नई दिल्ली : रेलवे सुरक्षा बल ने टिकट की कालाबाजी को कम करने के लिए लॉकडाउन के दौरान व्यापक अभियान चलाया और मई तक 718 टिकट के दलालों को गिरफ्तार किया.
भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम लिमिटेड के 176 अधिकृत एजेंटों को भी अवैध साधनों के माध्यम से टिकट की दलाली में शामिल होने के चलते गिरफ्तार किया गया.
रेल मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 1 मई, 2020 से रेलवे ने सीमित रेल सेवाओं की शुरुआत की है. इस दौरान अधिक लोगों के जाने से सीटों की संख्या कम पड़ रही थी. इस दौरान टिकट के दलालों ने भारी मात्रा में टिकट को खरीद लिया और लोगों को मुंहमांगी कीमत पर बेचने लगे.
इस दलाली या कालाबाजारी को रोकने के लिए रेलवे सुरक्षा बल ने सक्रिय रूप से काम करना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं आरपीएफ ने दलाली को रोकने के लिए निरंतर अभियान चलाया.
आरपीएफ ने 68 लाख रुपये के यात्रा टिकट भी जब्त किए हैं. इसके बाद एजेंटों की आईडी को ब्लाक करना शुरू कर दिया. इस दौरान आरपीएफ ने 4435 व्यक्तिगत उपयोगकर्ता आईडी और 176 आईआरसीटीसी एजेंट आईडी को ब्लाक कर दिया, जो इस तरह की अवैध गतिविधियों को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे.
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रेलवे अधिनियम 1989 की धारा 143 के तहत आरपीएफ की विभिन्न चौकियों पर 717 मामले दर्ज किए गए हैं.