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पंजाब की जेल में कैदी की हत्या : सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त, CM ने की शांति की अपील - नाभा जेल

पंजाब की नाभा जेल में पवित्र ग्रंथ बेअदबी मामले के मुख्य आरोपी की कथित तौर पर हत्या कर दी गई. घटना के मद्देनजर CM ने शांति की अपील की है. पूरे पंजाब में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. जानें क्या है पूरा मामला.

पंजाब CM अमरिंदर सिंह
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Published : Jun 23, 2019, 5:45 PM IST

चंडीगढ़: पंजाब की उच्च सुरक्षा वाली नाभा जेल में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. दरअसल, यहां दो कैदियों द्वारा, 2015 में बरगाड़ी में धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी की घटना के मुख्य आरोपी की कथित रूप से हत्या की घटना सामने आई है.

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घटना से संबंधित सूचना

इस घटना के ठिक एक दिन बाद समूचे राज्य में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

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CM ने की शांति की अपील

इस संबंध में अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न जगहों पर गाड़ियों की जांच की जा रही है, जबकि फरीदकोट के कोटकपुरा शहर में राज्य पुलिस के संग अर्द्धसैनिक बलों को तैनात कर दिया गया है. बता दें, नाभा से महिदंरपाल बिट्टू का शव आज सुबह कोटकपुरा लाया गया.

गौरतलब है, बिट्टू डेरा सच्चा सौदा पंथ का अनुयायी था. बिट्टू पर शनिवार शाम को दो कैदियों ने कथित रूप से हमला किया था. इसके बाद उसे पटियाला के नाभा सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

पुलिस ने बताया था कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि फरीदकोट के रहने वाले 49 साल के बिट्टू पर गुरसेवक सिंह और मनिन्दर सिंह ने कथित रूप से हमला कर दिया. ये दोनों आरोपी नाभा जेल में हत्या के मामले में बंद हैं.

अधिकारियों ने बताया कि इन दोनों कैदियों ने बिट्टू पर सरिए से हमला किया. उन्हें ये सरिये जेल के अंदर हो रहे निर्माण स्थल से हासिल किये थे. इस हमले में बिट्टू के सिर पर गंभीर चोट आई थी.

ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में रविवार को तड़के तीन डॉक्टरों के पैनल ने बिट्टू के शव का पोस्टमार्टम किया. इसके बाद शव को बिट्टू के परिजनों को सौंप दिया गया. अंतिम संस्कार के लिए शव को उसके पैतृक शहर कोटकपुरा भेज दिया गया. उसका अंतिम संस्कार आज शाम किया जा सकता है.

पढ़ें: गुरमीत राम रहीम ने खेती करने के लिए 42 दिन की पैरोल मांगी

बिट्टू के शव को डेरा सच्चा सौदा पंथ के कोटकपुरा में 'नाम चर्चा घर' में रखा गया, जहां आज सुबह से ही बड़ी संख्या में लोगों का पहुंचना लगा हुआ है. बता दें, कोटकपुरा और आसपास के शहरों में डेरा अनुयायियों की काफी बड़ी संख्या है.

फिरोजपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक एम एस छीना ने कोटकपुरा में पत्रकारों को बताया कि शहर में पर्याप्त संख्या में अद्धसैनिक बल और राज्य पुलिस कर्मियों की तैनात की गई है.

पंजाब के जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने रविवार को कहा कि हमले की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए गए हैं. मंत्री ने कहा, 'बारगाड़ी के आरोपी को अलग सेल में रखा गया था ताकि ऐसी घटनाएं नहीं हों. दुर्भाग्य से, ऐसी घटना हुई. तीन जेल अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है.'

आपको बता दें, जेल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रोहित चौधरी तथ्यान्वेषण समिति की अगुवाई करेंगे. इस समिति को रिपोर्ट देने के लिए तीन दिन दिए गए हैं.

