नई दिल्ली : भारतीय सेना ने सीमा पर तनाव के बीच एलएसी से सटे गांवों के खाली होने की मीडिया रिपोर्टों का खंडन कर इसे दुर्भावनापूर्ण करार दिया है. सेना के जनसंपर्क अधिकारी ने अरुणाचल प्रदेश और असम के लोगों को अफवाहों पर ध्यान न देने का सुझाव दिया.
उन्होंने ट्वीट किया कि एलएसी के पास के गांवों के खाली होने की खबरें फर्जी और दुर्भावनापूर्ण हैं. अरुणाचल प्रदेश और असम की जनता को सलाह दी जाती है कि वे इस तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें और इसे प्रचारित करने से पहले सभी समाचारों की पुष्टि कर लें.
यह स्पष्टीकरण उन मीडिया रिपोर्टों के बाद आया है, जिनमें अरुणाचल प्रदेश के तवांग में मैकमोहन लाइन के पास ग्रामीणों के भारत-चीन सीमा पर तनाव के बीच अपने गांवों को खाली करने की बात का जिक्र है.
हाल ही में भारत ने पैंगोंग झील के दक्षिणी तट के पास ऊंचाई वाले क्षेत्र पर नियंत्रण करके चीन को खदेड़ दिया है. सेना ने लद्दाख के चुशुल के पास पैंगोंग त्सो के दक्षिणी तट के पास भारतीय क्षेत्रों में चीनी सेना द्वारा घुसपैठ करने के प्रयास को विफल कर दिया.
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गौरतलब है कि भारत-चीन अप्रैल-मई से चीनी सेना द्वारा फिंगर एरिया, गलवान घाटी, हॉट स्प्रिंग्स और कोंगरुंग नाला सहित कई क्षेत्रों में किए गए बदलाव के बाद से गतिरोध में लगे हुए हैं. जून में गालवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़पों में 20 भारतीय सैनिकों के मारे जाने के बाद स्थिति और बिगड़ गई.