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चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, 50 दिन में आंकड़ा पहुंचा 22 लाख के पार

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Published : Jun 28, 2019, 3:13 PM IST

उत्तराखंड के चार धाम यात्रा मार्ग पर बदहाल सड़कें, सूचना तंत्र, पेट्रोल-डीजल की कमी और जाम जैसी समस्याओं पर श्रद्धालुओं की आस्था भारी पड़ रही है. साल 2018 में 6 माह की यात्रा में ये आंकड़ा 27 लाख के पार पहुंच गया था. लेकिन इस बार जिस हिसाब से चार धाम यात्रा में श्रद्धालु आ रहे हैं उससे पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए दिख रहे हैं.

चार धाम यात्रा की डिजाइन फोटो.

देहरादून: उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा में इस बार श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ पड़ा है. चारधाम यात्रा ने इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. यात्रा शुरू हुए करीब 50 दिन से अधिक हो चुके हैं. ऐसे में अभीतक करीब 22 लाख 35 हजार से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने चारधाम के दर्शन किए हैं. वहीं अकेले केदारनाथ की बात की जाए तो यहां 9 मई को कपाट खुलने से लेकर 27 जून तक करीब 7 लाख 60 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए.

पढ़ें- हमीरपुर: हथौड़े से एक ही परिवार के पांच सदस्यों की बेरहमी से हत्या

चारधाम यात्रा मार्ग पर बदहाल सड़के, सूचना तंत्र, पेट्रोल-डीजल की कमी और जाम जैसी समस्याओं पर श्रद्धालुओं की आस्था भारी पड़ रही है. साल 2018 में 6 माह की यात्रा में ये आंकड़ा 27 लाख के पार पहुंच गया था. लेकिन इस बार जिस हिसाब से चारधाम यात्रा में श्रद्धालु आ रहे है वो पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए दिख रहे है.

केदारनाथ यात्रा ने तोड़ सारे रिकॉर्ड
इस बार सबसे ज्यादा तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंचे, बीते 50 दिनों में 7 लाख 60 हजार तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. आने वाले 50 दिनों में ये आंकड़ा 10 लाख के पार जा सकता है. 2018 में 7 लाख 32 हजार 241 तीर्थयात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए थे.

पढ़ें- कोस्ट गार्ड भर्ती सेंटर का CM कल करेंगे शिलान्यास, 42 करोड़ की लागत से होगा निर्माण

पांचों धामों में पहुंचे श्रद्धलुओं की संख्या

गंगोत्री 357323
यमुनोत्री 345159
केदारनाथ 759346
बदरीनाथ 771837
हेमकुंड 146334

देहरादून: उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा में इस बार श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ पड़ा है. चारधाम यात्रा ने इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. यात्रा शुरू हुए करीब 50 दिन से अधिक हो चुके हैं. ऐसे में अभीतक करीब 22 लाख 35 हजार से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने चारधाम के दर्शन किए हैं. वहीं अकेले केदारनाथ की बात की जाए तो यहां 9 मई को कपाट खुलने से लेकर 27 जून तक करीब 7 लाख 60 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए.

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चारधाम यात्रा मार्ग पर बदहाल सड़के, सूचना तंत्र, पेट्रोल-डीजल की कमी और जाम जैसी समस्याओं पर श्रद्धालुओं की आस्था भारी पड़ रही है. साल 2018 में 6 माह की यात्रा में ये आंकड़ा 27 लाख के पार पहुंच गया था. लेकिन इस बार जिस हिसाब से चारधाम यात्रा में श्रद्धालु आ रहे है वो पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए दिख रहे है.

केदारनाथ यात्रा ने तोड़ सारे रिकॉर्ड
इस बार सबसे ज्यादा तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंचे, बीते 50 दिनों में 7 लाख 60 हजार तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. आने वाले 50 दिनों में ये आंकड़ा 10 लाख के पार जा सकता है. 2018 में 7 लाख 32 हजार 241 तीर्थयात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए थे.

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पांचों धामों में पहुंचे श्रद्धलुओं की संख्या

गंगोत्री 357323
यमुनोत्री 345159
केदारनाथ 759346
बदरीनाथ 771837
हेमकुंड 146334
Intro:note - फीड ftp से भेजी गई है......
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यु तो 45 दिनों में ही बाबा केदारनाथ धाम की दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं ने पिछले कई साल के रिकार्ड को तोड़ दिया था। लेकिन दिन पे दिन लगातार केदारनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में काफी इजाफा हो रहा है। बाबा केदार की यात्रा शुरू हुए अभी 50 दिन ही बीते है, और इन 50 दिनों में बाबा केदार के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 7 लाख 60 हज़ार के पार हो गयी है। हलाकि अभी बाबा केदारनाथ की यात्रा में चार माह का समय शेष है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वर्ष यात्रा का आंकड़ा 10 से 12 लाख के पार जा सकता है। और अभी तक इस साल करीब 22 लाख 35 हज़ार से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम की यात्रा कर चुके है।   


Body:गौर हो की नौ मई को भगवान केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले गये थे और 18 मई को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केदारपुरी पहुंचे। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी ने बाबा के धाम में स्थित ध्यानगुफा में रात भी बिताया था। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने बद्रीनाथ के दर्शन करने भी गए थे। प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी के केदारनाथ आकर गुफा में ध्यान करने के बाद मानो श्रद्धालुओं का तांता सा लग गया। पिछले वर्ष 7 लाख 32 हजार 241 तीर्थयात्रियों ने भगवान केदारनाथ के दर्शन किये थे, जबकि इस वर्ष इन 50 दिनों में 7 लाख 60 हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।


