नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह द्वारा निर्भया के दोषियों को माफ कर देने की अपील पर तीखी प्रतिक्रिया जारी है. इस क्रम में बीजेपी की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडे और दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने रविवार को मीडिया को संबोधित करते हुए इंदिरा जयसिंह पर करारा हमला बोला.
बता दें कि इंदिरा जयसिंह ने शनिवार को निर्भया की मां से अपील की थी कि वह दोषियों को माफ कर दें. इसके बाद निर्भया की मां आशा देवी ने इंदिया जयसिंह सवाल किया कि आपकी बेटी या आपके साथ यदि ऐसा होता तो तब भी आप यही कहतीं.
सरोज पांडे ने प्रेस वार्ता में कहा, 'जयसिंह ने निर्भया की मां से जो अपील की है. उसकी हम निंदा करते हैं, लगता है उनको निर्भया की मां का दर्द समझ नहीं आता.'
उन्होंने कहा कि इंदिरा जयसिंह का इतिहास सबको पता है. वह लंबे समय तक आम आदमी पार्टी से जुड़ी रही हैं. काफी जद्दोजहद के बाद न्यायपालिका ने निर्भया मामले में निर्णय दिया है. जल्द ही निर्भया की मां को न्याय मिलने वाला है. ऐसे में इंदिरा जयसिंह को इस तरह की अपील करने से पहले कई बार सोचना चाहिए था.
मनोज तिवारी ने कहा कि साल 2017 के जुलाई में निर्भया के गुनहगारों को सजा हुई और 2017 से 2019 तक दो साल में दिल्ली सरकार ने गुनहगारों को सजा की सूचना नहीं दी.
उन्होंने कहा, 'मैं पूछना चाहता हूं की दो साल तक आम आदमी पार्टी ने जेल प्रशासन के माध्यम से गुनहगारों को यह सूचना क्यों नहीं दी?
तिवारी ने कहा कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, 'हमारे पास पुलिस विभाग नहीं है. पुलिस विभाग केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास है. इसलिए हम ऐसा नहीं कर सके.'
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मनोज तिवारी ने आगे कहा, 'सिसोदिया से कहना चाहता हूं कि जेल विभाग राज्य सरकार के पास रहता है और यह सूचना उन गुनहगारों तक पहुंचाने का काम जेल प्रशासन का है ना कि पुलिस का.'
तिवारी ने कहा कि निर्भया मामले के गुनहगारों की सजा टलवाने की कोशिश केजरीवाल सरकार ने की और उनको बचाने की कोशिश भी की है.
उन्होंने इंदिरा जयसिंह पर भी निशाना साधते हुए कहा, 'उनकी बात सुनकर तो मैं पूरी तरह से स्तब्ध हूं.' गौरतलब है कि निर्भया मामले में दोषियों को एक फरवरी को फांसी होनी है.