वहीं बिट्टू के पुत्र परमिंदर ने कोटकपुरा में बताया, 'हर रविवार को हम जेल में उनसे मिलते थे. कल हम उनसे मिल कर जैसे ही लौटे, कुछ ही देर में हमें सूचना मिली कि उन पर हमला किया गया. मेरे पिता को एक साजिश के तहत मारा गया है.'

चंडीगढ़: पंजाब की उच्च सुरक्षा वाली नाभा जेल में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. दरअसल, यहां दो कैदियों द्वारा, 2015 में बरगाड़ी में धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी की घटना के मुख्य आरोपी की कथित रूप से हत्या की घटना सामने आई है.

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घटना से संबंधित सूचना

इस घटना के ठिक एक दिन बाद समूचे राज्य में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

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CM ने की शांति की अपील

इस संबंध में अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न जगहों पर गाड़ियों की जांच की जा रही है, जबकि फरीदकोट के कोटकपुरा शहर में राज्य पुलिस के संग अर्द्धसैनिक बलों को तैनात कर दिया गया है. बता दें, नाभा से महिदंरपाल बिट्टू का शव आज सुबह कोटकपुरा लाया गया.

गौरतलब है, बिट्टू डेरा सच्चा सौदा पंथ का अनुयायी था. बिट्टू पर शनिवार शाम को दो कैदियों ने कथित रूप से हमला किया था. इसके बाद उसे पटियाला के नाभा सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

पुलिस ने बताया था कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि फरीदकोट के रहने वाले 49 साल के बिट्टू पर गुरसेवक सिंह और मनिन्दर सिंह ने कथित रूप से हमला कर दिया. ये दोनों आरोपी नाभा जेल में हत्या के मामले में बंद हैं.

अधिकारियों ने बताया कि इन दोनों कैदियों ने बिट्टू पर सरिए से हमला किया. उन्हें ये सरिये जेल के अंदर हो रहे निर्माण स्थल से हासिल किये थे. इस हमले में बिट्टू के सिर पर गंभीर चोट आई थी.

ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में रविवार को तड़के तीन डॉक्टरों के पैनल ने बिट्टू के शव का पोस्टमार्टम किया. इसके बाद शव को बिट्टू के परिजनों को सौंप दिया गया. अंतिम संस्कार के लिए शव को उसके पैतृक शहर कोटकपुरा भेज दिया गया. उसका अंतिम संस्कार आज शाम किया जा सकता है.

पढ़ें: गुरमीत राम रहीम ने खेती करने के लिए 42 दिन की पैरोल मांगी

बिट्टू के शव को डेरा सच्चा सौदा पंथ के कोटकपुरा में 'नाम चर्चा घर' में रखा गया, जहां आज सुबह से ही बड़ी संख्या में लोगों का पहुंचना लगा हुआ है. बता दें, कोटकपुरा और आसपास के शहरों में डेरा अनुयायियों की काफी बड़ी संख्या है.

फिरोजपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक एम एस छीना ने कोटकपुरा में पत्रकारों को बताया कि शहर में पर्याप्त संख्या में अद्धसैनिक बल और राज्य पुलिस कर्मियों की तैनात की गई है.

पंजाब के जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने रविवार को कहा कि हमले की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए गए हैं. मंत्री ने कहा, 'बारगाड़ी के आरोपी को अलग सेल में रखा गया था ताकि ऐसी घटनाएं नहीं हों. दुर्भाग्य से, ऐसी घटना हुई. तीन जेल अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है.'

आपको बता दें, जेल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रोहित चौधरी तथ्यान्वेषण समिति की अगुवाई करेंगे. इस समिति को रिपोर्ट देने के लिए तीन दिन दिए गए हैं.

वहीं बिट्टू के पुत्र परमिंदर ने कोटकपुरा में बताया, 'हर रविवार को हम जेल में उनसे मिलते थे. कल हम उनसे मिल कर जैसे ही लौटे, कुछ ही देर में हमें सूचना मिली कि उन पर हमला किया गया. मेरे पिता को एक साजिश के तहत मारा गया है.'

