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भारत में शरीयत कानून लागू हो जाए तो थम सकती हैं रेप की घटनाएं : सपा सांसद हसन

समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने कहा कि शरीयत कानून लागू होने से देश की बहन-बेटियों के हाथ में पत्थर दे दिया जाएगा और रेप करने वालों को बीच बाजार में खड़ा करके उन्हें सजा दी जाएगी. नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 पर उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार सिर्फ हिन्दू-मुसलमान में बंटवारा करने की कोशिश कर रही है. जानें विस्तार से...

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समाजवादी पार्टी से सांसद एसटी हसन (फाइल फोटो)
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Published : Dec 4, 2019, 11:49 PM IST

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी सांसद एसटी हसन ने कहा है कि भारत में शरीयत कानून लागू किया जाए.

दरअसल देश में बढ़ती रेप की घटनाओं पर ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि इन घटनाओं की वजह देश में सख्त कानून का न होना है और इसलिए भारत में शरीयत कानून लागू किया जाना चाहिए, तभी रेप की घटनाओं में कमी होगी.

ईटीवी भारत से बात करते समाजवादी पार्टी सांसद एसटी हसन.

हसन ने कहा कि शरीयत कानून लागू होने से देश की बहन बेटियों के हाथ में पत्थर दे दिया जाएगा और रेप करने वालों को बीच बाजार में खड़ा करके उन्हें सजा दी जाएगी. जब लोग इस सजा को देखेंगे तो उनके मन में डर पैदा होगा और कोई ऐसी गलती दोबारा करने की कोशिश भी नहीं करेगा.

इसे भी पढे़ं- NRC धार्मिक आधार पर देशभर में लागू करने की योजना नहीं : केंद्र

केंद्रीय कैबिनेट द्वारा नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 को मंजूरी मिल गई. इस पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए एसटी हसन ने कहा कि इस बिल में किए गए संशोधन में सिर्फ मुसलमानों को दरकिनार कर देना नाइंसाफी है.

उन्होंने कहा, 'देश में ऐसे कई मुसलमान हैं, जो हमारे देश की सालों-साल से सेवा करते आ रहे हैं और उनके परिजन भी यहीं रहते थे, लेकिन इस संशोधित विधेयक के बाद अब उनका यहां रहना मुश्किल हो जाएगा, इसलिए यह संशोधन किसी भी तरीके से सही नहीं है.'

उन्होंने कहा, 'मौजूदा सरकार सिर्फ हिन्दू-मुसलमान में बंटवारा करने की कोशिश करती है और यह हमारी भविष्य में आने वाली पीढ़ी के लिए बड़ी समस्या खड़ी करेगी.'

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी सांसद एसटी हसन ने कहा है कि भारत में शरीयत कानून लागू किया जाए.

दरअसल देश में बढ़ती रेप की घटनाओं पर ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि इन घटनाओं की वजह देश में सख्त कानून का न होना है और इसलिए भारत में शरीयत कानून लागू किया जाना चाहिए, तभी रेप की घटनाओं में कमी होगी.

ईटीवी भारत से बात करते समाजवादी पार्टी सांसद एसटी हसन.

हसन ने कहा कि शरीयत कानून लागू होने से देश की बहन बेटियों के हाथ में पत्थर दे दिया जाएगा और रेप करने वालों को बीच बाजार में खड़ा करके उन्हें सजा दी जाएगी. जब लोग इस सजा को देखेंगे तो उनके मन में डर पैदा होगा और कोई ऐसी गलती दोबारा करने की कोशिश भी नहीं करेगा.

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केंद्रीय कैबिनेट द्वारा नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 को मंजूरी मिल गई. इस पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए एसटी हसन ने कहा कि इस बिल में किए गए संशोधन में सिर्फ मुसलमानों को दरकिनार कर देना नाइंसाफी है.

उन्होंने कहा, 'देश में ऐसे कई मुसलमान हैं, जो हमारे देश की सालों-साल से सेवा करते आ रहे हैं और उनके परिजन भी यहीं रहते थे, लेकिन इस संशोधित विधेयक के बाद अब उनका यहां रहना मुश्किल हो जाएगा, इसलिए यह संशोधन किसी भी तरीके से सही नहीं है.'

उन्होंने कहा, 'मौजूदा सरकार सिर्फ हिन्दू-मुसलमान में बंटवारा करने की कोशिश करती है और यह हमारी भविष्य में आने वाली पीढ़ी के लिए बड़ी समस्या खड़ी करेगी.'

Intro:नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी सांसद एसटी हसन ने देश में बढ़ती रेप की घटनाओं पर ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि इन घटनाओं की वजह देश में सख्त कानून का ना होना है और इसलिए भारत में शरियत कानून लागू किया जाना चाहिए तभी रेप की घटनाओं में कमी होगी।

एसटी हसन ने कहा कि शरीयत कानून लागू होने से देश की बहन बेटियों के हाथ में पत्थर दे दिया जाएगा और रेप करने वालों को बीच बाजार में खड़े करके उन्हें सजा दी जाएगी। जब लोग इस सजा को देखेंगे तो उनके मन में डर पैदा होगा और कोई ऐसी गलती दोबारा करने की कोशिश भी नहीं करेगा।


Body:केंद्रीय कैबिनेट द्वारा बुधवार को नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 को मंजूरी मिल गई। इस पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए एसटी हसन ने कहा कि इस बिल में किए गए संशोधन में सिर्फ मुसलमानों को दरकिनार कर देना नाइंसाफी है। उन्होंने कहा कि देश में ऐसे कई मुसलमान हैं जो हमारे देश कि सालों साल से सेवा करते आ रहे हैं और उनके परिजन भी यही रहते थे लेकिन इस संशोधित विधेयक के बाद अब उनका रहना यहां मुश्किल हो जाएगा इसलिए यह संशोधन किसी भी तरीके से सही नहीं है।

उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार सिर्फ हिंदू-मुसलमान में बंटवारे पैदा करने की कोशिश करती है और यह हमारी भविष्य में आने वाली पीढ़ी के लिए बड़ी समस्या खड़ी करेगी।


Conclusion:एसटी हसन ने संसद में शून्यकाल के दौरान पर्यटन कारोबार और सुरक्षित सफर के लिए मुरादाबाद-काशीपुर मार्ग स्थित ढेला नदी के पुल का मुद्दा लोकसभा में उठाया। इसकी जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि स्कूल से राजाजी नेशनल जिम कार्बेट पार्क में हजारों की संख्या में पर्यटक रोजाना यात्रा करते हैं और इसपर सिर्फ एक रस्ता होने की वजह से लोगों को घंटों जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है।

सपा सांसद ने कहा कि मुरादाबाद और उत्तराखंड को जोड़ने में ढेला नदी के पुल का अहम योगदान है लेकिन यह पल अब जर्जर हो चुका है और किसी भी समय यह पुल टूट सकता है और सरकार की अनदेखी के कारण यात्रियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है इसलिए हमने सरकार से मांग की है कि वह इस का संज्ञान लें और जल्द से जल्द पुल का निर्माण हो।
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