पटना: चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है. बिहार में तीन चरण में चुनाव होंगे. कोरोना महामारी के समय में चुनाव को लेकर बिहार के राजनीतिक दलों के नेताओं ने प्रतिक्रियाएं दी हैं. एनडीए के नेताओं ने जहां इसे सही बताया है, वहीं महागठबंधन के नेता इसे गलत ठहरा रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया है.
वहीं, भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए बहुमत से जीत हासिल करेगा और नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि एनडीए में किसी तरह का मतभेद नहीं है. हम सभी साथ हैं.
हमारा मुकाबला बीजेपी से: तेजस्वी यादव
चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि हम चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हैं. हमें पूरा भरोसा है कि बिहार की जनता इस सरकार से छुटकारा चाहती है. जेडीयू हमारे लिए मायने नहीं रखती, लड़ाई बीजेपी से है.
प्रचंड बहुमत वाली एनडीए की सरकार बनेगी: जेडीयू
जेडीयू के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि हम लोग चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं. बिहार में फिर से प्रचंड बहुमत वाली एनडीए की सरकार बनेगी. चुनाव की तारीखों का हमें काफी दिनों से इंतजार था. यह चुनाव लालू यादव के 15 सालों के कुशासन और जंगल राज और नीतीश कुमार के नूतन और नवीन बिहार बनाने के 15 साल के बीच का चुनाव है.
बिहार की जनता पर चुनाव थोप दिया गया : कांग्रेस
कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा कि कोरोना काल में चुनाव करवाना खतरे से खाली नहीं होगा. स्थिति सामान्य होने तक इंतजार करना बेतहर होता. अब बिहार की जनता पर चुनाव थोप दिया गया है, तो सभी राजनीतिक दलों को अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़नी ही होगी. महागठबंधन पूरी ताकत से चुनाव में उतरेगा. 15 साल की एनडीए सरकार की कमियों को जनता के सामने रखेंगे.
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चुनाव की घोषणा स्वागत योग्य- लोजपा
बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा को लोजपा ने स्वागत योग बताया है. लोजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष चंदन सिंह ने मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के प्रेस में रखी बातों की सराहना की. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में ये सबसे बड़ा चुनाव है. सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए चुनाव आयोग ने सारा निर्णय लिया है. वहीं, लोजपा ने पहले भी चुनाव आयोग के निर्णय का पालन किया है, अभी भी करेंगे और भविष्य में भी निर्णय का पालन करेंगे.
तीन चरणों में होंगे चुनाव
बता दें कि बिहार में तीन चरणों में चुनाव होंगे. पहले फेज की वोटिंग 28 अक्टूबर को होगी, जबकि दूसरे फेज में मतदान तीन नवंबर को होगा. इसके बाद सात नवंबर को तीसरे फेज में मतदान होगा. 10 नंवबर को मतगणना होगी. चुनाव आयोग ने इस बार कोरोनाकाल के मद्देनजर पूरी चुनाव प्रक्रिया कराने की गाइडलाइंस जारी की हैं.
बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें
बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं. 243 में से 38 सीटें अनुसूचित जाति के लिए और 2 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व हैं. 2015 में राज्य में 6.68 करोड़ वोटर थे. इनमें 56 फीसदी लोगों ने ही चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था.
इतने मतदाता डालेंगे वोट
इस बार चुनाव में सात करोड़ 79 लाख वोटर है. तीन करोड़ 79 लाख पुरुष वोटर और तीन करोड़ 39 लाख महिला वोटर हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि इस बार वोट डालने के लिए एक घंटे से अधिक वक्त रखा गया है. सुबह सात से शाम छह बजे तक मतदान होगा लेकिन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ऐसा नहीं होगा.
चुनाव प्रचार सिर्फ वर्चुअल
इस बार पोलिंग स्टेशन की संख्या और मैनपावर को बढ़ाया गया है. मतदान के अंतिम समय में कोरोना पीड़ित अपना वोट डाल सकेंगे, जिनके लिए अलग व्यवस्था होगी. प्रचार मूल रूप से वर्चुअल ही होगा, लेकिन डीएम छोटी रैली की जगह और वक्त तय करेंगे. हर पोलिंग बूथ पर साबुन, सैनिटाइजर समेत अन्य चीजों की व्यवस्था की जाएगी.
पहला चरण : 16 जिलों में मतदान
एक अक्टूबर को नोटिफिकेशन
आठ अक्टूबर- नामांकन की अंतिम तिथि
71 सीटों पर 28 अक्टूबर को वोटिंग
दूसरा चरण : 17 जिलों में मतदान
नौ अक्टूबर को नोटिफिकेशन
18 अक्टूबर- नामांकन की अंतिम तिथि
94 सीटों पर तीन नवंबर को वोटिंग
तीसरा चरण: 15 जिलों में मतदान
13 अक्टूबर को नोटिफिकेशन
20 अक्टूबर- नामांकन की अंतिम तिथि
78 सीटों पर सात नवंबर को वोटिंग
मतगणना: 10 नवंबर को आएंगे नतीजे