रांची: दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में लगे कथित देश विरोधी नारों के मामले में स्पेशल सेल को देशद्रोह का मुकदमा चलाए जाने की मंजूरी दे दी गई है. दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने ये मंजूरी दी है. जिसके बाद अब जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर राजद्रोह का केस चलाया जाएगा.
वहीं, कन्हैया ने पूरे मसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि फैसला स्वागत योग्य है. जल्द से जल्द फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाकर सुनवाई की जाए और पूरे मामले की सच्चाई से देश को अवगत कराया जाए. लेकिन इसके बाद उन्होंने इस केस की टाइमिंग को लेकर भी कई सवाल खड़े किए.
कन्हैया का कहना है कि जब मेरे खिलाफ पहली बार चार्जशीट दाखिल की गई थी जब मैं चुनाव लड़ने वाला था और अब बिहार में फिर से चुनाव होने वाले हैं.
उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए सरकार है, राज्य सरकार ने एनआरसी-एनपीआर के खिलाफ विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया है.
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कन्हैया ने कहा कि जब मैं लोकसभा का चुनाव लड़ रहा था तो चार्जशीट फाइल हुई और अब बिहार विधानसभा चुनाव हो रहा है तब दिल्ली सरकार ने यह फैसला लिया है.
उन्होंने कहा कि कानूनी प्रक्रिया के अनुसार, पुलिस को 60 दिनों में चार्जशीट जमा कर देनी चाहिए, लेकिन इस मामले में कई महीने लिए गए. साथ ही उन्होंने अपील की इस मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन कर के जल्द से जल्द सुनवाई की जाए. हम चाहते थे कि इस मामले पर जल्द से जल्द सुनवाई की जाए.