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PB-SACRILEGE-SECURITY
Bargari sacrilege case key accused's murder: Security tightened across Punjab
         Chandigarh, Jun 23 (PTI) Tight security measures have been put in place across Punjab to prevent any untoward incident, a day after key accused in the 2015 Bargari sacrilege case was killed allegedly by two inmates in high-security Nabha prison.
         Officials Sunday said that checking of vehicles has been intensified at various places while paramilitary along with state police force has been deployed in Kotkapura town in Faridkot, where body of Mahinderpal Bittu was brought from Nabha in the morning.
         Bittu, a follower of Dera Sacha Sauda sect, was allegedly attacked by two inmates Saturday evening after which he was rushed to Nabha civil hospital near Patiala, where he was declared brought dead.
          Earlier, police had said that preliminary investigations revealed that Bittu (49), a resident of Faridkot, was allegedly attacked by Gursewak Singh and Maninder Singh, who were lodged in the Nabha prison in a murder case.
         According to an official, Bittu was allegedly attacked by these inmates with iron rods which they picked up from a construction site inside the jail. The deceased had suffered serious head injuries in the incident.
          A panel of three doctors conducted postmortem in the early hours of Sunday in the presence of duty magistrate after which Bittu's body was handed over to his kin and sent to native town Kotkapura where last rites were expected to be conducted later in the day.
         Bittu's body was kept in 'Naam Charcha Ghar' (congregation/prayer centre) of the Dera Sacha Sauda sect at Kotkapura. A large number of Dera followers started gathering there after the body reached there in the morning.
         Kotkapura and many of its adjoining towns in Punjab have sizeable presence of Dera followers. Security has also been stepped up in 'Naam Charcha Ghars' at other places in the state.
         Inspector General of Police, Ferozepur Range, M S Chhina told reporters in Kotkapura that sufficient paramilitary and state police force has been deployed in the town.
         "Sufficient paramilitary, state armed police in my (Ferozepur) range has been deployed. We will maintain peace," Chhina said.
          Punjab's Jails Minister Sukhjinder Singh Randhawa Sunday said a magisterial probe has been marked into the attack.
         "The Bargari accused were kept in separate cell so that such incident does not take place. Unfortunately, such a thing happened. Three jail officials have been suspended," the Minister said.
         He said under what circumstances Mahinderpal come out of his cell and attacked will be known once probe is held.
         Bittu's son Parminder told reporters in Kotkapura that family used to meet him in jail every Saturday.
         "Every Saturday we used to meet him. As soon as we left yesterday, minutes later we were informed that he has been attacked my father has been killed under a conspiracy," he alleged on Sunday.
         Notably, after the incident Saturday evening, Punjab Chief Minister Amarinder Singh had ordered an inquiry into the attack.
         Additional Director General of Prisons Rohit Chaudhary will head a fact-finding committee, which has been asked to submit the report within three days, the statement had said Saturday.
         "The inquiry will be in addition to the mandatory judicial inquest into the murder of the accused, Mahinderpal Bittu, who was arrested last year," the statement said earlier.
         The chief minister has ordered beefing up of security in the state in the wake of the attack on Bittu, while appealing to all communities to maintain peace and "not give in to rumours."
         Those involved in the attack would face punishment, he asserted.
         A special investigation team (SIT) of the Punjab Police, probing the four-year-old sacrilege incident and other similar events, had named Bittu as the key accused. He was booked for various charges including allegedly hurting religious sentiments of the Sikhs and being involved in unlawful activities. He was nabbed by Punjab police from Palampur in Himachal Pradesh a year ago.
          In 2016, the maximum security Nabha jail was in the news when a group of armed men in police uniform had stormed the prison and managed to free six prisoners including two terrorists. PTI SUN
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