केदारनाथ की यात्रा चार धामों में सबसे कठिन यात्रा है। 18 किमी का पैदल सफर तय करने के साथ ही यहां की भौगोलिक परिस्थिति काफी विकट है, जिस कारण भोले की यात्रा काफी कठिन मानी जाती है। केदारनाथ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं का आक्सीजन की भारी कमी से जूझना पड़ता है। पैदल चलने वाले तीर्थयात्रियों को 18 किमी का सफर तय करना पड़ता है, बावजूद इसके केदारनाथ में दर्शन करने वाले यात्रियो का रिकार्ड हर वर्ष बढ़ता जा रहा है। केदारनाथ आपदा के बाद शुरूआती वर्षो में जहां यात्रियों की संख्या काफी कम रही, लेकिन वर्ष 2017 के बाद संख्या में भारी बढ़ोत्तरी होने लगी। पहली बार केदारनाथ के इतिहास में एक दिन दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या 7 लाख 60 हजार के पार पहुंच गयी है। 



आपदा से पूर्व केदारनाथ दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या बद्रीनाथ की तुलना में लगभग आधा रहती थी, लेकिन इस वर्ष से संख्या मे ज्यादा अंतर नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के केदारनाथ दर्शनो को लगातार आने के बाद से यात्रियो की संख्या में भारी बढ़ोत्तरी हो रही है। जिलाधिकारी मगेश घिल्डियाल ने बताया कि केदारनाथ यात्रा का आंकड़ा आसमान छूं रहा है। पिछले वर्ष छः माह की यात्रा में सात लाख बत्तीस हजार तीर्थयात्रियों ने बाबा के दर्शन किये थे, मगर इस वर्ष यह आंकड़ा मात्र डेढ़ माह की यात्रा में ही पूरा हो गया है। बरसाती सीजन खत्म होने के बाद अगस्त और सितम्बर माह में यात्रा फिर से बढ़ने लगेगी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन यात्रियों को हर संभव सहायता दे रहा है। यात्रा से रोजगार मिलने के साथ ही स्थानीय व्यापारियों को काफी फायदा हो रहा है।


बाइट - मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी, रुद्रप्रयाग     


साल 2013 में 15 -16 जून की वह रात शायद लोग कभी न भूल पाए केदारनाथ सहित बद्रीनाथ गंगोत्री यमुनोत्री चारों धाम की यात्रा अपने चरम पर थी। लाखों की संख्या में लोग इन चारों धामों में तीर्थ यात्रा कर अपने घरों को लौट रहे थे, तो कोई दर्शन करने आ रहा था लेकिन तब क्या किसी को पता था कि भगवान केदार इस कदर रुठ जाएंगे की पूरा केदारघाटी लाशों और भयानक मंजर में तब्दील हो जाएगी और केदारनाथ की नहीं बल्कि उत्तरकाशी सहित केदारनाथ, गौरीकुंड, रामबाड़ा और ऋषिकेश तक मां गंगा ने वह रौद्र रूप दिखाया की आज भी उस भयानक मंजर को याद करके लोगों की रूह कांप जाती है। लेकिन 2013 में वर्तमान कांग्रेस सरकार ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए केदारनाथ में लगातार पुनर्निर्माण कार्य का काम शुरु किया जैसे तैसे काम होता गया, मलबा हटाते गए लाशें मिलती रही, लेकिन निर्माण कार्य यथावत जारी रहा। तो वही धीरे-धीरे यात्रा पटरी पर आई और लोगों का एक बार फिर से उत्तराखंड की ओर रुख करने का सिलसिला फिर से शुरू हो गया। लिहाजा सरकारों द्वारा आपदा पुनर्निर्माण कार्य में कोई कमी न दिखाते हुए पुनर्निर्माण कार्य को विषम परिस्थितियों में भी जारी रखा। 


बाइट - मदन कौशिक, केबिनेट मंत्री, उत्तराखंड 


केदारनाथ में आपदा के पुनर्निर्माण कार्य के लिए सरकार ने निम (नेहरू पर्वतारोहण संस्थान) को तैनात किया, जिसमें कर्नल कोठियाल की अगुवाई में पुनर्निर्माण कार्य जारी रहा वहीं 2017 में मौजूदा बीजेपी सरकार ने चारों धामों में विकास कार्यों पर पूरा दम दिखाया लिहाजा केदारनाथ धाम में खुद चार बार केदारनाथ में  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकर विकास कार्यों का जायजा भी लिया और बाबा केदार के दर्शन किये  जिसके बाद लगातार बाबा केदार के दर पर वीवीआईपी का आना-जाना जारी रहा। बाबा केदार के दर पर महामहिम राष्ट्रपति सहित कई अन्य बड़ी हस्तियों ने आकर केदारनाथ का जायजा लिया साथ ही साथ ये सन्देश भी गया, की अब केदारनाथ यात्रा अब एकदम सुरक्षित है लिहाजा चार धाम यात्रा के साथ केदारनाथ में भक्तों का तांता लगातार बना रहा और इस बार महज 50 दिनों में ही 7 लाख 60 हज़ार श्रदालुओ ने बाबा केदार के दर्शन कर चुके है। 


बाइट - अजय रौतेला, आईजी गढ़वाल 

बाइट - स्वामी प्रभोदानन्द



50 दिनों में चारधाम में पहुंचे श्रद्धालुओं की संख्या......... 


गंगोत्री - 357323 

यमुनोत्री - 345159 

केदारनाथ - 759346 

बद्रीनाथ - 771837 

हेमकुंड - 146334 





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