious injuries to anyone," he said.
          Replying to a question about allegations that Kashmir has been turned into a concentration camp, the governor said that despite being educated, people don't know the meaning of a concentration camp.
          "I know what it is. I have gone to jail 30 times. Even then, I will not term it as a concentration camp. They (Congress) imprisoned people for one-and-half-years during Emergency, but nobody termed them concentration camps. Is preventative arrest (equal to) a concentration camp," he asked. PTI AB
AAR
08122011
NNNN
Last Updated : Sep 26, 2019, 7:43 PM IST

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