नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने और भोपाल से लोकसभा का टिकट मिलने के बाद मालेगांव बलास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर अपना दुख व्यक्त कर भावुक हो गईं. उन्होंने कहा कि वो मुझे खत्म कर देना चाहते थे.
प्रज्ञा ने बताया कि कैसे जेल में उन्हें बेल्ट से मारा-पीटा जाता था. उन्होंने अपनी हालात को बयां करते हुए बताया कि कैसे जब उन्हें बेल्ट से पीटा जाता था तो उनका नर्वस सिस्टम शून्य हो जाता था. साध्वी बोलीं- मुझे रात-दिन पीटा जाता था. मैनें जेल में कठिन यातनाएं सही हैं.
बीजेपी कार्यकर्ताओं से बात करती भावुक हुई साध्वी ने आगे बताया कि उन्हें गैरकानूनी तरीके से ले जाकर 13 दिनों तक मारा-पीटा. मैं अपने दर्द का बयान नहीं कर रही हूं, मैं यह कहना चाहती हूं कि कोई भी बहन को ऐसा दिन ना दिखाए जो मैंने देखी है.
भावुक साध्वी ने कहा कि उनसे हर बार केवल एक ही सवाल पूछा जाता था. तुमने मालेगांव में बम विस्फोट किया है. तुमने मुसलमानों को मारा है. वे लोग मुझसे बार-बार एक ही सवाल करते थे. मुझें नहीं मालूम की वे मुझे क्यों मार रहे थे. बाद में मुझे पता चला कि वे लोग मुझसे यह कबूल करवाना चाहते थे कि मैनें ही बम विस्फोट करवाया है. मैने ही मुसलमानों को मारा है.
जेल में मारने-पीटने के साथ-साथ एक सवाल होता था, तुमने, मालेगांव में बम बलास्ट किया है. मुसलमानों को मारा है. तुमने विस्फोट किया है. तुम आतंकवादी हो. आरएसएस आतंकवादी संगठन है. साध्वी बोली, यह देश को तोड़ने का मात्र एक षडयंत्र था. "मैंने हर बार कहा- मैंने कुछ नहीं किया. मैंने महसूस किया कि यह सब हिंदू के खिलाफ एक षडयंत्र है. उन्हें पता नहीं था कि एक देशभक्त की ताकत क्या है. "
साध्वी ने बताया कि, "मुझे हर तरह से प्रताड़ित किया गया. तीन बार नारको टेस्ट किया गया. तीन बार पॉलीग्राफी टेस्ट. तीन बार ब्रेन मैपिंग टेस्ट. ये साधारण टेस्ट नहीं होते हैं, इसमें केमिकल को शरीर के अंदर डाला जाता है. ऐसे केमिकल से कैंसर होने का खतरा रहता है. बाद में उन्हें कैंसर होने का पता चला.
उन्होंने बताया कि जब पीटने के बाद उन्हें लगता था कि खून निकल आएगा तो वे लोग गर्म पानी में नमक मिला का जख्मी हाथ को उसमें डाल देते थे ताकि हाथ नर्म हो जाए और फिर उन्हें पीटा जाए.
"वे लोग मेरी हत्या करना चाहते थे. वे लोग उनका एनकाउंटर करना चाहते थे. "
दिग्विजय सिंह पर साध्वी ने कहा कि क्या हम भोपाल में ऐसे लोगों को देखना मंजूर करेंगे. अगर भोपाल को सुरक्षित देखना चाहते हैं तो दिग्विजय सिंह जैसे लोगों को हटाना होगा.
लोकसभा चुनाव पर साध्वी बोलीं, " यह एक धर्मयुद्ध है. मैं चुनाव नहीं लड़ रही हूं, मैं एक सन्यासी हूं. मैं यहां भगवान के आदेश से आई हूं. मैं यहां नेतागिरी करने नहीं आई हूं. मुझे भगवान ने आदेश दिया है कि तुम इस धर्मयुद्ध का हिस्सा बनो."
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साध्वी ने कहा कि वे जनता से वोट मांग रही हैं, क्योंकि वह सन्यासी हैं. वे देश के लिए जनता से वोट की भीख मांग रही है. अगर विधर्मी जीत गए तो हम बच्चों को अपना मुंह नहीं दिखा पाएंगे.
बीजेपी प्रवक्ता सुदेश वर्मा ने क्या कहा जानें
भारतीय जनता पार्टी ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को उम्मीदवार बनाए जाने पर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के नेताओं के बयान पर कड़ी आपत्ती जताई है.
इस पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुदेश वर्मा ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा को कोर्ट ने इजाजत दी है. लेकिन जो यह टिप्पणी कर रहे हैं ये वो नेता हैं जो खुद 50 हजार के मुचलके पर जमानत पर हैं. क्या वो साध्वी प्रज्ञा पर टिप्पणी करेंगे. साध्वी को यूपीए सरकार ने झूठे मुकदमे में फंसाया था उसका जनता जवाब देगी.
दूसरी तरफ भाजपा कार्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जीवीएल नरसिम्हा राव पर जूता फेंके जाने की घटना पर सुदेश ने कहा कि ये एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और साजिश है. पुलिस जांच कर रही है. दूसरी तरफ बीजेपी ने बंगाल घटना की निंदा की है.
बता दें कि महाराष्ट्र में नासिक जिले के मालेगांव में 29 सितम्बर 2008 को खौफनाक बम ब्लास्ट हुआ था. उस धमाके में 6 बेगुनाह लोगों की जान चली गई थी, जबकि दर्जनों से ज्यादा लोग घायल हुए थे. इस मामले में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर सहित सात लोगों को आरोपी बनाया गया था.