नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी को राफेल की ताकत आसमान में देखने को मिलेगी. गणतंत्र दिवस परेड में फ्लाईपास्ट का समापन राफेल के वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन में उड़ान से होगा. इस बात की जानकारी वायुसेना के प्रवक्ता विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने दी. राफेल विमान भारतीय एयर फोर्स के स्क्वाड्रन नंबर 17 गोल्डरन एरो में शामिल है.
भारत की जीत की 50वीं वर्षगांठ
विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने बताया कि इस वर्ष के गणतंत्र दिवस परेड में कुल 42 विमान होंगे. इनमें भारतीय थल सेना के चार विमान भी शामिल होंगे. कुल 42 में से 15 फाइटर प्लेन होंगे. एक विंटेज एयरक्राफ्ट और 17 हेलिकॉप्टर भी शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि राजपथ पर पहली बार देखे जाने वाले 'रुद्र' फॉर्मेशन में एक डकोटा और दो एमआई 17 एक साथ उड़ते देखे जा सकेंगे. रुद्र साल 1971 की लड़ाई में देश की जीत की 50वीं वर्षगांठ का जश्न मनाएगा.
बता दें कि पिछले साल 16 दिसंबर को भारत ने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर अपनी जीत का जश्न मनाने के लिए वर्षभर के जश्न की शुरुआत की थी. उक्त युद्ध के बाद ही बांग्लादेश का निर्माण हुआ था.
उन्होंने बताया कि एक चिनूक और दो एमआई 17 के साथ सुदर्शन फॉर्मेशन, जबकि रक्षक फॉर्मेशन में एक एमआई 35 और चार अपाचे एयरक्राफ्ट शामिल होंगे. उन्होंने बताया कि गरुड़ फॉर्मेशन नया रहेगा जिसमें एक सी 17 दो मिग 29 और दो सुखोई 30 विमान शामिल रहेंगे.
फ्लाईपास्ट का दूसरा खंड
वायुसेना प्रवक्ता के मुताबिक एकलव्य फॉर्मेशन में एक राफेल के अलावा दो जगुआर और दो मिग 29 रहेंगे. इसके अलावा राफेल ब्रह्मास्त्र फॉर्मेशन में आकर डायस के सामने 'वर्टिकल चार्ली' फॉर्मेशन में उड़ान भरेगा. उन्होंने बताया कि फ्लाईपास्ट के दूसरे खंड में नौ फार्मेशन होंगे. उन्होंने कहा कि इन नौ फार्मेशनों में 'सुदर्शन', 'रक्षक', 'भीम', 'नेत्र', 'गरुड़', 'एकलव्य', 'त्रिनेत्र', 'विजय' और 'ब्रह्मास्त्र' शामिल होंगे.
वायुसेना के बयान के मुताबिक फ्लाईपास्ट पारंपरिक तौर पर दो खंडों में विभाजित होगा - पहला खंड परेड के साथ पूर्वाह्न 10.04 बजे से लेकर पूर्वाह्न 10.20 बजे तक और दूसरा खंड परेड के बाद पूर्वाह्न 11.20 बजे से पूर्वाह्न 11.45 बजे तक होगा.
विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने कहा कि पहले खंड में तीन फॉर्मेशन होंगे. उन्होंने कहा कि पहला 'निशान' फॉर्मेशन होगा जिसमें चार एमआई17वी5 शामिल होंगे, जो राष्ट्रीय ध्वज और सेना के तीनों अंगों के झंडे लिये हुए होंगे. उन्होंने कहा कि इसके बाद आर्मी एविएशन कोर के चार हेलीकॉप्टर 'ध्रुव' फार्मेशन बनाएंगे.
राडार के मॉडल का प्रदर्शन
एक अन्य वायुसेना अधिकारी विंग कमांडर तेज प्रताप पांडेय ने कहा कि हल्का लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस और स्वदेशी तौर पर विकसित एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल ध्रुवस्त्र के मॉडल भारतीय वायुसेना के गणतंत्र दिवस परेड झांकी में शामिल होंगे. उन्होंने कहा, 'ये (झांकी) हल्के लड़ाकू विमान तेजस, हल्के लड़ाकू हेलीकाप्टर (एलसीएच), सुखोई -30 एमकेआई और रोहिणी राडार के मॉडल को प्रदर्शित करेंगे.'
ब्रह्मोस मिसाइलों को प्रदर्शन
पांडेय ने कहा कि अगली पीढ़ी की विकसित एंटी-रेडिएशन मिसाइल रुद्रम और एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल ध्रुवस्त्र क्रमशः एलसीए और एलसीएच पर प्रदर्शित किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि सुखोई -30 एमकेआई पर स्वदेशी विकसित अस्त्र और ब्रह्मोस मिसाइलों को प्रदर्शित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि स्वदेश विकसित आकाश मिसाइल को रोहिणी रडार के साथ प्रदर्शित किया जाएगा.
मार्चिंग टुकड़ी का नेतृत्व तनिक शर्मा
एक अन्य वायुसेना अधिकारी विंग कमांडर वासुदेव आहूजा ने कहा कि परेड में वायुसेना की मार्चिंग टुकड़ी में चार अधिकारी और 96 सैनिक शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि मार्चिंग टुकड़ी का नेतृत्व फ़्लाइट लेफ्टिनेंट तनिक शर्मा करेंगे.
राफेल विमान की खासियत
राफेल दो इंजन वाला लड़ाकू विमान है. राफेल लड़ाकू जेट SNECMA के दो M88-2 इंजन द्वारा संचालित होता है. प्रत्येक इंजन 75kN का थ्रस्ट प्रदान करता है. राफेल फाइटर जेट एक-दूसरे की उड़ान के दौरान मदद कर सकते हैं.
राफेल फाइटर जेट एक विमान से दूसरे विमान को ईंधन देने में भी सक्षम होते हैं. यह विजिटर रेंज को बाहर करने के लिए METEOR मिसाइलों को फायर कर सकता है.
METEOR - विजुअल रेंज एयर टू एयर मिसाइल होता है, जो दुश्मन के विमानों को 100 किलोमीटर से अधिक की रेंज में देख सकता है. SCALP मिसाइल 300 किलोमीटर की दूरी पर ऑन-ग्राउंड टारगेट को निकाल सकती हैं.
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राफेल SCALP मिसाइल है, जो एक सटीक लॉन्ग रेंज ग्राउंड से मिसाइल से लैस अटैक करने में सक्षम होती है. यह 300 किलोमीटर के दायरे में टारगेट करने में सक्षम होती है.
राफेल एक समय में कई मिसाइलों को साथ ले जा सकता है. प्रत्येक एएएसएम मिसाइल में जीपीएस और इमेजिंग इन्फ्रारेड टर्मिनल मार्गदर्शन होता है. यह सटीक रूप से 10 मीटर की सटीकता के साथ लक्ष्य को भेद सकता है. इसके अलावा इसमें एक होलोग्राफिक कॉकपिट डिस्प्ले होता है. यह एक बार में आठ लक्ष्यों को निशाना बना सकता है.